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गर्भस्थ
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जिससे गर्भ ठहर जाए; ~काल (पु०) गर्भवती होने की अवधि; ~ केसर (पु० ) मादा फूलों के बीच का केसर जिसके साथ पुंकेसर का संपर्क होने पर फल एवं बीज उत्पन्न होते हैं; ~ कोष (पु०) गर्भाशय, गर्भ; ~क्लेश (पु० ) गर्भावस्था का कष्ट क्षय (पु० ) गर्भपात; गुर्वी (वि०) = गर्भवती; ~गृह (पु० ) 1 प्रसूति घर, प्रसव करने की कोठरी 2 मकान के मध्य की कोठरी 3 मंदिर के बीच का मूर्तिगृह; ~ ग्रह (पु० ) • गर्भधारण; ~घाती (वि०) गर्भ नष्ट करनेवाला; च्युति (स्त्री०) 1 प्रसव 2 गर्भपात; ~ दास (पु० ) जन्म से दास; ~ दुह (वि०) गर्भ को नष्ट करनेवाला; ~धारण (पु० ) गर्भवती होना; नाड़ी, ~नाल (स्त्री०) गर्भाशय एवं बच्चे की नाभि को मिलानेवाली नाड़ी; ~ निरोध ( पु० ) गर्भ रोकना (जैसे- गर्भ निरोध का सामान); ~ निरोधक (वि०) गर्भ रोकनेवाली (जैसे-गर्भ निरोधक गोलियाँ); ~निस्स्रव (पु० ) गर्भ से निकलनेवाली झिल्ली, खेड़ी; पत्र (पु०) कोंपल, कल्ला; पात (पु० ) 1 गर्भ गिरना 2 गर्भ व्यर्थ जाना; पातक (वि० / पु० ) = गर्भपाती औषध पातन (पु० ) गर्भ नष्ट करना, गर्भ गिराना; पाती (वि०) गर्भपात करनेवाला; ~मंडप (पु० ) गर्भगृह; ~ मोक्ष (पु० ) गर्भपात; ~वती (वि०) गर्भिणी; विज्ञान (पु० ) ऐसा विज्ञान जिसमें गर्भ के आकार, काल एवं उसके संचार आदि का विवेचन होता है; विज्ञानी (पु० ) गर्भ विज्ञान का ज्ञाता; ~स्थापन (पु० ) गर्भ धारण कराना, गर्भाधान; स्त्राव गर्भ कातरलावस्था में गिरना; ~ स्रावक (पु० ) गर्भ गिरानेवाला; ~ गिरना गर्भपात होना; ~ रहना गर्भ होना, पेट में शिशु का होना
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गर्भस्थ - सं० (वि०) गर्भ में आया हुआ गर्भाक-सं० (पु० ) 1 नाटक में एक दृश्य का अंक 2 नाटक में दिखलाया जानेवाला दूसरा दृश्य
गर्भागार - सं० ( पु० ) 1 प्रसूति गृह 2 तहख़ाना गर्भाधान-सं० ( पु० ) गर्भ धारण, गर्भस्थापन गर्भावधि-सं० (स्त्री०) गर्भ का समय गर्भावस्था-सं० (स्त्री०) गर्भ की अवस्था गर्भाशय - सं० (पु०) बच्चेदानी
गर्भिणी -सं० (वि०) गर्भवती
गर्भित - सं० (वि०) 1 गर्भ से युक्त 2 जिसने कुछ छिपा रखा हो (जैसे- सारगर्भित भाषा) 3 भरा हुआ, पूरित (जैसे- संस्कृतगर्भित शैली)
गर्म - फ़ा० (वि०) गरम। जोशी (स्त्री०) 1 जोश 2 गहरी दोस्ती; ~ मिज़ाज + अ० (वि०) गरम स्वभाववाला; ~सर्द ठंडा गरम
गर्मी - फ़ा० (स्त्री०) गरमी
गर्मीला - फ़ा० + हिं० (वि.) जोशीला
गर्रा - (वि०) लाख के रंग जैसा, लाखी
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गर्व-सं० (पु०) 1 अहंभाव 2 घमंड (जैसे- गर्व करना) । ~प्रद (वि०) अभिमानी, घमंडी; वती (स्त्री०) घमंड करनेवाली स्त्री; ~शील (वि०) = गर्ववंत गर्हण - सं० (पु० ), गर्हणा - ( स्त्री०) निंदा, भर्त्सना, बुराई गर्हणीय-सं० (वि०) निंदा किए जाने योग्य, निंद्य
गलना
गर्हा - सं० (स्त्री०) निंदा, बुराई
+
+
गर्हित, गर्ह्य-सं० (वि०) जिसकी भर्त्सना की गई हो, निंदित गल-सं० (पु० ) = गला। ~ कंबल (पु० ) गाय आदि पशुओं के गले के नीचे लटकनेवाला भाग, झालर, लहर; ~ कटा (वि०) जिसका गला कटा हो; गंड (पु० ) चि० गले का एक रोग, घेघा; ग्रह (पु० ) गले में पड़ा बंधन घोंटू हिं० (वि०) गला दबानेवाला; फाँसी हिंο (स्त्री०) गले में पड़ा फाँसी का फंदा; बहियाँ + हिं०, बाँही + हिं० (स्त्री०) गले में हाथ डालकर आलिंगन करने की अवस्था; ~ बिल (पु० ) गले का सुराख; ~शुंडी (स्त्री०) जीभ की जड़ के पास एक छोटी घंटी, कौआ ~ शोथ (पु०) गले की भीतरी सूजन; ~सुआ + हिंο (पु०) गाल के नीचे के भाग का सूजना, कनपेड़ा रोग; ~स्तन (पु० ) गलथना; ~ हस्त (पु० ) गरदनिया गलका - (पु० ) हाथ की उँगलियों के अगले सिरे पर होनेवाला एक प्रकार का ज़हरीला फोड़ा गलगंजन - (पु० ) शोर गुल, हो हल्ला
गलगल - (पु० ) 1 मैना जाति की एक काली चिड़िया 2 नींबू की जाति का एक बड़ा फल
गलगला - (वि०) 1 भीगा हुआ, आर्द्र, तर 2 आँसुओं से भरा हुआ 3 अत्यधिक मुलायम, अति कोमल (जैसे- गलगला पदार्थ) गलगुच्छा - (पु० ) गलमुच्छा गलगुथना - (वि०) जिसका शरीर भारी हो और गाल फूले हों (जैसे- गलगुथना बच्चा)
गलछट - (स्त्री०) = गलफड़ा
गलजंदड़ा - (पु० ) 1 जो सदा साथ लगा रहे, गले का हार 2 गले में लटकाई जानेवाली पट्टी ग़लत-अ० (वि०) 1 जो असत्य हो (जैसे-ग़लत अफवाहें उड़ाना) 2 जो उचित न हो (जैसे-ग़लत मार्ग पर जाना) 3 जो नियमतः ठीक न हो (जैसे-यह सवाल ग़लत है) 4 जो व्याकारणिक दोषयुक्त हो। नामा + फ़ा० ( पु० ) अशुद्धि-पत्र फ़हमी + फ़ा० (स्त्री०) बात का सही अर्थ न समझना, बात समझने में धोखा खा जाना; बयानी + फ़ा० (स्त्री०) किसी की बात ग़लत ढंग से बताना गलतकिया-हिं० + फ़ा० (पु०) गाल के नीचे रखा जानेवाला गोल तकिया
ग़लतान - फ़ा० (वि०) 1 लंड़खड़ाता हुआ, लुढ़कता हुआ 2 चक्कर खाता हुआ
ग़लती- अ० + फ़ा० (स्त्री०) 1 उचित रूप से कार्य न करने की अवस्था 2 नियम, रीति, व्याकरण आदि की दृष्टि से होनेवाली भूल, अशुद्धि 3 गणना संबंधी भूल
गलथना - (पु० ) बकरियों के गले में लटकनेवाला मांसपिंड गलदश्रु - सं० (वि०) रोता हुआ गलन-सं० (पु० ) (सर्दी से) गलने की अवस्था । ~बिंदु (पु० ) गलनांक; ~शील (वि०) जो गलने योग्य हो (जैसे- गलनशीन पदार्थ)
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गलनांक - सं० (पु० ) किसी पदार्थ का वह निश्चित तापक्रम जिसपर कोई पदार्थ गलने लगता है
गलना - (अ० क्रि०) 1 ठोस पदार्थ का तरल होना (जैसे-बर्फ़