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चंद्रायतन
चंद-फा० (वि०) 1 कई (जैसे-चंद दिनों की याद) 2 थोड़े से, पर पहनने का एक गहना 5 मोर पंख की चंद्रिका; ~कलाधर कुछ (जैसे-कृपया उसे चंद रुपये दे दीजिए)
(पु०) शिव; ~कांत (पु०) 1 एक प्रसिद्ध कल्पित मणि जो चंद-सं० (पु०) चंद्रमा
लोक मान्यतानुसार चंद्र किरण पड़ने से पसीजने लगती है चंदक-सं० (पु०) 1 चाँदनी, ज्योत्स्ना 2 चाँद 3 अर्द्धचंद्राकार 2 कुमुद 3 चंदन; ~कांता (स्त्री०) 1 चंद्रमा की पत्नी गहना जिसे सिर पर धारण किया जाता है
2 रात्रि, रात; ~कांति (स्त्री०) 1 चाँदनी 2 चाँदी; कुमार चंदन-सं० (पु०) 1 एक सुगंधित वृक्ष जिसकी लकड़ी को (पु०) चंद्रमा का पुत्र, बुध ग्रह; ~कैपस्युल + अं० घिसकर मस्तक पर लगाया जाता है, मलयज 2 चंदन वृक्ष की (पु०), ~क्षय (पु०) अमावस्या; ~गाड़ी + हिं० लकड़ी (जैसे-चंदन का लेप) 3 चंदन वृक्ष की लकड़ी का (स्त्री०) चाँद पर पहुँचनेवाला यान; ~गोल (पु०) लेप (जैसे-चंदन की शीतलता)। गिरि (पु०) मलय चंद्रमंडल; ~ग्रहण (पु०) पृथ्वी की छाया पड़ने से चंद्रमा का पर्वत; ~गोह + हिं० (स्त्री०) 1 चंदन वृक्ष पर रहनेवाली बिंब न दिखाई देने की स्थिति, चंद्रमंडल का पृथ्वी की छाया गोह 2 छोटी गोह; ~पुष्प (पु०) लौंग; लेप (पु०) पड़ने से छिप जाना; चूड़ (पु०) शिव; जोत + हिं० घिसकर बनाया गया चंदन का लेप; ~सार (पु०) नौसादर; (स्त्री०) चाँदनी, ज्योत्स्ना; तल (प्०) चंद्रमा की धरती;
हार (पु०) - चंद्राहार; उतारना पानी के साथ चंदन धति (स्त्री०) 1 चंद्रमा का प्रकाश, चाँदनी 2 चंदन की को घिसकर उसका लेप निकालना; चढ़ाना, ~लेपना लकड़ी; ~धर (पु०) चंद्रमा धारण करनेवाला देवता, शिव चंदन का लेप करना
जी; ~परिक्रमा (स्त्री०) चांद का चक्कर लगाना; चंदनादि-तैल-सं० (पु०) लाल चंदन के योग से बनाया गया पाषाण (पु०) चंद्रकांत मणिः प्रभा (स्त्री०) चंद्रमा तेल
की ज्योति, चाँदनी; ~बाण (पु०) अर्द्धचंद्राकार फलवाला चंदनी-(वि०) 1 चंदन संबंधी, चंदन का 2 जिसमें चंदन की बाण; बाला (स्त्री०) 1 चंद्रमा की पत्नी 2 चंद्रमा की सुगंध हो 3 चंदन की लकड़ी के रंग का
किरण; बिंदु (पु०) सानुनासिक वर्ण के ऊपर लगाई चंदनीया-सं० (स्त्री०) गोरोचन
जानेवाली अर्द्ध चंद्र बिंदी:~भस्म (पु०) कपूर; ~भागा चैदराना-I बो० (अ० क्रि०) 1 विक्षिप्त होना, पागल होना (स्त्री०) चनाब नदी; ~मंडल (पु०) 1 चंद्रमा का पूर्ण बिंब 2 जान बूझकर अनजान बनना II (स० क्रि०) 1मूर्ख बनाना 2 चंद्रमा की परिधि; ~मणि (पु०) चंद्रकांत मणि; 2 धोखा देना, चकमा देना
~माड्यूल + अं० (पु०) चंद्रयान का भाग; ~मुख चैदला-(वि०) गंजा, खल्वाट
(वि०) चंद्रमा के समान सुंदर मुखवाला; ~मुखी चैदवा-(पु०) 1 चँदोवा, वितान 2 छोटा शामियाना 3 मोर पंख (स्त्री०)/(वि०) चंद्रमा के समान मुखवाली; ~मौलि की चंद्रिका 4टोपी के ऊपर का गोल भाग
(पु०) चंद्रशेखर, शिव; यात्रा (स्त्री०) चाँद पर जाना; चंदौ-फा० (वि०) 1 इतना 2 अधिक, बहुत
~यात्री (पु०) चाँद पर जानेवाला; ~यान (पु०) चाँद पर चंदा-(पु०) चंद्रमा (जैसे-चंदामामा)
जानेवाला जहाज़; राकेट + अं० (पु०) चाँद पर जहाज़ चंदा-फा० (पु०) 1 चाँद 2 सार्वजनिक कार्य हेतु दी गई भेजनेवाला राकेट; ~लोक (पु०) चंद्रमा; ~वंश (पु०)
आर्थिक सहायता (जैसे-होली का चंदा, अनाथालय को दिया क्षत्रियों का वंश; ~वंशी (वि०) 1 चंद्रवंश संबंधी 2 क्षत्रिय गया चंदा) 3 निश्चित अवधि तक के लिए दिया गया धन वंश में जन्म लेनेवाला; ~वधू (स्त्री०) बीर बहटी; विंद (जैसे-वार्षिक चंदा, पत्रिका का वार्षिक चंदा दस रुपये है) (पु०) = चंद्रबिंदु: -विज्ञान (पु०) चाँद के संबंध में 4 सदस्यता का शुल्क (जैसे-आपने संस्था का वार्षिक चंदा शास्त्रीय अध्ययन; विज्ञानी (पु०) चंद्र विज्ञान विशेषज्ञ; नहीं जमा किया है)
~शाला (स्त्री०) 1 चाँदनी, चंद्रिका 2 छत के ऊपर का वह चंदावल-फा० (पु०) सेना का पिछला भाग, चंडावल कमरा जिसमें बैठकर चाँदनी का आनंद लिया जाता है; (विलोम : हरावल)
शेखर (पु०) शिव; हार (पु०) गले का हार जो अर्द्ध चंदिका-(स्त्री०) = चंद्रिका
चंद्राकार धातु के अनेक टुकड़ों से युक्त होता है तथा जिसके चैंदिया-(स्त्री०) 1 खोपड़ी, चाँद (जैसे-बँदिया खुजलाना) बीच में पूर्ण चंद्र के आकार का गोल टिकड़ा लगा होता है; 2 चाँदी की टिकिया। ल्खाना बकवाद करना; हास (पु०) 1 खड्ग, चमकीली तलवार 2 रावण की
खुजलाना, खुजाना 1 सिर खुजलाना 2 मार खाने का तलवार का नाम काम करना; ~पर बाल न छोड़ना सब कुछ ले लेना; चंद्रमा सं० (पु०) सौर मंडल का एक उपग्रह जो रात में पृथ्वी ~मुंडना 1 हजामत बनाना 2 लूटकर खाना
को चाँदनी से उजाला करता है, चाँद, शशि चंदुला-(वि०) चाँद से गंजा
चंद्रवार-सं० (पु०) सोमवार चैदोवा-(पु०) मंडप का शामियाना, वितान
चंद्रा-सं० (स्त्री०) 1 चंदोआ 2 छोटी इलायची चंद्र-सं० (पु०) 1 चंद्रमा, चाँद 2 मोर पंख का अर्द्धचंद्राकार | चंद्रा-(स्त्री०) चि० मृत्यु के पूर्व की ऐसी अवस्था जिसमें चिह्न 3 अर्द्ध अनुनासिक का चिह्न 4 इड़ा नाड़ी। ~अभियान पुतलियाँ स्थिर हो जाती हैं तथा कफ के कारण गला ऊँघ जाता (पु०) चाँद पर पहुँचने का उपक्रम; चंद्रक (पु०) 1 छोटा है और बोला नहीं जाता चांद 2 मोर पंख का चांद; कक्षा (स्त्री०) वह पथ जिस पर | चंद्रातप-सं० (पु०) 1 चाँदनी 2 खुला दालान 3 वितान, चंद्र घूमता है; ~कला (स्त्री०) 1 चंद्रमा की सोलह कलाएँ । चँदोवा 2 चंद्रमा की सोलहों कलाओं में से एक कला 3 किरण 4 माथे | चंद्रायतन-सं० (पु०) = चंद्रशाला