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मरणांतक
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मरनेवाला; पर्यंत ( क्रि० वि०) उम्र भर शील (वि०) मरना ही जिसका धर्म हो, मरणधर्मा; ~शुल्क (पु०) मृत्यु कर; ~समय (पु० ) मृत्यु क्षण, मृत्यु की घड़ी मरणांतक सं० (वि०) जानलेवा मरणोत्तर-सं० ( क्रि० वि०) मरने के बाद मरणोन्मुख सं० (वि०) = मरणासन्न
मरतबा - अ० (पु० ) 1 दफा, पारी, बार 2 पद, पदवी मरतबान - ( पु० ) चीनी मिट्टी का बना एक प्रसिद्ध पात्र मरता - (वि०) मरने के करीब (जैसे-मरता क्या न करता ) (मु० ) ~ क्या न करता जीवन से निराश व्यक्ति सब कुछ करने को तैयार हो जाता है; मरते को मारना दुःखी व्यक्ति या पशुको और भी सताना; मरते दम तक आखिरी समय तक, जिंदगी भर मरते समय मौत के पास पहुँचकर मरतेजीते - ( क्रि० वि०) ज्यों त्यों करके, किसी तरह मरदई-फ़ा० हिं० बो० (स्त्री०) मर्दानगी मरदनिया - बो० ( पु० ) मालिश करनेवाला आदमी मरदानगी - फ़ा० (स्त्री०) मर्दानगी
मरदाना - फ़ा० (वि०) = मर्दाना
मरदूद - अ० (वि०) 1 निकाला हुआ 2 रद्द किया हुआ 3 तिरस्कृत 4 निकम्मा
मरना - I (अ० क्रि०) 1 समाप्त होना, मृत्यु को प्राप्त होना (जैसे- रोगी का मरना निश्चित है) 2 कुम्हला जाना (जैसे-अधिक गर्मी से सारे फूल पौधे मर गए) 3 कष्ट उठाना, दुःख भोगना (जैसे - मरकर भी जीविकोपार्जन न कर पाना ) 4 कष्ट सहन करना (जैसे- इज़्ज़त के लिए मरना ) 5 परेशान, विकल होना (जैसे-रूप यौवन पर मर मिटना, प्रेम विरह में मरना ) 6 योग्य न रहना (जैसे- कबड्डी में खिलाड़ियों का मरना, शतरंज में वज़ीर का मरना) 7 नष्ट होना, ख़त्म होना (जैसे-लज्जा का मरना, शील संकोच का मर जाना) 8. मंद पड़ना (जैसे भूख मरना, उत्साह मरना II ( वि० ) 1 मरनेवाला 2 मरणासन्न । जीना (पु० ) 1 जीवन मरण 2 जीवन मरण का चक्र (जैसे-मरना जीना सांसारिक विधान है)
मरनी - (स्त्री०) 1 मौत, मृत्यु 2 मृत्युशोक, ग़मी (जैसे-मरनी करनी से कौन बचा है) 3 अत्यंत दुःख, परेशानी (जैसे-ग़रीब के घर हमेशा मरनी छाई रहती है) । ~करनी (स्त्री०) अंत्येष्टि क्रिया
मरभुक्खा - (वि०) 1 भूख का मारा हुआ 2 भुक्खड़ 3 कंगाल मरमर - फ़ा० (पु०) एक तरह का सफ़ेद पत्थर मरमरा - I ( वि०) सहज में टूट जानेवाला मरपुरा - II बो० ( पु० ) एक प्रकार का पक्षी मरमराना-I (अ० क्रि०) मर मर की आवाज़ करना II (स० क्रि०) मर मर शब्द उत्पन्न करना
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मरमराहट - (स्त्री०) चरमराहट
मरम्मत - अ० (स्त्री०) 1 बिगड़ी वस्तु को सुधारना, दुरुस्त करना (जैसे- घड़ी की मरम्मत, मकान की मरम्मत) 2 शारीरिक दंड (जैसे-बदमाश की मरम्मत करना)
मरम्मती-अ० + फ़ा० (वि०) 1 मरम्मत के लायक 2 मरम्मत
संबंधी
मरवाना - (स० क्रि०) 1 मारने पीटने में प्रवृत्त करना
1
(जैसे- दुश्मन को मरवाना) 2 हत्या कराना मरसा - ( पु० ) एक प्रकार का कोमल साग़ मरसिया - ( पु० ) शोक गीत
मरहठा - (पु० ) मरहठी - (वि०)
= मराठा
= मराठी
मरहम - फ़ा० (पु० ) जख़्म पर लगाया जानेवाला गाढ़ा और चिकना लेप (जैसे - मरहम पट्टी करना) । पट्टी हिंο (स्त्री०) 1 मरहम लगाकर पट्टी बाँधना 2 ज़ख़्म का इलाज
करना
मरहला - अ० 1 पड़ाव, ठिकान 2 कुटिया, झोपड़ी 3 कठिन
काम
मर्ज़
मरहूम - अ० (वि०) मरा हुआ, दिवंगत मराठा - ( पु० ) महाराष्ट्र राज्य का निवासी मराठी - I (स्त्री०) महाराष्ट्र राज्य की भाषा II (वि०) मराठों
का
मराना- (स० क्रि०) 1 मरवाना 2 संभोग कराना मराल-सं० (पु० ) हंस
मरिच -सं० ( पु० ) काली मिर्च मरिचा बड़ी लाल मिर्च
मरियल - (वि०) बेदम (जैसे-मरियल टट्टू) मरी - ( स्त्री०) 1 महामारी 2 एक प्रकार का भूत मरीचि -सं० ( पु० ) 1 किरण, रश्मि 2 प्रभा, कांति मरीचिका-सं० (स्त्री०) मृग तृष्णा मरिचिजल-सं० (पु०) भ्रामक दृश्य
मरीन्त्री - I सं० (वि०) किरण युक्त II ( पु० ) सूर्य 2 चंद्रमा मरीज़-अं० (वि०) रोगी, बीमार
मरु-सं० (पु० ) 1 रेगिस्तान (जैसे-मरुभूमि) 2 जल रहित पर्वत । द्वीप (पु० ) मरुस्थल के बीच का हरा भरा क्षेत्र; ~ भूमि (स्त्री०), ~ स्थल रेतीला और जलरहित प्रदेश, रेगिस्तान
मरुआ - (पु० ) 1 बनतुलसी जाति का एक पौधा 2 बो० 1 बँडेर 2 लकड़ी का धरन 3 माँड, पीच मरुत्-सं० (पु०) हवा, वायु मरेठी-बो० (स्त्री०) 1 मोटी और मज़बूत रस्सी 2 मुलेठी मरोड़ - (स्त्री०) 1 मरोड़ने की क्रिया (जैसे रस्सी मरोड़ कर रख देना) 2 मरोड़ने से पड़नेवाला बल 3 चक्कर, घुमाव फिराव (जैसे-मरोड़ देना) 4 ऐंठन (जैसे-पेट में मरोड़ से उत्पन्न दर्द ) 5 कपट, क्षोभ । बाज़ + फ़ा० (पु० ) अकड़बाज़, छैला; ~ की बात छल कपट की बात; की बात कहना घमंड भरी बात कहना; खाना 1 पीड़ा होना 2 क्षुब्ध रहना मरोड़ना - (स० क्रि०) 1 घुमाना (जैसे- हाथ मरोड़ना) 2 तनाव में लाना (जैसे- अंग मरोड़ना, अंगड़ाई लेना) 3 दुःख पहुँचाना मरोड़ा - (पु० )
मरोड़ मरोड़ी - (स्त्री०) 1 ऐंठन, घुमाव 2 खींचातानी मर्कट-सं० (पु०) बंदर
मर्कटी-सं० (स्त्री०) बंदरिया
मर्ग -फ़ा० (स्त्री०) मृत्यु मर्चेंट-अं० (पु०) व्यापारी
मर्ज़-अ० (पु० )
= मरज़