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मास्टरनी
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मिठबोला
संबोधन। ~की (स्त्री०) एक तरह के सभी तालों को | मिचौनी-(स्त्री०) मूंदने की क्रिया (जैसे-आँख मिचौनी का खोलनेवाली कुंजी
खेल) मास्टरनी-अं० + हिं० (स्त्री०) मास्टर की पत्नी मिचौली-(स्त्री०) दे० मिचौनी मास्टरी-अं० + हिं० (स्त्री०) 1 अध्यापक का काम और पद मिज़राब-अ० (स्त्री०) सितार बजाने का एक तरह का छल्ला 2 कला, गुण आदि में निष्णात होने का भाव
मिज़ाज-अ० (पु०) 1 प्रकृति 2 स्वभाव (जैसे-नायिका का माह-बो० (पु०) माघ ।
मिज़ाज, तुनकमिज़ाज) 3 आदत (जैसे-लड़के का मिज़ाज माह-II फ्रा० (पु०) 1 चाँद 2 महीना, मास । “ताब (पु०) अच्छा नहीं है) 4 गर्व, घमंड (जैसे-मिज़ाज में बात करना)
चाँद; ~ताबी (स्त्री०) 1 एक तरह की आतिशबाज़ी 5 तबीयत (जैसे-आज सुबह मिज़ाज ठीक नहीं है)। दार 2 चाँदनी रात का मज़ा लेने के लिए बैठने हेतु बनाया गया + फ़ा० (वि०) घमंडी; ~दारी + फ़ा० (स्त्री०) मिज़ाजदार चबूतरा; ~नामा (पु०) मासिक पत्र; -बमाह (क्रि० होने का भाव; पुरसी + फ़ा० (स्त्री०) मिज़ाज पूछना; वि०) हर महीने; ~यार I (क्रि० वि०) प्रति मास ~आली, मुबारक ~शरीफ़ मिज़ाज कैसा है; ~न II (पु०) मासिक वेतन III (वि०) मासिक; ~वारी मिलना इतराना; पहचानना रुचि स्वभाव को समझना; (वि०) मासिक
पाना स्वभाव पहचान लेना; पूछना कुशल प्रश्न करना; माहत-(स्त्री०) महिमा, महत्ता
~में आना दिल में आना; ~सातवें आसमान पर होना माहर-(पु०) इंद्रयान
अत्यधिक घमंड होना; ~होना अभिमान होना माहली-(पु०) 1 अंतः पुर का सेवक 2 सेवक
मिज़ाजी-अ० + फ़ा० (वि०) मिज़ाजदार माहात्मय-सं० (पु०) महिमा, गौरव
मिटना-(अ० क्रि०) 1 पोंछा जाना (जैसे-पत्र के अक्षर माहाना-फा० (वि०) मासिक
मिटना) 2 नष्ट होना 3 बर्बाद होना (जैसे-आपस की लड़ाई में माहियत-अ० (स्त्री०) 1 भीतरी और वास्तविक तत्त्व 2 प्रकृति । सब कुछ मिटना) 3 विवरण
मिटाना-(स० क्रि०) 1 नष्ट करना (जैसे-उसने कल मर्यादा को माहियाना-I फ़ा० (वि०) माहवारी II (पु०) मासिक वेतन मिटा दिया) 2 लुप्त करना, साफ़ करना (जैसे-लिखावट माहिर-अ० (वि०) अच्छा जानकार, विशेषज्ञ
मिटाना) 3 रद्द करना माहिरी-अ० + फ़ा० (स्त्री०) विशेषज्ञता, दक्षता मिटिया-बो० (वि०) मिट्टी के रंग का। फूस (वि०) माही-फ़ा० (स्त्री०) मछली। ~गीर (पु०) मछुआ; ~गीरी कमज़ोर; ~महल + फ़ा० (पु०) मिट्टी का घर (स्त्री०) मछुआ का काम
मिटियाना-(स० क्रि०) मिट्टी रगड़कर साफ़ करना माहुर-(पु०) विष, ज़हर
मिट्टी-(स्त्री०) 1 ज़मीन के ऊपरी भाग में पाया जानेवाला माहेश्वर-सं० (पु०) शिवोपासक
भुरभुरा और मुलायम तत्त्व (जैसे-मिट्टी में पौधा लगाना, मिट्टी माहौल-अ० (पु०) वातावरण
का घर बनाना) 2 विशिष्ट स्थान पर पाया जानेवाला उक्त मिंट-I अं० (पु०) टकसाल II (पु०) मिनट। हाउस पदार्थ (जैसे-पीली मिट्टी, बलुई मिट्टी) 3 सभी प्राणियों का - (पु०) टकसाल
शरीर जो मूलतः मिट्टी का ही बना है (जैसे-शरीर के पंच तत्त्व मिंडाई-(स्त्री०) 1 मिड़ने-मीड़ने की अवस्था 2 मीड़ने का में एक तत्त्व मिट्टी भी है) 4 मृत शरीर (जैसे-मिट्टी में शामिल पारिश्रमिक, मजूरी
होना)। खराबी + अ० + फ़ा० (स्त्री०) 1 बर्बादी, मिंबर-अ० (पु०) मस्जिद में इमाम के बैठने की विनाश 2 दुर्गति, दुर्दशा; तेल (पु०) एक प्रसिद्ध खनिज जगह
तरल पदार्थ (लालटेन में मिट्टी का तेल भरना, मिट्टी के तेल मिकदार-अ० (स्त्री०) 1 मात्रा 2 तौल
से अंगीठी जलाना); विशेषज्ञ + सं० (पु०) मिट्टी की मिकनातीस-अ० (पु०) चुंबक पत्थर
परख करनेवाला; -शिल्प + सं० (पु०) मिट्टी से चीजें मूर्ति मिकेनिक-अं० (पु०) = मेकेनिक
आदि बनाने की कला। ~उठना लाश, जनाज़ा उठना; मिक्सचर-अं० (पु०) घोल, मिश्रण
~करना बर्बाद करना; ~का पुतला मनुष्य; ~ की मूरत मिचकना-(अ० क्रि०) बार-बार खुलना और बंद होना | मानव शरीर; ~के माधव मूर्ख, भोंदू; ~के मोल बहुत (जैसे-आँख मिचकना)
सस्ता; खराब होना अंत्येष्टि कर्म का सही ढंग से न होना; मिचकाना-(स० क्रि०) बार-बार खोलना और बंद करना -ठिकाने लगना अंत्येष्टि कर्म सही तरीके से होना; (जैसे-आँख मिचकाना)
डालना दोष पर परदा डालना; देना 1 लाश दफ़न मिचकी-I (स्त्री०) 1 आँखें मिचकने या मिचकाने की अवस्था करना 2 लाश को कब्र में रखने के बाद उसपर थोड़ी-थोड़ी
2 आँख का इशारा (जैसे-मिचकी मारना) II (स्त्री०) मिट्टी डालना; ~पकड़ना अच्छी तरह जम जाना; ~पलीद 1 छलांग, उछाल 2 झूले की पेंग
होना 1 दुर्दशा होना 2 बेइज़्ज़त होना 3 अंत्येष्टि का ठीक से न मिचना-(अ० क्रि०) बंद होना (जैसे-आँख मिचना) होना; ~में मिलना नष्ट होना; से मिट्टी मिलना मुर्दे का मिवराना-(अ० क्रि०) बिना भूख के खाना
दफ़न होना मिचलाना-(अ० क्रि०) मतली आना
मिट्ठी-(स्त्री०) चुंबन, चूमा मिचली-(स्त्री०) जी मिचलाने की अवस्था
मिट्ट-(वि०) मीठी बात बोलनेवाला, मिष्ट भाषी मिचवाना-(स० क्रि०) मीचने का काम कराना ! मिठबोला-(वि०) मृदुभाषी, मिष्ट भाषी