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रपटना
रपटना- (अ० क्रि०) 1 फिसलना, सरकना 2 जल्दी जल्दी
चलना
रपटाना - (स० क्रि०) 1 रपटने में प्रवृत्त करना 2 जल्दी से पूरा
करना
रपटा रपटी - ( स्त्री०) 1 झपटा झपटी 2 जल्दी रपटीला - (वि०) फिसलनेवाला
रपट्टा - (पु० ) 1 फिसलन, फिसलाव 2 चपेट, झपट्टा 3 दौड़ धूप
रफ़ - अं० (वि०) 1 खुरदरा (जैसे-रफ़ घरातल) 2 नमूने के तौर पर बनाया गया (जैसे-रफ़ फ़ोटो, रफ़ लिखावट) रफ़्ता रफ़्ता-फ़ा० ( क्रि० वि०) धीरे-धीरे रफल - I अं० ( पु० ) एक तरह की ऊनी मोटी चादर रफल - II अं० (स्त्री०) रायफ़ल
रफा- अ० (वि०) 1 हटाया हुआ 2 मिटाया हुआ 3 समाप्त ~दना (वि०) 1 फ़ैसला करना 2 ख़त्म करना 3 तयशुदा बात 4 फ़ैसला
रफ़ाक़त - अ० (स्त्री०) 1 संग 2 मेल जोल 3 वफ़ादारी 4 एकता
रफू-अ० (पु० ) जले या फटे कपड़े के छोटे सुराख़ में तागे भरकर बराबर करना, जाली लगाना। ~गर + फ़ा० (पु०) रफ़ू करनेवाला कारीगर; ~गरी + फ़ा० (स्त्री०) रफ़ू करने का काम; चक्कर हिं० (वि०) चंपत, गायब रफ़्तनी - I + फ़ा० (स्त्री०) 1 जाने का भाव 2 निकासी, निर्यात II (वि०) जानेवाला
+
रफ़्तार -फ़ा० (स्त्री०) 1 गति, चाल 2 प्रगति (जैसे-पढ़ने की रफ़्तार ) 3 दशा, हालत। ~ गुफ़्तार (स्त्री०) चाल चलन, तौर तरीका
रफ़्ता-रफ़्ता-फ़ा० (अ०) = रफ़्ता रफ़्ता रब - अ० ( पु० ) 1 ईश्वर 2 मालिक
रबड़ -अं० (पु०) 1 एक वृक्ष के रस को पकाकर बनाया जानेवाला एक लचीला पदार्थ 2 रबड़ की बनी वस्तु । ~ उद्योग + सं० (पु०) रबड़ का काम, धंधा; छंद + सं० (पु०) मात्रा आदि के बंधन से मुक्त छंद रबड़ना - I (अ० क्रि०) घूमना, चलना II (स० क्रि०) 1 घुमाना, चलाना 2 फेंटना 3 अधिक परिश्रम करना रबड़ा-अ० हिं० ( पु० ) = रबड़ रबड़ी - (स्त्री०) गाढ़ा किए गए दूध का लच्छेदार रूप । ~मलाई (स्त्री०) देशी आइसक्रीम
रबदा - (पु० ) 1 बार-बार आने जाने से होनेवाला श्रम 2 कीचड़ रबर अं० (५०) रबड़
रबाब - अ० (पु० ) एक तरह की सारंगी
+
रखाबिया - अ० हिं० (पु० ) रबाब बजानेवाला रबी - अ० (स्त्री०) 1 वसंत ऋतु 2 वसंत ऋतु की फ़सल रब्त - अ० (पु० ) 1 अभ्यास, मश्क, मुहावरा 2 संबंध, रिश्ता । ज़ब्त (पु० ) 1 मेल-जोल 2 आमद रफ़्त 3 ज़ब्त करना 4 निरोध करना
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रब्बा - फ़ा० बो० (पु०) तोपखाने की गाड़ी रब्बानी-अ० (वि०) ईश्वरीय
रभस - I सं० (पु० ) 1 आवेश 2 औत्सुक्य 3 वेग 4 शोक, अनुताप 5 मिलन 6 हर्ष 7 प्रबल कामना II (वि०) 1 वेगा
रम्ज़
युक्त 2 प्रबल 3 हर्ष युक्त
रम-अं० ( पु० ) विलायती शराब रमक - I (स्त्री०) 1 तरंग, लहर 2 पेंग रमक - II सं० ( पु० ) 1 प्रेम पात्र 2 प्रेमी 3 उपपति रमक़-अ० (स्त्री०) 1 अंतिम श्वास 2 अंतिम जीवन 3 नशे का असर 4 थोड़ा सा अंश
रमकना - I (अ० क्रि०) 1 हिंडोले पर झूलना, पेंग मारना 2 झूमते हुए चलना II (अ० क्रि०) प्रभाव दिखाई देना रमचेरा - (पु० ) सेवक, टहलुआ
रमज़ान - अ० (पु० ) 1 अरबी वर्ष का नवाँ महीना, रोज़ा का महीना
रमज़ानी - अ० (वि०) 1 रमज़ान का 2 रमज़ान में उत्पन्न रमझोला - ( पु० ) घुँघर, नूपुर
रमण - I सं० ( पु० ) 1 मन प्रसन्न करने की क्रिया, क्रीड़ा, विलास 2 स्त्री प्रसंग, मैथुन (जैसे- स्त्री रमण) 3 घूमना फिरना, विहार 4 स्त्री का पति 5 कामदेव (जैसे-रमण देव, रमण स्वामी) II ( वि० ) 1 विहार करनेवाला 2 रमण के योग्य 3 प्रिय (जैसे-रमण दृश्य, रमण भाव ) रमणी - सं० (स्त्री०) 1 युवती और सुंदर स्त्री (जैसे- रमणी के साथ विलास करना) 2 औरत, नारी (जैसे-रमणी की करुण कथा) 3 सुगंध बाला रमणीक - (वि०) मनोहर (जैसे- रमणीक स्थान ) रमणीय - सं० (वि०) 1 रमण योग्य (जैसे- रमणीय कुंज)
2 सुंदर । ~ता (स्त्री०) 1 रमणीय होने का भाव 2 सुंदरता रमण्या -सं० (स्त्री०) नारी
रमता - (वि०) घूमता फिरता (जैसे- रमता जोगी बहता पानी ) रमना - I (अ० क्रि०) 1 रमण करना 2 ठहरना 3 मज़ा लेना
4 रति क्रीड़ा करना (जैसे-अधिक रमना स्वास्थ्य के लिए अहितकर है) 5 अनुरक्त या लीन होना (जैसे- प्यार में रमना) 6 चक्कर लगाना, घूमना फिरना (जैसे- जोगी का गाँव में रमना) 7 व्याप्त होना (जैसे- आत्मा का सभी प्राणियों में रमना) 8 प्रसन्न होना (जैसे-मन का रमना) II ( पु० ) 1 चरागाह 2 उपवन
रमल - अ० ( पु० ) 1 पासे की बिंदियों की गणना के आधार पर किया गया घटना संबंधी भविष्य कथन 2 इस प्रकार के कथन से संबंधित ज्ञान
रमा-सं० (स्त्री०) लक्ष्मी (जैसे- रमापति ) । कांत (पु० )
विष्णु
रमात्मक-सं० (वि०) रमा संबंधी। ता (स्त्री०) रमात्मक
भाव
रमाना - (स० क्रि०) 1 रमण कराना 2 अनुरक्त बनाना, लुभाना (जैसे- प्रेम में रमाना ) 3 अनुकूल बनाना (जैसे - नायिका ने रूठे नायक को रमा लिया) 4 संयुक्त करना, लगाना (जैसे- काम में मन रमाना ) 5 लगाना, पोतना (जैसे-भभूत रमाना )
रमूज़ - अ० (स्त्री०) 1 इशारा 2 कटाक्ष 3 पहेली 4 भेद, रहस्य रमेश - सं० ( पु० ) विष्णु
रमैती - (स्त्री०) 1 काम करने के बदले काम करने की प्रथा 2 इस प्रकार के काम में लगा समय, दिन रम्ज़-अ० (स्त्री०) = रमूज़