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रम्माल
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रम्माल-अ० (पु०) रमल विद्या का ज्ञाता
(जैसे-अपना रवैया बदल दो) 3 तौर तरीका, रंग ढंग रम्य-सं० (वि०) रमणीय (जैसे-रम्य दृश्य)
रशना-(खी०) 1 रस्सी 2 लगाम रम्या-(स्त्री०) रात
रश्क-फा० (पु०) ईर्ष्या, जलन रम्हाना-(अ० क्रि०) राना
रशियन-I अं० (वि०) रूसी II (पु०) रूस का निवासी, रय-I बो० (पु०) धूल, रज
रूसी III रूस की भाषा रय-II सं० (पु०) 1 वेग, तेज़ी 2 प्रवाह, बहाव रश्की-फ़ा० (वि०) 1 जलन से संबद्ध 2 ईष्यालु 3 कुन रय्यत-अ० बो० (स्त्री०) प्रजा, रिआया
संबंधी 4 हसदवाला ररकना-(अ० क्रि०) बो० = रड़कना
रश्मि-सं० (स्त्री०) 1 किरण 2 बरौनी (जैसे-नेत्र रश्मि) 3 घोड़े री-I (वि०) 1 झगड़ालू 2 अधम नीच
की लगाम, बाग। -चित्रण (पु०) = रेडियो चित्रण; रलना-(अ० क्रि०) 1 घुल मिल जाना (जैसे-दूध में चीनी चित्र पट (पु०) = रंगावली; ~माली (पु०) सूर्य
रलना) 2 सम्मिलित होना (जैसे-दो दलों का रलना) रस-सं० (पु०) 1 स्वाद (जैसे-भोजन का रस, फल का रस) रव-सं० (पु०) 1 आवाज़, शब्द (जैसे-कलरव) 2 शोर गुल, 2 जलीय अंश (जैसे-गन्ने का रस, संतरे का रस) 3 जूस, होहल्ला (जैसे-जन रव)
शोरबा (जैसे-सब्ज़ी का रस, पके गोश्त का रस) 4 साहिक रवकना-(अ० क्रि०) 1 तेज़ी से आगे बढ़ना 2 झपटना शृंगार, हास्य, करुण, वीर, वीभत्स, रौद्र भयानक, शांत और 3 उछलना
अद्भुत में प्रत्येक भाव (जैसे-शृंगार रस का स्थायी भाव रति रखताई-(स्त्री०) 1 रावत होने का भाव 2 रावत का कर्तव्य है) 5 आनंद, मौज (जैसे-सिनेमा का रस लूटना, प्रेम का रस 3 स्वामित्व, प्रभुत्व
लेना) 6 सुखद तत्व (जैसे-काव्य रस) 8 प्रकार, तरह रवन्ना-फा० (पु०) 1 घरेलू नौकर (जैसे-अन्ना रवन्ना) 2 रवाना (जैसे-एक रस, सम रस) 8 प्रीति-प्रेम (जैसे-जीवन रस) किए गए माल का ब्योरा लिखने का काग़ज़ 3 अनुमति पत्र 9 यौवन काल में उत्पन्न अनुराग,प्रेम (जैसे-रस में डूबना, रस (जैसे-चुंगी चुकाने की प्राप्त रखना)
की उत्पत्ति)। ~कपूर हिं० (पु०) औषधोपयोगी सफ़ेद रंग रवा-फा० (वि०) 1 अभ्यस्त 2 प्रचलित 3 प्रवाहित 4 तेज़ की एक धातुः केलि (स्त्री०) 1 हँसी दिल्लगी 2 क्रीडा, धारवाला 5 रवाना
विहार; ~खीर (स्त्री०) मीठा भात; ~गुल्ला (पु०) के रवाँस-(पु०) बोड़े की जाति का एक पौधा और उसकी फली से बनाई जानेवाली एक मिठाई; ~घन I (वि०) अत्यधिक रवा-I (पु०) 1 कण, दाना (जैसे-चीनी का रवा 2 कोणाकार स्वादयुक्त II (पु०) कृष्ण; ज (पु०) 1 गुड़ 2 शराब की या लंबोतरे टुकड़े, केलास 3 घुघरू में आवाज़ करनेवाले दाने। तलछट 3 रसौत; ज्ञ (वि०) 1 रस का ज्ञाता 2 काव्य रस दार + फ़ा० (वि०) रवा से युक्त
का ज्ञाता 3 निपुण; ~ज्ञता (स्त्री०) रसज्ञ होने की अवस्था; रवा-II फ़ा० (वि०) 1 उचित 2 प्रचलित। ~दार (वि०) दार + फ़ा० (वि०) रसयुक्त; द्रव्य (पु०) रासायनिक 1 उदारचेता 2 शुभचिंतक 3 सहनशील
प्रक्रियाओं से बना रस; ~पति (पु०) चंद्रमा; पाकज रवानगी-फ़ा० (स्त्री०) प्रस्थान
(पु०) = राब; पाचक (पु०) = रसोइया; पान रवाना-फा० (वि०) 1 प्रस्थित 2 भेजा गया
(पु०) 1 रस पीना 2 आनंद लेना; ~बतियाव (पु०) = रवानी-फा० (स्त्री०) 1 रवाँ होने का भाव, रवाना होना 2 बहाव रसवाद; बत्ती (स्त्री०) बंदूक, तोप आदि दाग़ने का 3 प्रस्थान
पलीता; ~भरी + हिं० (स्त्री०) मकोय; ~भस्म (पु०) रवाब-अ० (पु०) = रबाब
पारे का भस्म; ~भीना + हिं० (वि०) रस में डूबा; ~मल रवाबिया-I (पु०) लाल बलुआ पत्थर
(पु०) शरीर से निकलनेवाला मल; रंग (पु०) 1 प्रेम रस रवाबिया-II अ० + हिं० (पु०) = रबाबिया
2 प्रेम क्रीड़ा; ~राज (पु०) 1 श्रृंगार रस 2 रसौत 3 वैद्यक में रवायत-अ० (स्त्री०) = रिवायत
एक औषध; ~वत्ता (स्त्री०) 1 रसीलापन 2 माधुर्य; वाद रवारवी-फ़ा० (स्त्री०) 1 शीघ्रता, जल्दी 2 भाग दौड़ 3 चल | (पु०) 1 प्रेम, आनंद की बातचीत 2 हास परिहास 3 प्रेमी चलाव
प्रेमिका के बीच की बकवास 4 साहि० रस का ध्यान रखते हुए रवि-सं० (पु०) सूर्य। ~कर (पु०) सूर्य किरण; ~कुल साहित्य रचना करने का सिद्धांत; विक्रयी (पु०) शराब (पु०) सूर्य वंश; चक्र (पु०) = रवि मंडल, ~तनय बेचनेवाला; ~विदग्ध (वि०) = रसज्ञ; ~ विरोध (पु०) (पु०) 1 यमराज 2 शनि; तनया (स्त्री०) यमुना; दिन 1 एक ही पद्य में होनेवाली दो परस्पर प्रतिकूल रसों की स्थिति (पु०) = रविवार; ~मंडल (पु०) सूर्य के चारों ओर दिखाई 2 स्वाद बिगाड़ने वाले रसों का मिश्रण; ~संप्रदाय (पु०) देनेवाला लाल मंडलाकार बिंब; ~वार (पु०) शनिवार और रसवादी वर्ग; सिद्ध (वि०) रसाभिव्यक्ति करने में कुशल सोमवार के बीच का वार, इतवार; ~वारीय (वि०) रविवार
(कवि) का
रसन-सं० (पु०) सुहागा रविश-फ़ा० (स्त्री०) 1 गति, चाल 2 आचार व्यवहार 3 तौर रसद-I (वि०) 1 रस देनेवाला 2 स्वादिष्ट 3 सुख देनेवाला
तरीका, रंग ढंग 4 शैली 5 बगीचे में चलने के लिए बना छोटा रसद-II फ़ा० (स्त्री०) 1 खाद्य सामग्री, अनाज 2 बाँट । मार्ग
खाना (पु०) खाद्य भंडार; पानी + हिं० (पु०) दाना रवेदार-हिं० + फ़ा० (वि०) रवे के रूप में होनेवाला पानी, भोजन और जल; ~बंदी (स्त्री०) खाद्य सामग्री का रवैया-फा० (पु०) 1आचार व्यवहार 2 चाल चलन | प्रबंध; -विभाग + सं० (पु०) खाद्य विभाग