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माँग
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रखता
गई याचना 4 आवश्यकता। पत्र + सं० (पु०) माँग | माँढा-(पु०) - मंडप संबंधी परचा, आर्डर फार्म
मांत्र-सं० (वि०) मंत्र संबंधी, मंत्र का माँग-II (स्त्री०) सिर के बालों को विभक्त करके बनाई गई | मांत्रिक-सं० (पु०) 1 मंत्र का पाठ करने में पारंगत व्यक्ति रेखा (जैसे-माँग में सिंदूर भरना)। चोटी (स्त्री०) स्त्रियों 2 मंत्र तंत्र का अच्छा ज्ञाता का केश विन्यासः -जली (स्त्री०) विधवा, राँड़; ~टीका माँथ-(पु०) सिर, माथा। ~बंधन (पु.) सिर के बाल बाँधने (पु०) मोतियों का लड़ी से युक्त एक तरह का माँगफूल; __ का फीता
~पट्टी (स्त्री०) - माँग चोटी; ~फूल (पु०) = माँग मांथर्य-सं० (पु.) 1 मंथर होने की अवस्था, मंथरता, धीमापन टीका; ~भरी (स्त्री०) सुहागिन
2 सुस्ती माँगना-(स० क्रि०) 1 याचना करना 2 प्रार्थना करना माँद-(वि०) 1 मलिन 2 फीका, श्री हीन 3 हलका . (जैसे-छुट्टी का आवेदन पत्र माँगना) 3 शादी का प्रस्ताव माँद-II(स्त्री०) सूखे गोबर का ढेर करना (जैसे-कन्या माँगना) 4 हाथ पसास्ना (जैसे-भीख माँद-III(स्त्री०) प्राकृतिक सुरंग (जैसे-शेर की माँद) माँगना) 5 प्रस्तुत करना (जैसे-दुकानदार से फल आदि माँदगी-फा० (स्त्री०) 1 माँदा होने की अवस्था 2 बीमारी, रोग माँगना)। ताँगना (स० क्रि०) माँगकर लेना; ~मँगना 3 थकावट (स० क्रि०) माँगना
माँदर-(पु०) मृदंग का एक भेद मांगलगीत-हिं० + सं० (पु०) = मंगलगान
माँदा-फ़ा० (वि०) 1 रोग से पीड़ित (जैसे-थका माँदा) 2 बचा मांगलिक-सं० (वि०) = मंगलकारी। ~ता (स्त्री०) मंगल हुआ, शेष होने की अवस्था
मांद्य-(पु०) 1 मंद होने का भाव 2 दुर्बलता 3 कमी, न्यूनता 4 माँगल्य-सं० (पु०) = मंगलकारी। -कामना (स्त्री०)
रोग 5 मूर्खता मंगलकारी इच्छा (जैसे-मित्र की तरक्की हेतु मांगल्य कामना) माँपना-(स० क्रि०) बो० - मापना माँगा-I(पु०) मँगनी माँगने का भाव II(वि०) मँगनी का माँ बहन-(स्त्री०) माँ और बहन माँचना-(अ० क्रि०) बो० 1 प्रसिद्ध होना 2 लीन होना 3 शुरू माँ बाप-(पु०) माता और पिता होना (जैसे-प्यार माँचना)
मांस-सं० (पु०) प्राणियों के शरीर का मुलायम चिकना और माँची-(स्त्री०) बैलगाड़ी में सामान रखने की जालीदार झोली हड्डी तथा रक्त से भिन्न अंश, आमिष, गोश्त । ~कंदी माँछ-(पु०), माँछली बो० (स्त्री०) = मछली , (स्त्री०) मांस की सूजन, ददोरा; कीलक (पु०) बवासीर माँछी-बो० (स्त्री०) = मक्खी
का मसा; खोर • फ़ा० (वि.) मांसाहारी; पिंड (पु०) मौज-(स्त्री०) 1 दलदली भूमि 2 कछार, तराई
मांस का लोथड़ा; -पेशी (स्त्री) शरीर के भीतर परस्पर माँजना-(स० क्रि०) 1 रगड़ना (जैसे-बर्तन माँजना) जुड़े हए मांसपिंड; ~ भक्षण (प.) मांस खाना; -भक्षी 2 अभ्यास करना (जैसे-लिखने में हाथ माँजना) 3 चमकाना (वि०) - मांसाहारी; ~~भोजी (वि०) मांस का सेवन (जैसे-फर्श माँजना) 4 साफ़ करना
करनेवाला; --मंड (पु०) गोश्त का रसा, शोरबा; मौजा-(पु०) पहली वर्षा का फेन
-विक्रयी (पु०) मांस बेचने का पेशा करनेवाला, कसाई; माँ जाई-(स्त्री०) बहन
~स्नेह (पु०) चरबी. वसा माँ जाया- (पु०) भाई
मांसल-सं० (वि०) 1 मांस युक्त 2 गदगदा (जैसे-मांसल मैंजिष्ठ-[ सं० (वि०) 1 मजीठ के रंग का 2 लाल II (पु०) | देह) 3 मोटा ताज़ा, हृष्ट पृष्ट (जैसे-मांसल शरीर)। -ता' लाल रंग
(स्त्री०) 1 मांसल अवस्था 2 मोटा ताज़ा होने का भाव या मांझा-(पु०) 1 नदी के बीच की सूखी ज़मीन 2 हल्दी लगाने अवस्था के बाद वर कन्या को पहनाया गया पीला कपड़ा 3 पेड़ का तना मांसाष्टका-सं० (स्त्री०) माघ कृष्णाष्टमी 4 फेन 5 मंझा 6 पतंग की डोर जो कांच के पिसे लेप मांसाहार-सं० (पु०) मांस युक्त भोजन युक्त हो
मांसाहारी-सं० (वि०) = मांस भक्षी मांझी-(पु०) केवट, मल्लाह
मांसोदन-सं० (पु०) मांस युक्त पका चावल, पुलाव माँठ-(पु०) 1 मटका 2 कुंडा
मा-(स्त्री०) - माँ माँड़-(पु०) पकाए गए चावल का बचा हुआ गाढ़ा पानी, माइक-अं० (पु०) ध्वनि वर्धक यंत्र पसाव
माइका-I(पु०) = मायका मांडना-(स० क्रि०) बो० 1 मसलना 2 गूंधना, सानना । माइका-IIअं० (पु.) अभ्रक (एक धातु) माँड़ना-(स० क्रि०) बो० 1 मसलना 2 गूंधना, सानना माइक्रोकापी-अं० (स्त्री०) सूक्ष्मप्रति (जैसे-आटा माँड़ना)
माइक्रोफोन-अं० (पु०) = माइक माँड़नी-(स्त्री०) माँड़ने का काम
माइक्रोस्कोप-अं० (पु०) सूक्ष्मदर्शी मांडलिक-सं० (पु०) = मंडलेश्वर
माइन-अं० (पु०) खान माँड़ा-(पु०) चि० 1 आँख में झिल्ली पड़ने का एक रोग माइनारिटी-अं० (स्त्री०) अल्पसंख्यक, अल्पमत 2 आँख में पड़नेवाली झिल्ली
माई-I(स्त्री०) माता मोदी-मी.) 1 भात का पसाव 2 कलफ़
माई-II(स्त्री०) औरत