________________
धुलाना
421
धूल
धनी देना
अं० (स्त्री०) वस्त्र धुलने का उपकरण, यंत्र
धुआँ करनेवाला; नाली (स्त्री०) धुंधका; ~पट (पु०) पुलाना-(स० क्रि०) धोने का काम कराना, घुलवाना धुएँ की दीवार; पान (पु०) 1 धुएँ में साधुओं आदि का (जैसे-धोबी से कपड़े धुलाना)
पड़े रहना 2 बीड़ी, सिगरेट आदि पीना; -पोत (पु०) = धुलिया-मिटिया-(वि०) जिस पर धूल-मिट्टी पड़ी हो, धुआँकश; रहित (वि०) जिसमें धुआँ न हो; ~वाला धूल-मिट्टी से सना हुआ
+हि० (वि०) धुआँवाला धुलेंडी-(स्त्री०) 1 होली जलने के दूसरे दिन चैत बदी 2 चैत धूम-(स्त्री०) उल्लासपूर्ण चहल-पहल (जैसे-धूम मचाना) । बदी का दिन
~धड़क्का, -धड़ाका (पु०), ~धाम (स्त्री०) धुवाँ-(पु०) धुआँ, घूआँ। ~कश +फा० (पु०) धुआँकश 1 अत्यधिक उमंग एवं उल्लासपूर्ण चहल-पहल 2 ठाठ बाट घुवाँस-(स्त्री०) उरद का आटा
और तैयारी, उत्साहपूर्ण आयोजन घुस्स-(पु०) गिरे हुए मकान का ढेर, टीला
धूमक-सं० (पु०) धुआँ धुस्सा-(पु०) ऊन की मोटी लोई
घूमक-धैया-(स्त्री०) 1 अशिष्टतापूर्ण उछलकूद, उपद्रव, धुंध-बो० (स्त्री०) 1 धुंध 2 धोखा
हो-हल्ला ? दे० धूम-धाम घुआं-(प०) पदार्थ आदि के जलने से निकलनेवाली गैस. | धूम-केतु-सं० (पु०) 1 आग, अग्नि 2 केतु ग्रह 3 पुच्छल तारा
वातीय पदार्थ, धूम (जैसे-जलती लकड़ी से धुआँ निकलना) धूमल-सं० (वि०) धुएँ के रंग का, मटमैला धूई-(स्त्री०) = धूनी
धूमला-(वि०) + धूमिल। धूजना-(अ० क्रि०) हिलना, काँपना
धूमवान्-सं० (वि०) धुएँ से युक्त धूत-सं० (वि०) 1 काँपता हुआ, कंपित 2 त्यागा हुआ, त्यक्त धूमायित-सं०. (वि०) धूमित 3 डॉटा हुआ, झिड़का हुआ
धूमावृत-सं० (वि०) धुएँ से घिरा हुआ । घूतुक, धूतू-(पु०) सीटी का शब्द 2 तुरही 3 नरसिंहा धूमित-सं० (वि०) धुएँ से युक्त धू-धू-(पु०) आग के ज़ोर से जलने का शब्द (जैसे-धू-ध धूमिल-(वि०) 1 धुएँ के रंग का 2 धुंधला 3 मलिन, गंदा । करके जलना)
ता (स्त्री०) धुंधलापन घूनना--1 (स० क्रि०) धुएँ से कमरा आदि सुवासित करना, धूम्र-I सं० (वि०) धुएँ के रंग का II (पु०) धुएँ का सा रंग।
तापन (पु०) धूम्रीकरण; पान (पु०) = धूमपान धूनना--II (स० क्रि०) दे० धुनना
(जैसे-धूम्रपान करना); ~पान-प्रेमी (पु०) धूम्रपान का धूना-(पु०) एक वृक्ष जिससे वारनिश तैयार की जाती है । शौकीन; ~वर्ण (वि०) धुएँ के रंग का, ललाईपन लिये धूनी-(स्त्री०) 1 गूगल, धूप, लोबान आदि जलना, सुगंधित | काला, धूमिल धुआँ करना 2 धुआँ के लिए कोई पदार्थ जलाना 3 ठंड से धूम्रवत्-सं० (वि०) धुएँ के समान, तंबाकू की तरह बचने हेतु साधुओं द्वारा जलाई जानेवाली आग (जैसे-धनी । धूम्राच्छन्न, धूम्रावेष्टित-सं० (वि०) धुएँ से घिरा हुआ, धुएँ से लगाना)
छाया हुआ धूप-[सं० (पु०) 1 घाम, सूर्य का प्रकाश (जैसे-कपड़े धूप में धूम्रीकरण-सं० (पु०) संक्रामक कीटाणुओं को मारने हेतु सुखाना) 2 आतप। ~घड़ी + हिं० (स्त्री०) धूप के सहारे सुगंधित धूप आदि का धुआँ करना, संक्रमण नाशक गैस समय ज्ञात होने का एक यंत्र; छाँह - हिं० (स्त्री०) कई आदि प्रसारित करना, प्रधुमन रंग दिखाई पड़नेवाला एक तरह का कपड़ा; तापी (वि०) धूर-I बो० (स्त्री०) धूल धूप तापनेवाला; प्रधान सेवन, स्नान (पु०) घाम धूर-II (स्त्री०) बिस्वे का बीसवाँ भाग लेना। खाना 1 धूप में सूखना या सुखाया जाना 2 घाम के धूरा-(१०) 1 धूल, गर्द 2 महीन, चूर्ण लिए बाहर बैठना; खिलाना, दिखाना धूप लगने के | धूर्त-1 सं० (वि०) 1 बहुत झूठा 2 कपटी, छली 3 लंपट II लिए बाहर रखना; निकलना सूर्योदय होना, घाम होना (पु०) 1 शठ नायक 2 जुआरी; ता (स्त्री०) 1 धूर्त का धूप-I[सं० (पु०) = धूनी। दान + फ़ा० (पु०) धूप नामक गुण, वंचना 2 कपट, छल 4 लंपटता सुगंधित द्रव्य रखने का बर्तन; ~दानी +फ़ा० + स्त्री० छोटा धूर्धर-सं० (वि०) धुरंधर धूपदान; दीप (पु०) धूप और दीया (पूजा सामग्री); धूल-(स्त्री०) सूखी मिट्टी के सूक्ष्म कण (जैसे-धूल उड़ाना) ।
बत्ती + हिं० (स्त्री०) मसाला लगी सींक; ~वासित धक्कड़ (पु०) चारों तरफ़ उड़नेवाली धूल, ~धूसर, (वि०) धूप आदि से सुगंधित किया हुआ
~~धूसरित सं० (वि०) धूल से लथपथ; मिट्टी धूपछाँही-(वि०) धूप छाँहवाला
(स्त्री०) गर्दा, रोक (वि०) गर्दा रोकनेवाला उड़ना धूपन-(पु०) 1 धूप देना
1 बर्बाद होना, सर्वनाश होना 2 सुनसान हो जाना; उड़ाते धूपना-I (स० क्रि०) बो० सुगंधित द्रव्य जलाना फिरना 1 मारा-मारा फिरना 2 जीविका की तलाश में घूमना; धूपना-II (अ० क्रि०) आने-जाने में परेशान होना | ~की रस्सी बटना असंभव बात, कार्य हेतु श्रम करना; (जैसे-दौड़ना-धूपना)
चाटना अत्यंत दीनता प्रकट करना; ~झाड़ना हार की धूपित-सं० (वि०) धूप-वासित
लाज छोड़ना; ~फाँकना इधर-उधर घूमते फिरना; ~में धूपित-(वि०) थका हुआ, शिथिल एवं श्रांत
मिलना नष्ट होना, बर्बाद होना; ~में मिलाना मटियामेट धूम-सं० (पु०) धुआँ (जैसे-धूम्रपान)। ~कर (वि०) | करना