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पंखा
पंखा - (पु० ) हवा देनेवाली वस्तु (जैसे-बिजली का पंखा, हाथ का पंखा । कुली + तु० (पु० ) पंखा खींचनेवाला नौकर पंखी - I ( पु० ) चिड़िया, पक्षी II ( स्त्री०) 1 उड़नेवाला छोटा कीड़ा, फतिंगा 2 साखू के फल के सिरे पर की पतली पत्तियाँ 3 छोटा पंखा
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पंखुड़ी - (स्त्री०) पंखड़ी पंखेरू - ( पु० ) पक्षी, खग, पंछी
पंग - (वि०) 1 लंगड़ा 2 गतिहीन, निश्चल 3 स्तब्ध पंगत, पंगति - ( स्त्री० ) 1 पंक्ति 2 पाँति (जैसे-भोजन करनेवालों की पंगत में बैठ जाना) 3 भोज 4 समाज, समूह पँगला - (वि.) पंगुल पंगु - I सं० 1 लँगड़ा (जैसे- पंगु चढ़हि गिरिवर गहन ) 2 गतिहीन 3 शक्तिहीन II सं० 1 शनि ग्रह 2 वात रोग से ग्रस्त व्यक्ति
पंगुल - I सं० (वि०) 1 जो चल-फिर न सकता हो 2 अकर्मण्य और आलसी II ( पु०) लँगड़ापन
पंच-सं० (पु० ) पाँच मनुष्यों का समुदाय (जैसे-पंच परमेश्वर) । ~ कन्या (स्त्री०) अहल्या, द्रौपदी, कुंती, तारा तथा मंदोदरी ये पाँच कन्याएँ; ~ कृत्य (पु० ) सृष्टि, स्थिति, ध्वंस, विधान और अनुग्रह ये पाँच प्रकार के ईश्वरीय कर्म ~कोण I (वि०) पाँच कानोंवाला II ( पु० ) पाँच भुजाओंवाला; कोश वेदांत के अनुसार आत्मा के आवरण रूप पाँच कोश (जैसे- अन्नमय कोश, प्राणमय कोश, मनोमय कोश, विज्ञानमय कोश, आनंदमय कोश ); गव्य (पु० ) गाय से प्राप्त होनेवाले पाँच द्रव्य (जैसे-दूध, दही, घी, गोबर, गोमूत्र); ~ग्रह (पु० ) मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि ये पाँच ग्रह जन (पु० ) 1 पाँच लोगों का समूह 2 ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र, निषाद पाँच वर्गों का समूह 3 जन समुदाय 4 गंधर्व, पितर, देव, असुर, राक्षस पाँच लोगों का समूह; -जन्य (पु० ) पंचजन नामक राक्षस की हड्डी से निर्मित श्री कृष्ण का प्रसिद्ध शंख तंत्र (पु० ) नीति शास्त्र का ग्रंथ जो संस्कृत भाषा में लिखा गया है; ~ तत्व (पु० ) पाँच प्रकार के तत्व. पंचभूत (जैसे-आकाश, पृथिवी, जल, अग्नि, हवा पंच तत्व हैं); ~ तन्मात्र (पु० ) शब्द, स्पर्श, रूप, रस और गंध ये पाँच तत्व; तपा (वि०) पंचाग्नि तापनेवाला; ~ता, पंचतत्व (स्त्री०) पाँच होने की अवस्था देव (पु० ) पाँच देवता (जैसे- विष्णु, महेश, सूर्य, गणेश, दुर्गा पंच देव की आराधना हिंदू लोग करते हैं); ~द्रविड़ (पु०) दक्षिण भारत के पाँच प्रकार के ब्राह्मण (जैसे- महाराष्ट्र, तैलंग, कर्णाट, गुर्जर, द्रविड़ ); ~नद (पु० ) पाँच नदियों का समूह (जैसे- सतलुज, व्यास, रावी, चनाब और झेलम पंजाब प्रदेश की पंचनद कही जाती हैं); निर्णय (पु०) पंचों द्वारा किया गया फ़ैसला; परमेश्वर (पु० ) पंच में न्यायकारी ईश्वर; पल्लव (पु० ) पीपल, गूलर, पाकड़ और बड़ या आम, जामुन, कैथ, बेल और बिजौरा के पत्ते पात्र (पु० ) पाँच पात्रों का समाहार; प्राण (पु०) प्राण, अपान, समान, व्यान तथा उदान ये पाँच प्राण; ~भुज (पु० ) = पंचकोण; भूत (पु० ) = पंच तत्व; ~ भौतिक (वि०) पंच भूतों से युक्त; ~ मंडल (पु० ) पंचों की मंडली, पंचायत मकार ( पु० ) मद्य, माँस, मत्स्य, मुद्रा और मैथुन ये पाँच मकार;
पंचाक्षर
~ महापातक (पु० ) पाँच प्रकार के महापातक (जैसे- ब्रह्महत्या, सुरापान, चोरी, गुरु पत्नी से गमन तथा इन चार से सम्पर्क बनाने का काम, मेल जोल ये पाँच महापातक कर्म कहे गए हैं); ~महायज्ञ ( पु० ) ब्रह्मयज्ञ, देवयज्ञ, भूतयज्ञ, पितृयज्ञ तथा नृपयज्ञ ये पंच महायज्ञ; मुख (वि०) पाँच मुँहवाला (जैसे-पंच मुख ब्रह्मा, पंच मुख गणेश) ~ महाव्रत (पु० ) अहिंसा, सूनृता, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह ये पाँच महाव्रत ~ रंग (पु० ) मेंहदी का चूरा, अबीर, बुक्का, हल्दी और सुरवाली ये पाँच रंग; रत्न (पु० ) पाँच प्रकार के रत्न (जैसे- नीलम, पद्मराग, मणि, मूंगा, हीरा पंच रत्न के नाम से जाने गए हैं); ~वटी (स्त्री०) पीपल, वट, बेल, हरड़ और अशोक वृक्षों का समूह; ~ वर्षीय (वि०) पाँच वर्ष का ~ वाण (पु० ) 1 कामदेव के पाँच वाण 2 कामदेव के पाँच पुष्पवाण; वार्षिक, ~साला + फ़ा० (वि०) = पंचवर्षीय ~शील (पु०) 1 अस्तेय, अहिंसा, ब्रह्मचर्य, सत्य और मादक द्रव्यों का त्याग 2 अखंडता प्रभुसत्ता, आक्रमण न करना, हस्तक्षेप न करना, समानता- नीति तथा शांतिपूर्ण अस्तित्व ये पाँच सिद्धांत जो अंतर्राष्ट्रीय तनाव से मुक्ति हेतु हैं: की दुहाई सहायता हेतु की जानेवाली पुकार की भाख सब लोगों की कृपा पंचक-सं० (पु० ) 1 मांगलिक कार्य न करने से संबद्ध पाँच नक्षत्रोंवाला दिन 2 एक तरह की पाँच वस्तुओं का समूह पंचकार्ड - अं० (पु०) सछिद्र पत्रक । ~मशीन (स्त्री०) छिद्र करनेवाली मशीन
पंचतल्ला - (वि०) पाँच मंज़िलोंवाला
पंचनामा - हिं० + फा० (पु० ) 1 वह पत्र जिसपर पंचो ने अपना निर्णय लिखा हो 2 निर्णय लिखा हुआ पत्र पंचम सं० (वि०) पाँचवाँ
पंचमांग-सं० (पु० ) 1 पाँचवा अंश 2 पाँचवा अंग पंचमांगी-सं० (वि०) पंचमांग संबंधी पंचमांश सं० (पु० ) = पंचमांग
पंचमी-सं० (स्त्री०) चांद्रमास के प्रत्येक पक्ष की पाँचवी तिथि पँचमेल - (वि०) जिसमें पाँच चीज़ों का मिश्रण हो (जैसे- पँचमेल मिठाई)
पँच रँगा - (वि०) पाँच रंगोंवाला
पँच लड़ा - (वि०) पाँच लड़ोंवाला पँच लड़ी - (स्त्री०) पाँच लड़ोंवाला हार
पंचवाँसा - (पु० ) गर्भवती स्त्री के गर्भ के पाँचवे महीने होनेवाला संस्कार
पंचवाई - (स्त्री०) देशी शराब जो जौ, चावल आदि के मिलाने से बनाई जाती है
पंचांग - I सं० (वि०) पाँच अंगों वाला II (पु० ) 1 किसी वस्तु के पाँच अंग, 2 पाँच अंगोंवाली वस्तु 3 वारों, नक्षत्रों, तिथियों योगों और करणों वाली एक पंजी, पत्रा 4 जड़, छाल, पत्ती, फूल और फल वनस्पतियों के पाँच अंग । मास (पु० ) पंचांग में दिखाया जानेवाला पहली तिथि से अंतिम तिथि वाला महीना; वर्ष (पु०) पंचांग में दिखाया गया आदि से अंत तक कोई पूरा वर्ष, कलेंडर ईयर पंचाक्षर-सं० (वि०) पाँच अक्षरोंवाला (जैसे- पंचाक्षर मंत्र, पंचाक्षर शब्द )