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परिप्रेक्षण
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परिमुग्ध परिप्रेक्षण-सं० (पु०) चारों ओर अच्छी तरह देखना | परिभ्रमण-सं० (पु०) 1 चारों तरफ़ घूमना 2 चक्कर लगाना। परिप्रेक्षित-सं० (वि०) चारों तरफ़ अच्छी तरह देखा हुआ | ~कारी (पु०) घुमानेवाला परिप्रेक्ष्य-सं० (पु०) दृश्यों, व्यक्तियों आदि का ऐसा चित्रण परिभ्रष्ट-सं० (वि०) गिरा हुआ, पतित जिसमें पारस्परिक अंतर बिल्कुल उसी रूप में दिखाई पड़ता हो परिभ्रामी-सं० (वि०) चक्कर लगानेवाला
जैसा वह साधारणतया आँखों से देखने पर दिखाई पड़ता हो | परिमंडल-I सं० (वि०) गोल, वर्तुलाकार II (पु०) परिप्रेषण-सं० (पु०) 1 चारों ओर भेजना 2 दूत बनाकर भेजना 1 चक्कर 2 घेरा, परिधि 3 निर्वासन
परिमंथर-सं० (वि०) अत्यधिक धीमा परिप्रेषित-सं० (वि०) 1 भेजा हुआ, प्रेषित 2 निकाला हुआ, परिमंद-सं० (वि०) 1 अत्यधिक मंद, धुंधला 2 बहुत क्षीण निष्कासित
3 शिथिल, सुस्त परिप्लव-1 सं० (वि०) तैरता हुआ,बहता हुआII(पु०) तैरना परिमई-सं० (पु०) अच्छी तरह से किया जानेवाला मर्दन परिप्लावित-सं० (वि०) जो जलमग्न हो चुका हो परिमल-सं० (पु०) 1 खुशबू, सुगंध 2 चंदन आदि घिसना, परिप्लुत-I सं० (वि०) जिसके चारों तरफ़ जल ही जल हो रगड़ना 3 संभोग। ~ज (वि०) मैथुन से प्राप्त (सुख) II (पु०) छलाँग
परिमा-सं० (स्त्री०) सीमा, हद परिप्लुष्ट-सं० (वि०) 1 जला हुआ 2 जलाया हुआ 3 झुलसा
परिमाण-सं० (पु०) 1 नाप, तौल आदि की दृष्टि से वस्तु की हआ
लम्बाई, चौड़ाई आदि का 2 गिनने, तौलने, मापने आदि से परिप्लोष-सं० (पु०) 1 तपना, ताप 2 जलन, दाह 3 शरीर के प्राप्त होनेवाला फल (जैसे-इस लोहे का वज़न परिमाण में दस अंदर का ताप
किलोग्राम निकला)। लगत (वि०) परिमाण संबंधी; परिबंधन-सं० (पु०) जकड़कर बाँधना
~मंडल (पु०) भूगर्भ शास्त्र के अनुसार पृथ्वी के तीन मुख्य परिबद्ध-सं० (वि०) संलग्न
पटलों में बीच का पटल, ~मापक (वि०) परिमाण परिबल-सं० (पु०) यंत्र आदि का बल, यांत्रिक शक्ति नापने-जोखनेवाला; ~वाचक (वि०) परिमाण का बोध परिबाधा-सं० (स्त्री०) 1विकट परेशानी 2 कष्ट
करानेवाला परिबोध-सं० (पु०) 1 ज्ञान 2 तर्क
परिमाणक-सं० (पु०) तौल, भार परिबोधन-सं० (पु०) 1 अच्छी तरह बोध कराना 2 चेतावनी परिमाणात्मक-सं० (वि०) = परिमाणगत देना 3 चेतावनी
परिमाणी-सं० (वि०) परिमाण युक्त परिभंग-सं० (पु०) टुकड़े-टुकड़े करना
परिमाप-सं० (पु०) 1 ग० ज्यामिती में किसी आकृति, क्षेत्र परिभर्सन-सं० (पु०) हर तरफ़ पड़नेवाली डाँट-फटकार आदि को चारों ओर से घेरनेवाली रेखा की लंबाई 2 नापने की परिभव, परिभाव-सं० (पु.) 1 पराजय, हार 2 अपमान,
क्रिया 3 लंबाई, चौड़ाई आदि की नाप । अनादर
परिमापन-सं० (पु०) चारों ओर से नाप जोख करना परिभावना-सं० (स्त्री०) 1 विचार करना, विचारना 2 चिंतन परिमापित-सं० (वि०) चारों ओर से नापा हुआ परिभाषा-सं० (स्त्री०) 1 वाक्य में प्रयुक्त पद, शब्द का अर्थ परिमार्गण-सं० (पु०) 1 पता लगाने के लिए चारों तरफ़ जाना स्पष्ट करने की क्रिया 2 नपा-तुला परिचय जिससे वस्तु, व्यक्ति 2 अन्वेषण आदि का स्वरूप, गुण आदि को जाना जा सके 3 कला, विद्या परिमार्जक-सं० (वि०) 1 साफ़ करनेवाला 2 कमियाँ आदि आदि क्षेत्रों में प्रयुक्त होनेवाला शब्द 4 परिभाषा का शाब्दिक दूर करनेवाला रूप 5 परिभाषा की शब्दावली
परिमार्जन-सं० (पु०) 1 साफ़ करने हेतु धोना, साफ़ करना परिभाषित-सं० (वि०) जिसकी परिभाषा की गई हो 2 साहित्यिक त्रुटियों को दूर करना परिभाषी-सं० (वि०) 1 भाषण करनेवाला 2 बोलनेवाला परिमार्जनीय-सं० (वि०) जो परिमार्जन योग्य हो 3जिसकी परिभाषा की जा रही हो।
परिमार्जित-सं० (वि०) जिसका परिमार्जन हआ हो परिभाष्य-सं० (वि०) 1 स्पष्ट कहा जाने योग्य 2 परिभाषा के परिमित-सं० (वि०) 1 जिसे मापा जा चुका हो 2 परिमाण में
जो किसी विशेष बिंद, संख्या आदि से कम हो 3 जो परिमाण परिभिन्न-सं० (वि०) 1टूटा-फूटा 2 विकृत
में निश्चित बिंदु न बढ़ सकता हो। कथी (वि०) नपे-तुले परिभुक्त-सं० (वि०) जिसका परिभोग हो चुका हो शब्द कहनेवाला, अल्पभाषी; ~ता (स्त्री०) परिमित होने की परिभुन-सं० (वि०) टेढ़ा
अवस्था; ~व्यय (पु०) कम खर्च ~व्ययी (वि०) कम परिभू-सं० (वि०) जो चारों तरफ से घेरे हो
खर्च करनेवाला, मितव्ययी परिभूत-सं० (वि०) 1 जिसका परिभव हआ हो 2 तिरस्कृत परिमितायु-सं० (वि०) अल्पायु, कम उम्र का 3परास्त
परिमिताहार-सं० (वि०) कम खानेवाला, अल्पाहारी परिभूति-सं० (स्त्री०) 1 अपमानित होने की अवस्था 2 हारने परिमिति-सं० (स्त्री०) 1 परिमित होने की स्थिति 2 परिमाण की दशा
. 3 सीमा, हद परिभूषण-सं० (पु०) अलंकृत करना
परिमिलन-सं० (पु०) 1 संयोग 2 मिलन परिभूषित-सं० (वि०) अलंकृत किया हुआ
परिमिलित-सं० (वि०) 1 मिला हुआ 2 व्याप्त परिभ्रंश-सं० (पु०) 1 गिरना 2 गिराना 3 पलायन, भगदड़ ! परिमुग्ध-सं० (वि०) आकर्षक, सुंदर
योग्य