________________
भावरी
भावरी - (स्त्री०) भृकुटी
भावांतर - सं० (पु० ) 1 मन की अवस्था का बदलना 2 अर्थातर भावाकुल, भावातुर-सं० (वि०) 1 भावनाओं के कारण अशांत 2 भावों से भरा हुआ, भावुक भावात्मक सं० (वि०) भावमय भावानुवाद-सं० (पु० ) भावार्थ, सरल और वास्तविक अर्थ भावाभिव्यक्ति-सं० (स्त्री०) भाव प्रकट करना भावार्थ-सं० (पु० ) 1 अभिप्रायः, आशय (जैस-पद्य का भावार्थ लिखना) 2 मतलब, तात्पर्य भावावेग, भावावेश-सं० (पु०) भावों की प्रबलता, भावुकता भाविक - I सं० (वि०) 1 भाव संबंधी, भाव का 2 भावी
3 भाव जाननेवाला II (पु० ) भावी अनुमान भावित -सं० (वि०) 1 सोचा हुआ, विचारा हुआ 2 अधिकार में आया हुआ, प्राप्त 3 भेंट किया हुआ 4 मिलाया हुआ भावी - I सं० (वि०) 1 भविष्य में होनेवाला 2 किस्मत में बदा हुआ II (स्त्री०) 1 भविष्यत् काल 2 अवश्य होनेवाली बात, भवितव्यता
618
भावुक - I सं० (वि०) 1 सोचने-समझनेवाला, भावना करनेवाला 2 भावों के वशीभूत होनेवाला (व्यक्ति) 3 उत्तम भावना करनेवाला II (पु० ) भला आदमी, सज्जन । ता (स्त्री०) भावुक होने का भाव; ~तावाद (पु० ) अतिभावुकता
भावेप्रयोग-सं० (पु०) व्याकरण में क्रिया का ऐसा प्रयोग कि उसका संबंध न कर्ता से हो न कर्म से भावोत्कर्ष -सं० (पु० ) भाव समृद्धि भावोत्तेजक-सं० (वि०) भावनाओं को उकसानेवाला भावोद्गार - सं० (पु०) भावाभिव्यक्ति भावोद्रेक-सं० (पु०) भावावेश भावोन्मत्त सं० (वि०) भाव विह्वल भावोन्मेष -सं० (पु०) भावों का उदय भावोपयुक्त-सं० (वि०) भाव व्यंजक भाव्य-सं० (वि० ) 1 अवश्य होनेवाला, अवश्यंभावी 2 भावना, योग्य । ता (स्त्री०) होनी, भावी
भाषण - सं० (पु० ) 1 धाराप्रवाह रूप में किया गया विवरण (जैसे- देश की एकता पर भाषण देना) 2 वार्तालाप (जैसे - व्यर्थ का भाषण ) 3 कथन, कही गई बात 4 बोलना, बात कहना। कर्ता (पु० ) = भाषण दाता; कत्री (स्त्री०) भाषण देनेवाली महिला कला (स्त्री०) वक्तृता; -दाता (पु०) भाषण देनेवाला; ध्वनि (स्त्री०) भाषण की आवाज़ प्रतियोगिता (स्त्री०) विषय विशेष पर बोलने की प्रतियोगिता स्वतंत्रता (स्त्री०) भाषण की आज़ादी, छूट
भाषणाभिलाषी-सं० (वि०) भाषण का इच्छुक भाषणावयव-सं० (पु०) बोलने के अंग भाषांतर -सं० (पु० ) 1 अनुवाद करना 2 अनवाद । ~कार (पु० ) अनुवाद करनेवाला, अनुवादक भाषांतरीय-सं० (वि०) भाषांतर संबंधी भाषा-सं० (स्त्री०) 1 बोली, ज़बान (जैसे हिंदी भाषा, अंग्रेज़ी भाषा) 2 बोली (जैसे-पक्षियों की भाषा) 3 देश, क्षेत्र आदि में बोली जानेवाली बोली (जैसे-प्रांतीय भाषा, ग्रामीण भाषा)
भिक्षा
4 शैली (जैसे-गद्य की भाषा, कवि की भाषा)। कुल (पु० ) भाषा परिवार गत (वि०) भाषायी; तत्व (पु०) = भाषा विज्ञान; तत्त्वविद् (पु० ) = भाषा विज्ञानी; ~तात्विक (वि०) = भाषापरक; ~ निर्माण (पु० ) भाषा की रचना; नीति (स्त्री०) भाषा संबंधी सिद्धांत; परक (वि०) भाषायी, भाषागत; परिवार (पु०) भाषाओं के कुल; बद्ध (वि०) भाषा में लिखित; वाद (पु० ) अपनी भाषा को अलग मानने का सिद्धांत; ~वार + फ़ा० ( क्रि० वि०) भाषा के आधार पर विज्ञ (पु०) भाषा विज्ञानी; ~विज्ञान (पु० ) वह विज्ञान जिसमें भाषा की उत्पत्ति और उसके विकास आदि का वैज्ञानिक रूप से अध्ययन किया जाता है; ~ विज्ञानी (पु० ) भाषा विज्ञान का ज्ञाता; ~विद (पु० ) 1 अनेक भाषाओं का ज्ञाता 2 भाषा का जानकार ~ वेत्ता (पु० ) 1 भाषाविद् 2 भाषा विज्ञानी; - वैज्ञानिक (वि०) 1 भाषा विज्ञान से संबंधित 2 भाषा विज्ञानी; ~ शास्त्र (पु०) भाषा विज्ञान; शास्त्री (पु० ) = भाषा विज्ञानी; शैली (स्त्री०) भाषा लिखने का ढंग; ~समूह (पु० ) भाषाओं के वर्ग; ~साम्य (पु०) भाषाओं की परस्पर समानता
भाषात्मक-सं० (वि०) भाषा संबंधी, भाषागत भाषायी -सं० (वि०) भाषा संबंधी, भाषा का (जैसे-भाषायी विभाजन)
भाषिक सं० (वि०) भाषा से संबद्ध भाषिकी-सं० (स्त्री०) भाषाविज्ञान
भाषिणी - सं० (वि० / स्त्री०) बोलनेवाली (जैसे-मृदु भाषिणी ) भाषित - I सं० (वि०) कहा हुआ, कथित II ( पु० ) 1 कथन, उक्ति 2 वार्तालाप
भाषी - सं० (वि०) बोलनेवाला (जैसे- बंगला भाषी, मृदु भाषी)
भाष्य-सं० (पु० ) 1 कथन 2 सूत्र ग्रंथों की विस्तृत व्याख्या 3 गूढ़ बात की विस्तृत व्याख्या । ~ कार ( पु० ) सूत्रों की व्याख्या करनेवाला लेखक
भास सं० (पु० ) 1 चमक 2 प्रकाश 3 किरण 4 मिथ्या ज्ञान भासमान-सं० (वि०) दिखाई देता हुआ भासित-सं० (वि०) 1 प्रकाशमान 2 चमकदार
भासुर - I सं० (पु० ) 1 कुष्ठ रोग की औषधि, कोढ़ की दवा II (वि०) चमकदार, चमकीला भास्कर - सं० (पु० ) सूर्य
भास्वर - I सं० (पु० ) दिन, सूर्य II (वि०) 1 दीप्त
2 चमकदार
भिंगाना - (स० क्रि०) भिगोना (जैसे-कपड़े भिंगाना) भिंगोरा-बो० ( पु० ) 1 भंगरा नामक पौधा 2 भृंगराज पक्षी भिंगोरी - (स्त्री०) भृंगराज नाम का पंछी भिंचना - (अ० क्रि०) बंद होना, मूँदना भिंजाना-बो० (स० क्रि०) भिगोना भिंडी - (स्त्री०) 1 एक प्रकार का पौधा (जैसे- भिंडी की फली) 2 इस पौधे के फल की सब्जी भिक्षा-सं० (स्त्री०) भीख (जैसे- भिक्षा माँगना)। जीवी (वि०) भीख माँगकर जीविकोपार्जन करनेवाला; पात्र | (पु० ) भीख माँगने का बर्तन II (वि०) भिक्षा योग्य