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भाग्यवान्
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भारत
निर्णय (पु०) भाग्य का फ़ैसला; निर्णायक (वि०) | का पिता कन्या के पिता के घर जाकर कच्ची रसोइ खाता है भाग्य का फैसला करनेवाला: पत्रक (पु०) वह चिट्ठी जिसे माता-(पु०) हलवाहे को दिया जानेवाला उपज का अश उठाकर बैटवारे का फैसला किया जाता है; -परायण भाथा-(पु०) तरकश (वि०) भाम्यवादी; फूटा + हिं० (वि०) दुर्भाग्यशाली, भाथी-(स्त्री०) चमड़े की धौंकनी भाग्यहीन; ल्योग (पु०) भाग्योदय का समय; लिपि भादों-(पु०) भाद्रपद मास (स्त्री०) भाग्य में लिखी गई बातें, वश (क्रि० वि०) भाद्र-सं० (पु०) भादों का महीना, सावन के बाद का महीना। किस्मत से; वाद (पु०) भाग्यानुसार शुभाशुभ मानने का ~पद (पु०) भादों का महीना सिद्धांत; ~वादी I (वि०) भाग्यवाद संबंधी II (पु०) भान-सं० (पु०) 1 प्रकाश, रोशनी (जैसे-सूर्यभान, चंद्रभान) भाग्यवाद को माननेवाला व्यक्ति; विधाता (पु०) भाग्य 2 दीप्ति, चमक 3 ज्ञान, बोध 4 आभास, प्रतीति निश्चित करनेवाला, अदृष्ट का नियंता; विधात्री (स्त्री०) भानजा-(पु०) बहिन का लड़का (स्त्री० भानजी) भाग्य बनानेवाली; --शाली (वि०) भाग्यवान: भानमती-(स्त्री०) जादूगरनी (जैसे-भानमती का पिटारा)
विप्लव (पु०), संपद (स्त्री०) सौभाग्य; ~संपन्न भानवीय-(वि०) भानु संबंधी, भानु का (वि०) भाग्यशाली, खुर्शाकस्मत; -हीन (वि०) भाग्य भाना-I (अ० क्रि०) 1 आभास होना, जान पड़ना 2 अच्छा फूटा; हीनता (स्त्री०) दुर्भाग्य, बदकिस्मती
लगना, पसंद आना 3 फबना, शोभित होगा II (स० क्रि०) भाग्यवान्-सं० (वि०) भाग्यशाली, खुशकिस्मत
1 चमकाना 2 प्रकाशमान करना भाग्याधीन-सं० (वि०) भाग्य पर आश्रित
भानु-सं० (पु०) 1 सूर्य 2 प्रकाश (जैसे-सूर्यभानु) । भाग्योदय-सं० (पु०) भाग्य जागना
तनया (स्त्री०) यमुना (नदी); ~सुत (पु०) 1 यम भाजक-1 सं० (वि.) 1 बाँटनेवाला 2 विभाग करनेवाला 2 कर्ण; ~सुता (स्त्री०) = भानु तनया II (पु०) गत संख्या जिससे भाग दिया जाए
भानुजा-सं० (स्त्री०) 1 यमुना 2 राधिका भाजन-सं० (पु०) 1 विभाग करना 2 अधिकारी (जैसे-कपा | भानुमति-सं० (स्त्री०) जादूगरनी, मायाविनी
भाजन, क्रोध भाजन) 3 ग० भाग करना 4 बर्तन भाप-(स्त्री०) 1 खौलते जल का वाष्पीय रूप (जैसे-पानी की भाजी-(स्त्री०) तरकारी, सब्ज़ी (विशेषकर पकाई हुई) | भाप) 2 तरल पदार्थ का गैसीय रूप (जैसे-भाप से भाज्य-I सं० (पु०) जिसका विभाजन हो सके II (१०) ग० चलनेवाला इंजन, भाप उड़ना)। -टर्बाइन + अं० (स्त्री०) वह अंक जिसमें भाग दिया जाए
भाप की मशीन स्नान + सं० (प.) भाप से शरीर सेकना भाट-1 (पु०) 1 चरण, बंदी 2 राजाओं का यशगान करनेवाली | (जैसे-भाप स्नान करना) एक जाति 3 खुशामदी व्यक्ति
भाफ-(स्त्री०) भाप भाट-II (पु०) : भाठ
भाभरी-(स्त्री०) 1 गर्म राख 2 धूल भाटक-सं० (पु०) 1 भाड़ा, किराया 2 लगान। ~ अधिकारी भाभी-(स्त्री०) बड़े भाई की पत्नी (पु०) 1 भाड़े की उगाही करनेवाला अधिकारी 2 मकान भामक-सं० (पु०) बहनोई संबंधी विवाद का निर्णय करनेवाला राज्य अधिकारी भामा-सं० (स्त्री०) 1 स्त्री, 2 क्रुद्ध स्त्री भाटा- (पु०) 1 समुद्र के पानी का चढ़ाव के बाद वेगपूर्वक भामिनी-सं० (स्त्री०) 1 शीघ्र क्रूद्ध हो जानेवाली स्त्री पीछे हटना 2 भंटा
2 कामिनी भाठ-(पु०) 1 नदी की बाढ़ में बहकर आनेवाली मिट्टी। भामी-I सं० (वि०) नाराज़, क्रुद्ध II (स्त्री०) क्रुद्ध नारी 2 कछार 3 धारा
भायप-(पु९) भाईपन, भाईचारा भाठा- (पु०) 1 गड्ढा 2 भाटा (जैसे-ज्वार भाटा) भारंगी-सं० (स्त्री०) एक प्रकार का पौधा, भंगजा भाठी-(स्त्री०) समुद्र के पानी का उतार
भार-I सं० (पु०) 1 बोझ (जैसे-दो मन का भार) 2 वज़न भाड़-I (पु०) भँडभृजों की भट्ठी (जैसे-भाड़ में झोंकना)। | (जैसे-आपका भार क्या है) 3 उत्तरदायित्व (जैसे-परिवार का
झोंकना 1 तुच्छ काम करना 2 निरर्थक श्रम करना; ~में भार, कार्यभार) 4 आश्रय, सहारा। केंद्र (पु०) गुरुत्व का जाय नष्ट हो जाए; --में झोंकना, ~में डालना 1 नष्ट केंद्र; ~क्षमता (पु०) भार उठाने की सामर्थ्य; ~ग्रस्त करना 2 त्यागना
(वि०) भार से पीड़ित; जीवी (पु०) भारवाहक, मज़दूर; भाड़-II (पु०) वेश्या की कमाई
~धारक (वि०) 1 बोझ उठानेवाला 2 उत्तरदायित्व वहन भाड़ा-I (पु०) 1किराया (जैसे-रिक्शा भाड़ा, टाँगा भाडा) करनेवाला; ~मापी (पु०) 1 वज़न तौलने का एक प्रकार का 2 गाड़ी आदि का किराया (जैसे-रेल भाड़ा, मकान का
यंत्र 2 पदार्थ का विशिष्ट गुरुत्व जानने का एक यंत्र; वहन भाड़ा)। भाड़े का टटू धन लेकर काम करनेवाला (पु०) = भारवाहन; ~वाहक (वि०) बोझ ढोनेवाला भाड़ा-II (पु०) 1 एक हाथ की उँचाईवाली घास 2 हवा बहने (जैसे-भार वाहक पशु); ~वाहन (पु०) बोझ ढोने का की दिशा
काम; ~वाही (वि०) = भारवाहक; -हीन (वि०) बिना भाड़-(पु०) भडआ
वज़न का; हीनता (स्त्री०) भारहीन होने की अवस्था भाईत-बो० (वि०) भाड़े का काम करनेवाला
भार-II (क्रि० वि०) = ओर, बल (जैसे-मुँह के भार गिरना) भाण-सं० (पु०) हास्य रस प्रधान नाटक
भारत-सं० (पु०) 1 भारतवर्ष 2 भरत वंश में उत्पत्र । भात-(पु०) 1 उबला चावल 2 ब्याह की एक रस्म जिसमें वर | -उपमंत्री (पु०) स्वतंत्र भारत देश का सहायक मंत्री;