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भर्त्सन
614 भर्त्सन, भर्त्सना-सं० (स्त्री०) 1 डाँट 2 निंदा, लानत मलामत
(जैसे-भविष्य काल)। ~कथन (पु०) भविष्यवाणी; भर्त्सनामय-सं० (वि०) भर्त्सना से युक्त
~काल (पु०) क्रिया के तीन कालों में से एक भर्त्सनीय-सं० (वि०) भर्त्सना के योग्य
(जैसे-वर्तमान, भूत और भविष्य काल); ज्ञान (पु०) भर्सित-सं० (वि०) भर्त्सना की गई, निंदित
होनेवाली बात की जानकारी; ~दर्शी (वि०) भविष्य को भर्रा-(पु०) 1 झाँसा 2 पक्षियों की उड़ान 3 एक प्रकार की जाननेवाला; ~द्रष्टा (पु०) ज्योतिषी; निधि (स्त्री०) चिड़िया
1 संचित कोष, संचित संपत्ति 2 निर्वाह निधि, प्राविडेंट फंड; भर्राटा-I (पु०) 1 भरभर शब्द होने की अवस्था 2 बराबर ~वक्ता (पु०) = भविष्यद्वक्ता; ~वाणी (स्त्री०) = होनेवाला भरभर शब्द II (क्रि० वि०) 1 भरभर शब्द करते भविष्यद्वाणी; ~वाद (पु०) भविष्यवाणी करना; ~वादी हुए 2 बहुत जल्दी से, तेज़ी से
(वि०) भविष्यवाणी करनेवाला भर्राना-I (अ० क्रि०) भर्र-भर्र शब्द होना (जैसे-आवाज़ भविष्यत्-सं० (वि०) होनेवाला, भावी
भर्राना II (स० क्रि०) भर्र-भरी शब्द उत्पन्न करना भविष्यद् द्रष्टा-सं० (पु०) भविष्य का दर्शन करनेवाला, ऋषि, भर्राहट-(स्त्री०) भर्र-भर्र का शब्द
ज्योतिषी भलका-बो० (पु०) 1 नथ में जड़ा जानेवाला सोने आदि का भविष्यद्वक्ता-सं० (पु०) ज्योतिषी टुकड़ा 2 एक प्रकार का बाँस
भविष्यद्वाणी-सं० (स्त्री०) भविष्य कथन भलभल-(स्त्री०) तरल पदार्थ के बहने का शब्द भवेश-सं० (पु०) संसार का स्वामी, ईश्वर भलभलाना-(अ० क्रि०) भल भल शब्द करते हुए बहना भव्य-सं० (वि०) 1 शानदार, आलीशान (जैसे-भव्य स्वागत, भलमनसाहत, भलमनसी-(स्त्री०) सज्जनता, शराफ़त भव्य इमारत) 2 सुंदर 3 योग्य, उपयुक्त 4 सत्य (जैसे-देवता भला-I (वि०) 1 अच्छा, नेक 2 सुंदर (जैसे-अच्छा लगना) का भव्य रूप) 5 मंगल दायक, शुभ (जैसे-भव्य वाणी, भव्य II (पु०) भलाई, मंगल (जैसे-किसी का भला करना)। कथन)। ता (स्त्री०) सुंदरता । ~ई (स्त्री०) 1 अच्छाई 2 हित; -चंगा (वि०) भसना-बो० (अ० क्रि०) 1 तैरना 2 डुबाया जाना 3 फँसना अच्छा-खासा; बुरा (वि०) 1 अच्छा और खराब भसम-(पु०) = भस्म। -पत्ती (स्त्री०) गाँजा (जैसे-भला-बुरा आदमी) 2 खरी-खोटी (जैसे-भला-बुरा भसमा-I (पु०) पीसा आटा कथन, भली-बुरी बात)
भसमा-II अ० (पु०) 1ख़िजाब 2 नील की पत्तियों का चूरा भले-(क्रि० वि०) 1 भली-भाँति, अच्छी तरह 2 खूब, वाह भसान-बो० (पु०) 1 जल में इबाना 2 नदी में प्रवाहित करना भल्ल-(पु०) भाला
भसाना-बो० (स० क्रि०) 1 तैरने के लिए छोड़ना 2 पानी में भल्लूक-(पु०) भालू
डुबाना भव-सं० (पु०) 1 संसार, जगत् (जैसे-भव बंधन) 2 उत्पत्ति | भसिंड-बो० (पु०) कमलनाल 3 होना (जैसे-आयुष्मान् भव)। ~कूप (पु०) संसार रूपी भसुर-(पु०) पति का बड़ा भाई, जेठ कुआँ -केतु (पु०) पुच्छल तारा; चक्र (पु०) संसार भसैंड-(पु०) हाथी का सैंड चक्र; जाल (पु०) सांसारिक प्रपंच, मायाजाल, ~धारा भस्त्रा-सं० (स्त्री०) धौंकनी (स्त्री०) संसारचक्र; ~बंधन (पु०) जन्म-मरण का चक्र; भस्म-सं० (पु०) राख। ~वेधक (पु०) कपूर; सात्
विलास (पु०) 1 माया 2 लौकिक सुख (जैसे-भव (वि०) = भस्मीभूत; ~स्नान (पु०) पूरे शरीर में भस्म विलास में डूबना); ~सागर, सिंधु (पु०) संसार रूपी
मलना
भस्मक-सं० (पु०) 1 भस्माग्नि 2 सदा लगी रहनेवाली भूख भवदीय-सं० (वि०) आपका
भस्मसात्-सं० (वि०) जलकर राख हुआ भवदीया-सं० (वि०) आपकी
भस्माच्छादित-सं० (वि०) राख से ढका हुआ भवन-सं० (पु०) 1 वास स्थान, घर, मकान 2 महल भस्मावशेष-I सं० (वि०) जलकर राख हुआ II (पु०) राख (जैसे-आनंद भवन, संसद भवन) 3 आश्रय का स्थान के रूप में बचा अंश (जैसे-करुणा भवन) उत्पत्ति, जन्म। --कर (पु०) मकान भस्मासुर-सं० (पु०) एक प्रसिद्ध राक्षस का टैक्स; ~निर्माण (पु०) मकान बनाना; निर्माण भस्मित-सं० (वि०) = भस्मीभूत कला (स्त्री०) मकान बनाने की विद्या; -निर्माता (प०) भस्मीकरण-सं० (पु०) राख कर देना मकान बनानेवाला
भस्मीकृत-सं० (वि०) जलाकर राख किया हुआ भवनापचरण-सं० (पु०) अवैध रूप से मकान में घुसना, भस्मीपात्र-सं० (पु०) मृतक के फूल रखने का बर्तन अवैध रूप से प्रवेश करना
भस्मीभूत-सं० (वि०) जलकर राख हुआ भवनिष्ठ-सं० (वि०) आपस में विश्वास रखनेवाला भस्सड़-(वि०) बहुत मोटा और भद्दा भवांतर-सं० (पु०) आगे होनेवाला
भस्सी-(स्त्री०) कोयले आदि का महीन चूर्ण भवानी-सं० (स्त्री०) पार्वती ।
भहराना-(अ० क्रि०) 1 एकाएक गिर पड़ना 2 एकाएक भवितव्य-सं० होनहार, अवश्यंभावी। ता (स्त्री०) 1 होनी, | वेगपूर्वक टूट पड़ना
होनिहार 2 भाग्य; दर्शिता (स्त्री०) भविष्य ज्ञान भई-(स्त्री०) = भौंह I भविष्य-सं० (पु०) 1 आनेवाला कल 2 आनेवाला समय | भाई-(पु०) खरादनेवाला, खरादी
समद्र