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भयाकुलं 613
भर्ता हुआ; ~सूचना (स्त्री०) डर की ख़बर हारी (वि०) भय | होना (जैसे-वर्षा जल से तालाब भरना) 2 धीरे-धीरे हृष्ट-पुष्ट दूर करनेवाला; हेतु (पु०) भय का कारण
होना (जैसे-शरीर भरना) 3 अच्छा होना (जैसे-ज़ख्म भरना) भयाकुल-सं० (वि०) = भयभीत
4 मन का क्रोध, क्षोभ आदि से पूर्ण होना 5 आवश्यकता पूर्ण भयातिसार-(पु०) अत्यधिक भय
होना (जैसे-पेट भरना) 6 गले लगना (जैसे-कंठ भरना) भयातुर-सं० (वि०) = भयभीत
7 मादा पशु का गर्भवती होना III (पु.) 1 भरने का काम भयानक-सं० (वि०) डरावना
2 भरने की मज़दूरी 3 घूस, रिश्वत भयावना-सं० +हिं० (वि०) जिससे भय उत्पन्न हो भरनी-(स्त्री०) 1 भरने का काम 2 भरी जानेवाली वस्तु 3 काम भयावह-सं० (वि०) = भयानक
की दशा (जैसे-जैसी करनी वैसी भरनी) भयोत्पादक-सं० (वि०) = भयप्रद
भरभराना-(अ० क्रि०) 1 रोमांच होना 2 घबड़ाना, आँखों में भय्या-(पु०) भाई
जल भर आना भर-I (क्रि० वि०) 1 अवकाश, परिमाण, वय आदि की भरभराहट-(स्त्री०) भरभराने की अवस्था संपूर्णता को किसी इकाई के रूप में सूचित करते हुए भरभेटा-(पु०) 1 सामना, मुठभेड़ 2 गले मिलना (जैसे-थाली भर चावल, उम्र भर याद करना) 2 तक, पर्यंत भरमाना-(स० क्रि०) 1 भ्रम में डालना 2 मोहित करना 3 अच्छी तरह से। ~पाई (स्त्री०) 1 चुकता होने का भाव भरमार-(स्त्री०) व्यर्थ की चीज़ों की अधिकता 2 भरपाने की रसीद; ~पूर | (वि०) परिपूर्ण भरमौहाँ-(वि०) भ्रम उत्पन्न करनेवाला II (क्रि० वि०) पूर्णतः; ~पेट (क्रि० वि०) पेट भरकर भरराना-I (अ० क्रि०) 1 अरराना 2 पिल पड़ना भर-।। स० (क्रि० वि०) सहायता से III (पु०) पूर्णता, II (स० क्रि०) 1 भरर शब्द के साथ गिराना 2 पिल पड़ने में यथेष्टता IV (वि०) कुल, पूरा
प्रवृत्त करना भरका-(पु०) 1 नदी के किनारे की बंजर और ऊबड़-खाबड़ भरवाना-(स० क्रि०) भरने का काम कराना भूमि 2 खार, बीहड़
भरसक-(क्रि० वि०) यथासाध्य (जैसे-भरसक प्रयास करना) भरण-I सं० (पु०) 1 भरना 2 पालन-पोषण (जैसे-जीवन भरा-(वि०) 1 पूर्ण (जैसे-जल से भरा घड़ा) 2 यथेष्ट मात्रा से भरण) II (वि०) भरण पोषण करनेवाला। ~पोषण युक्त (जैसे-भरी सभा, भरा बाज़ार) 3 पूर्णता को प्राप्त (पु०) पालना पोसना (जैसे-बालक का भरण-पोषण करते (जैसे-भरी जवानी) 4 क्रोध, क्षोभ, खीझ से परिपूर्ण रहना)
(जैसे-वह पहले से ही भरा बैठा था)। पूरा (वि०) सब भरणी-सं० (स्त्री०) एक नक्षत्र का नाम
तरह से संपन्न (जैसे-भरा-पूरा परिवार) भरत-I (पु०) सारे भारत में पाये जानेवाले लवा पक्षी का एक भराई-(स्त्री०) 1 भरने का काम 2 भरने का पारिश्रमिक
भेद II (पु०) भरने की वस्तु III (पु०) भाड़ा IV (पु०) भराना-(स० क्रि०) भरने का काम कराना (जैसे-गड्ढा मालगुज़ारी
भराना, फ़ार्म भराना) भरता-(पु०) चोखा (जैसे-बैगन का भरता)
भराव-(पु०) 1 भरे होने का भाव 2 भरती 3 कशीदे में पत्तियों भरतार-(पु०) 1 पति 2 स्वामी
आदि का काम भरतिया-I (वि०) काँसे का बना हुआ II (पु०) ठठेरा भरित-(वि०) 1 भरा हुआ 2 भरण पोषण किया गया भरती-(स्त्री०) 1 प्रवेश (जैसे-सेना में भरती होना) भरिया-I (वि०) 1 भरनेवाला 2 कर्ज चुकानेवाला 2 दाखिला, नाम लिखा जाना (जैसे-कालेज में भरती होना) भरिया-II (पु०) ढलाई करनेवाला, ढालिया III (पु०) भार 3 भराव, भराई 4 पच्चीकारी। ~वाला (वि०) दाखिला ___ढोनेवाला मज़दूर 2 कहार करनेवाला 2 प्रवेश करनेवाला (जैसे-भरतीवाला अधिकारी)| भरी-(स्त्री०) I दस माशे की तौल एक तरह की घास भरदूल-(पु०) भरत पक्षी
भरुआ-(पु०) टसर भरवाज-सं० (पु०) भरत पक्षी
भरुका-(पु०) पुरवे के आकार का मिट्टी का बना छोटा पात्र. भरनज़र-हिं०+अ० (क्रि० वि०) अच्छी तरह से (जैसे-भर | नज़र देख पाना)
भरेठ-(पु०) पटाव भरना-I (स० क्रि०) 1 खाली स्थान पर गिराना, उँडेलना भरैत-बो० (पु०) किराएदार (जैसे-घड़े में पानी भरना) 2 स्थापित करना (जैसे-चित्र में रंग भरोटा-(पु०) घास आदि का गट्ठा, बोझ भरना, लिफाफे में चिट्ठी भरना) 3 स्थान की पूर्ति करना भरोसा-(पु०) 1 पक्की आशा 2 सहारा, आसरा 3 विश्वास (जैसे-नौकरी में भाई-भतीजों को भरना) 4 सींचना भरोसेदार, भरोसेमंद-हिं० +फा० (वि०) विश्वसनीय (जैसे-खेत में पानी भरना) 5 सूचनाएँ अंकित करना भरौती-(स्त्री) 1 भरने-भराने का काम 2 भरपाई का काग़ज़ (जैसे-फार्म भरना) 6 तुष्टि भावना उत्पन्न करना (जैसे-प्रेम 3 भरती व्यवहार से मन भरना) 7 अपेक्षित समर्थन की पूर्ति करना भरौना-(वि०) भारी, वज़नी, बोझिल (जैसे-हामी भरना) 8 विद्रोहभाव बैठाना, जमाना (जैसे- भर्तव्य-सं० (वि०) 1 भरण पोषण के योग्य 2 वहन करने योग्य उसने आपके मन में क्या भर दिया) 9 चुकाना (जैसे ऋण | भर्ता-(पु०) = भरता भरना) 10 काम के योग्य बनाना (जैसे-घड़ी में चाबी भरना) | भर्ता-I सं० (वि०) भरण पोषण करनेवाला । (पु०) 1स्सी 11 भोगना (जैसे-करनी-भरनी) II (अ० क्रि०) 1युक्त । का पति 2 स्वामी, मालिक