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प्लास्टिक
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फ़ज़ीलत
2 दीवाल पर चढ़ाया जानेवाला सीमेंट, बालू आदि के मिश्रण | फँफाना- (अ० क्रि०) 1 हकलाना 2 उबाल आना का लेप (जैसे-दीवार पर प्लास्टर करवाना)
फँसना-(अ० क्रि०) 1 फंदे में पड़ना 2 उलझना 3 धोखा खाना प्लास्टिक-अं० (पु०) ढलकर बना हुआ एक प्रकार का कड़ा | (जैसे-माया जाल में फँसना) पदार्थ
फंसनी-(स्त्री०) गगरे आदि का गला बनाने की हथौड़ी प्लीडर-अं० (पु०) वकील
फँसरी-(स्त्री०) 1 फंदा फाँस 2 फाँसी प्लीहा-अं० (स्त्री०) 1 पेट के अंदर की तिल्ली 2 तिल्ली के | फँसवार-बो० (पु०) = फंदा सूजकर बढ़ने का रोग
फँसाना-(स० क्रि०) 1 फंदे में लाना, उलझाना 2 वश में प्लुत-I सं० (वि०) तीन मात्राओंवाला II (पु०) व्या० तीन | करना 3 अटकाना (जैसे-काग फँसाना) 4 अनुचित संबंध मात्राओंवाला स्वर, ओडम्
स्थापित करना प्लेग-अं० (पु०) महामारी (जैसे-प्लेग का प्रकोप) फँसाव-(पु०) 1 फंसने की क्रिया 2 फँसाने की वस्तु 3 फँसाने प्लेट-अं० (पु०) 1 तश्तरी 2 अंकित, लिखा हुआ धातु आदि | की बात का पत्तर (जैसे-नंबर प्लेट) 3 कपड़ों की पट्टी 4 फोटो लेने के | फँसिहारा-(वि०) फँसानेवाला काम का शीशा
फक-(वि०) जिसके चेहरे का रंग उड़ गया हो (जैसे- उसका प्लेटफार्म-अं० (पु०) चौकोर चौरस तथा ऊँचा चबूतरा | चेहरा फक हो गया) (जैसे-रेलवे स्टेशन का प्लेटफ़ार्म)
फकड़ी-(स्त्री०) 1 फक्कड़पन 2 दुर्दशा, दुर्गति प्लेटिनम-अं० (पु०) सफ़ेद रंग की प्रसिद्ध एवं बहुत कड़ी | फ़क़त-अ० 1 बस इतना ही 2 केवल, सिर्फ धातु, एक बहुमूल्य धातु
फकार-सं० (पु०) 'फ' वर्ण प्लैटफ़ार्म-अं० (पु०) प्लेटफार्म
फ़क़ीर-अ० (पु०) 1 महात्मा 2 संत, साधु 3 परम दरिद्र, प्लैटिनम-अं० (पु०) प्लेटिनम
कंगाल 4 भिखारी। पुरानी लकीर का फ़क़ीर दकियानूसी, प्लैनेटेरियम-अं० (पु०) तारामंडल घर
परंपरावादी प्वाइंट-अं० (पु०) 1 बिंदु 2 निशान 3 अंक 4 दशमलव चिह्न | फ़क़ीरनी-(अ० + हिं०) (स्त्री०) भीख माँगनेवाली औरत 5नोक, अनी 6 तर्क संगत बात
फ़क़ीराना-(अ० + फ़ा०) (वि०) फ़कीरों जैसा फ़कीरी-I अ० + फ़ा० (स्त्री०) 1 फ़कीर होने की अवस्था
2 कंगालपन, निर्धनता II (वि०) फ़क़ीर का (जैसे-फकीरी इलाज) फ़कीह-अं० (पु०) इस्लामी धर्म शास्त्र का पंडित फकोड़िया-(पु०) = फक्कड़बाज़ फक्कड़-I (पु०) 1 उच्छंखल एवं उद्धत व्यक्ति 2 लापरवाह
एवं निश्चिंत व्यक्ति। बाज़ + फ़ा० (पु०) दुर्वचन फंक-(स्त्री०) 1 फाँक 2 फंकी
कहनेवाला व्यक्ति; (पु०) तौलना गाली-गुप्ता बकना फंका-(पु०) 1 एक बार में खाई जानेवाली पदार्थ की निश्चित | फक्कड़-II (पु०) 1 भिखमंगा 2 फ़कीर मात्रा 2 निर्धारित मात्रा को एक बार में फाँकने की क्रिया। | फक्किका-सं० (स्त्री०) 1कूट प्रश्न 2 अनुचित व्यवहार ~करना नाश करना, नष्ट करना; ~मारना मुँह में रखकर |.3 धोखेबाज़ी फाँकना
फ़क्कुलरेहन-अ० (पु०) रेहन रखी हुई चीज़ छुड़ाना फंकी-(स्त्री०) 1 फाँकने की क्रिया 2 फाँककर खाई जानेवाली फ्रखर, फ़न-अ० (पु०) सात्विक अभिमान, गौरवजन्य गर्व
वस्तु 3 एक बार में फाँकी जानेवाली निर्धारित मात्रा (जैसे-फ़ख़र करना) फंड-सं० (पु०) उदर, जठर
फगुआ-(पु०) 1 होली 2 होली के अवसर पर होनेवाला फंड-अं० (पु०) सुरक्षित धन राशि, कोश
आमोद-प्रमोद फैद-(पु.) 1 फंदा, फाँस 2 जाल, पाश 3 कपट, छल 4 | फगुआना-I (स० क्रि०) होली खेलना II (अ० क्रि०) क्लेश, दुःख
उच्छंखल एवं मस्त होना फैदना-I (अ० क्रि०) 1 जाल मे फँसना 2 धोखे में आना | फगुनहट-(स्त्री०) 1 फागुन में होनेवाली वर्षा 2 फागुन मास की (स० क्रि०) 1 जाल बिछाना 2 फंदे में फँसना
तेज़ हवा फैदना-II (अ० क्रि०) मुग्ध होना
फगुहरा, फगुहारा-(पु०) 1 फाग खेलनेवाला व्यक्ति 2 फाग फैदवार-(वि०) 1 जाल मे फँसानेवाला 2 जाल बिछानेवाला । नामक गीत गानेवाला व्यक्ति फैदा-(पु०) 1 रस्सी में गाँठ लगाकर बनाया गया घेरा
| फ्रजर-अ० (स्त्री०) 1 प्रातःकाल, सवेरा 2 प्रातःकाल पढ़ी (जैसे-फाँसी का फंदा) 2 रस्सियों आदि का बुना हुआ जाल जानेवाली नमाज। हई फ्रजर चूल्हे पर नज़र सुबह होते ही (जैसे-फंदा डालना) 3 छल, प्रपंच, धोखा (जैसे-फंदे में | पेट की चिंता पड़ जाती है आना) 4 दुःख, कष्ट (जैसे-फंदे में डालना)। छुड़ाना कैद | फ़ज़ल-अ० (पु०) कृपा, मेहरबानी (जैसे-फ़ज़ल करना) से मुक्त करना; ~मारना जाल मे फँसाना
फ्रज़ीलत-अ० (स्त्री०) 1 उत्कृष्टता, श्रेष्ठता 2 प्रधानता। फैदाना-(स० क्रि) = फंदना
-की पगड़ी सर्वोत्तम उपाधि
छाना 2
(अ.क्रि.
फेदवार-