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फ्राक
फ़ाक - अं० (पु० ) छोटी आस्तीन का लंबा कुर्ता (जैसे-लड़की
को फ्राक पहना देना)
फ्रायडवाद-अं० सिद्धांत
फ्री-अं० (वि०) स्वतंत्र, आज़ाद
फ्रेंच - अं० (वि०) फ्रांस देश का, फ़्रांसीसी
+ संc (पु०) फ्रायड का मनोविश्लेषण
फ्रेम-अं० (पु० ) 1 फ़ोटो आदि को मढ़वाने का चोकला 2 ढाँचा । ~ युक्त + सं० (वि०) फ्रेमवाला (जैसे-फ्रेमयुक्त चित्र)
फ्रैक्चर - अं० (पु० ) चि० अस्थि-भंग (जैसे- फ्रैक्चर होना, फ्रैक्चर जोड़ना)
फ़्लाइंग बोट-अं० (स्त्री० ) उड़न नौका
फ़्लाइंग- लेफ्टिनेंट - अं० ( पु० ) वायु सेना का एक अधिकारी फ़्लास्क - अं० (पु० ) सुराई नुमा बोतल फ़्लू-अं० ( पु० ) इन्फलुएंजा
फ़्लूट - अं० (पु०) बाँसुरी, वंशी, मुरली फ़्लैग स्टेशन-अं० (पु० ) झंडी स्टेशन फ़्लैनल - अं० (पु०) फलालैन (कपड़ा) फ्लैश लाइट-अं० (स्त्री०) कौंध प्रकाश, कौंध बत्ती
ब
बंक - (त्रि०) 1 तिरछा, टेढ़ा 2 वीर, पराक्रमी 3 दुर्गम, विकट हिं० (पु०) बैंक
+
बंक-अं० (पु० ) बैंक । घर बंकनाल - (स्त्री०) बॉकनल बंकर-अं० (पु०) खाई
बंकशाह-अं० + फ़ा० ( पु० ) बैंकशाह बंकसाल - (स्त्री०) मस्तूलों की रस्सियों के लिए स्थान बंका - बां० (वि०) 1 टेढ़ा, तिरछा 2 दुर्गम 3 बाँकी बंकाई - (स्त्री०) टेढ़ापन, तिरछापन
बंकिम - (वि०) टेढ़ा, तिरछा
कई
बंकिमा - ( स्त्री०) बंगसार - (स्त्री०) जहाज़ पर चढ़ने के लिए बना चबूतरा बैगला - I ( वि०) 1 बंगाल प्रदेश का 2 बंगाल में होनेवाला (जैसे- बँगला मिठाई ) II (स्त्री०) 1 बंगाल देश की भाषा 2 इस भाषा की लिपि III (पु० ) 1 खुली जगह में बना सुंदर छोटा हवादार मकान 2 ऊपर की छत पर बना हवादार कमरा बैंगलिया - ( पु० ) 1 एक तरह का धान 2 एक तरह की मटर बैंगली-बो० (स्त्री०) एक तरह का पान
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बंगसार - (पु० ) समुद्र में बनाया गया चबूतरा बंगालिन - ( स्त्री०) बंगाल की औरत
बंगाली - I ( पु० ) बंगाल का निवासी II ( वि०) बंगाल देश का III (स्त्री०) बंगला भाषा
बंचक सं० (वि०) ठग
बंचन-सं० (पु० ) ठगना
बंदनवार
बँचवाना - (स० क्रि०) पढ़वाना (जैसे- लड़के से चिट्ठी बँचवाना)
बंजर - (वि०) -क़दीम
अनुपजाऊ, ऊसर (जैसे- बंजर भूमि) । + अ० (पु० ) पुरानी बंजर ज़मीन; जदीद + अ० ( पु० ) नई बंज़र ज़मीन
बंजारा - ( पु० ) बनजारा बंझा - (वि० / स्त्री०) बाँझ
बँटना - (अ० क्रि०) 1 बाँटा जाना 2 विभाजित होना बँटवाई - (स्त्री०) बँटवाने का काम बँटवाना - (स० क्रि०) बाँटने का काम कराना
बँटवारा - ( पु० ) 1 बाँटने का काम 2 अलगोझा, विभाजन (जैसे खेत का बँटवारा)
बंटा - 1 (पु० ) पान आदि रखने का डिब्बा II (वि०) छोटे क़द का, नाटा III ( पु०) दाग़, कलंक
बंटी - ( स्त्री०) हिरनों के लिए फंदा बँटाई - (स्त्री०) 1 बाँटने का काम 2 बाँटने का पारिश्रमिक 3 ज़मीन बंदोबस्त की एक रीति बटाई बँटाधार - बो० (वि०) पूर्णतः नष्ट, सत्यानाश
बँटाना - (स० क्रि०) 1 बटवारा कराना 2 अपना हिस्सा लेना 3 शामिल होना (जैसे-दुःख बँटाना )
बँटैया - I (वि०) बाँटनेवाला II (वि०) बँटवाकर अपना हिस्सा ले लेनेवाला
बंडल - अं० ( पु० ) 1 पुलिंदा 2 गट्ठा, पूला बैंडवा-बो० (वि०) बाँड़ा
अरुई जाति की लता 2 इस लता का कंद अनाज रखने का बखार
बंडा - I ( पु० ) बंडा - II ( पु० ) बंडी - ( स्त्री० ) 1 बिना आस्तीन की कुर्ती, फतूही 2 बगलबंद नामक पहनने का कपड़ा
बँडेर, बँड़ेरा-बो० (पु०), बड़ेरी बो० (स्त्री०) छाजन के बीचोबीच लगाया जानेवाला बल्ला
बंद - I फा० (पु० ) 1 बाँधनेवाली वस्तु 2 लोहे आदि की लंबी पट्टी 3 वास्तु रचना में पत्थर की पटियाँ 4 बाँध 5 फीता (जैसे- जूता बंद) 6 बंधन, नियंत्रण II (वि० ) 1 चारों तरफ़ से घिरा हुआ (जैसे- सारा सामान कमरे में बंद है) 2 जिसमें रुकावट हो (जैसे-आम जनता यह मार्ग बंद है) 3 बाधक, अवरुद्ध (जैसे-नाली का मुँह बंद पड़ा हैं) 4 संपुटित (जैसे- कमल रात में बंद हो जाता है) 5 स्थगित, रोक दिया गया (जैसे- रात में दूकानें बंद रहती हैं) 6 थमा हुआ (जैसे- वर्षा बंद हो गई) 7 कार्य-व्यापार आदि का समाप्त हो जाना (जैसे- उन्होंने रोज़गार बंद कर दिया) 8 व्यवहार आदि ख़त्म हो जाना (जैसे-आपस का लेन-देन बंद है) 9 कविता का एक भाग III (वि०) शब्द के अंत में प्रत्यय रूप में लगने पर जड़ने, बाँधने, लगानेवाला (जैसे- कमर बंद, नाल बंद)। गोभी + हिं० (स्त्री०) 1 करमकल्ला, पातगोभी का पौधा 2 पातगोभी के पौधे का फल
बंदगी - फा० (स्त्री०) 1 अधीनता एवं दीनता स्वीकृत करना 2 ईश्वरीय आराधना 3 नमस्कार, अभिवादन बंदन - ( पु० ) 1 रोचन, रोली 2 सिंदूर बंदनवार - (पु० ) फूल-पत्तों से बनाई गई झालर (जैसे- बंदनवार
सजाना)