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ब्योंत
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ब्राह्म
ब्योंत-(स्त्री०) 1 कपड़े की काँट-छाँट (जैसे-कतर-ब्योंत) | ब्रह्ममीमांसा, वेदांत; ~वादी I (वि०) ब्रह्मवाद से संबद्ध
2 तरीका, विधि 3 उपाय, युक्ति 4 तैयारी, इंतजाम, प्रबंध II (पु०) ब्रह्मवाद का अनुयायी; विज्ञान (पु०) अध्यात्म ब्योंतना-(स० क्रि०) 1 नाप से कपड़ा काटना 2 मारना-पीटना ज्ञान; -विद् (वि०) 1 ब्रह्म को जानने-समझनेवाला 2 वेदों ब्योंताना-(स० क्रि०) नाप के अनुसार कपड़ा कटवाना का ज्ञाता; -विद्या (स्त्री०) उपनिषद् विद्या; ~वेद (पु०) ब्योरना-(स० क्रि०) 1 ब्योरेवार बात बतलाना 2 उलझे बाल 1 ब्रह्मज्ञान 2 वेदांत; -वैवर्त (पु.) 1 ब्रह्म का विवर्त जगत् सुलझाना
2 अठारह पुराणों में से एक; ~सूत्र (पु०) 1 जनेऊ, ब्योरा-(पु०) 1 बात या घटना का उल्लेख, कथन, वर्णन यज्ञोपवीत 2 व्यास कृत वेदांत सूत्र; ~सूत्री (वि०) 2 सारा वृत्तांत, सार हाल
उपनयन संस्कार से युक्त; ~स्व (पु०) 1 ब्रह्मण का धन ब्योरेबाज़-हिं+फा० (वि०) 1 युक्तिपूर्वक काम करनेवाला 2 ब्राह्मण का अंश; हत्या (स्त्री०) ब्राह्मण को मार डालने 2 धूर्त तथा चालाक
का पाप ब्योरेवार-हिं० + फ़ां० (वि०) विस्तार के साथ, विवरण युक्त ब्रह्मण्य-I (वि०) 1 ब्रह्म संबंधी 2 ब्राह्मण संबंधी II (पु०) ब्योहर-(पु०) = व्यवहार
ब्राह्मण होने का भाव ब्योहरा-(पु०) ब्याजखोर
ब्रह्मर्षि-सं० (पु०) मंत्र द्रष्टा ऋषि ब्योहरिया-(पु०) रुपए का लेन-देन करनेवाला, महाजन ब्रह्मांड-(पु०) 1 संपूर्ण लोक, विश्व 2 खोपड़ी, कपाल ब्यौरा-(पु०) = ब्योरा
(जैसे-ब्रह्मांड फूटना) । उड़ान +हिं (स्त्री०) अंतरिक्ष में ब्रजभाषा-हिं० सं० (स्त्री०) = व्रजभाषा
उड़ना; किरणें (स्त्री०) = ब्रह्मांड रश्मियाँ; ~गामी ब्रश-अं० (पु०) बुरुश
(वि०) अंतरिक्ष में जानेवाला; चालक, नाविक, ब्रह्म-सं० (पु०) 1 सच्चिदानंदस्तरूप जगत् का मूल तत्त्व यात्री (पु०) अंतरिक्ष की यात्रा करनेवाला; ल्यान 2 ईश्वर, परमात्मा 3 अंतरात्मा. विवेक 4 पदों के शुरू में (पु०) अंतरिक्ष यान; ~रश्मियाँ (स्त्री०) अंतरिक्ष से लगनेवाला शब्द (जैसे-ब्रह्मज्ञान, ब्रह्महत्या)। ~कल्प | आनेवाली रेडियो सक्रिय किरणें कास्मिक रेज़ (वि०) ब्रह्म के समान, ब्रह्म तुल्य; काष्ठ (पु०) शहतूत; | ब्रह्मांडानुसंधान सं० (पु०) अंतरिक्ष की खोज
गाँठ +हिं० (स्त्री०) जनेऊ की मुख्य गाँठ; -प्रंथि ब्रह्मांडीय-सं० (वि०) संपूर्ण विश्व में होनेवाला, विश्वक (स्त्री०) = ब्रह्मगाँठ; घात (पु.) = ब्रह्म हत्या; __(जैसे-ब्रह्मांडीय गति) ल्यातक, ~घाती (वि०) ब्राह्मणों की हत्या करनेवाला; ब्रह्मा-सं० (पु०) हिंदू धर्म के तीन देवताओं में एक और प्रथम, -चर्य (पु०) 1 अष्टविध मैथन से बचना, वीर्यरक्षा | पहले देवता 2 उपनयन पश्चात् वेदाध्ययन करने का समय, वेदाध्ययन | ब्रह्माक्षर-सं० (पु०) ॐकार मंत्र काल 3 वर्णाश्रमी हिंदू के लिए विहित चार आश्रमों में से प्रथम ब्रह्मानंद-सं० (पु०) ब्रह्म ज्ञान से उत्पन्न आत्मतृप्ति 4 ब्रह्म के साक्षात्कार की साधना; ~व्रत (पु०) ब्रह्मचर्य रहने ब्रह्माभ्यास-सं० (पु०) वेदाध्ययन का संकल्प; -चारिणी (स्त्री०) ब्रह्मचर्य व्रत का पालन | ब्रह्मावर्त-सं० (पु०) सरस्वती और दृषद्वती नदियों के बीच का करनेवाली स्त्री; चारी (पु०) ब्रह्मचर्य व्रत धारण
देश करनेवाला पुरुष; जI (वि०) ब्रह्मा से उत्पन II (पु०) ब्रह्मासन-सं० (पु०) ब्रह्मध्यान के उपयुक्त माना जानेवाला संपूर्ण जगत्; ~जन्य (पु०) उपनयन संस्कार; -ज्ञान आसन (पु०) 1 ब्रह्म को जानना 2 परम तत्त्व का ज्ञान; ज्ञानी ब्रह्मास्त्र-सं० (पु०) 1 ब्रह्म शक्ति से परिचालित अमोघ अस्त्र (पु०) 1 परमार्थ तत्त्व का ज्ञाता, तत्वज्ञ 2 आत्मज्ञानी; -दिन | 2 मंत्र से पवित्र करके चलाया गया अस्त्र (पु०) बह्मा का दिन; देशीय (वि०) ब्रह्म लोक का; ब्रह्मिष्ठ-सं० (वि०) वेदों का पूर्ण ज्ञाता दुम (पु०) पलास, टेसू; ~द्रोही (वि०) ब्राह्मण द्रोही; | ब्रह्मीभूत-सं० (वि०) ब्रह्म में लीन
द्वार (पु०) = ब्रह्मरंध; निर्वाण (पु०) परमात्मा में | ब्रह्मोपदेश-सं० (पु०) ब्रह्मज्ञान की शिक्षा लय होना, मोक्ष; निष्ठ (वि०) ब्रह्म ज्ञान से युक्त, ब्रह्म ब्रांकाइटिस-अं० (स्त्री०) श्वास नली की सूजन,श्वसनी शोथ ज्ञान में लय होना, मोक्ष; ~पद (पु०) मोक्ष, अमरपद; ब्रांच-अं० (स्त्री०) शाखा ~पवित्र (पु०) कुश; ~भट्ट (पु०) वेदों का ज्ञाता; |ब्रांडी-अं० (स्त्री०) एक तरह की विलायती शराब ~प्राप्ति (स्त्री०) मृत्यु; ~भाव (पु०) 1 ब्रह्म में लीन होना ब्राडकास्ट-अं० (पु०) प्रसारण 2 मृत्युः ~भोज (पु०) ब्राह्मण भोजन; ~यज्ञ (पु०) वेदों ब्राडकास्टिंग-अं० (स्त्री०) प्रसारण करना। ~ स्टेशन का अध्ययन और अध्यापन; रंध्र (पु०) मस्तिष्क के ऊपरी (पु०) प्रसारण केन्द्र भाग में सुषुम्ना, इंगला, पिंगला आदि नाड़ियों का मिलन बिंदु ब्राह्म-I सं० (वि०) ब्रह्मा का (जैसे - ब्राह्म दिन) II (पु०) या स्थल; ~रेखा (स्त्री०) भाग्य-लिपि; लिखित (पु०) हिंदू धर्म के आठ प्रकार के विवाहों में एक । ~धर्म (पु०) भाग्यलेख; ~लीन (वि.) 1 ईश्वर में निमग्न 2 मृत्यु, एकेश्वरवादी धर्म; ~ मुहूर्त (पु०) सूर्योदय के पूर्व का
लेख (पु०) भाग्य लेख; लोक (पु०) 1 ब्रह्मा का काल, प्रातःकाल; ~विवाह (पु०) कन्यादान विवाह; निवास स्थान 2 मोक्ष; वक्ता (पु०) वेद पढ़ानेवाला समाज (पु०) ऐकेश्वरवादी पंथ; समाजी I (वि०) आचार्य; वद्य (पु०) वेदपाठ; वर्चस्व, वर्चस ब्रह्म समाज संबंधी II (पु०) ब्रह्म समाज का समर्थक और (पु०) ब्रह्मतेजा ल्य स्वी (पु०) सेजस्वी; ल्वाद (पु०) । अनुयायी