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बाँब
बाँब - (स्त्री०) साँप के आकार की एक मछली बाँबी - (स्त्री०) । दीमकों द्वारा बनायी गयी मिट्टी की रेखाकार आकृति, बँबीठा 2 सर्प का बिल
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बाँस- (पु० ) 1 तिनके की जाति का एक लंबा, सीधा, गिरहदार पौधा 2 सवा तीन गज की लंबाई की एक नाप, लाठी। पूर (पु० ) एक तरह का बढ़िया महीन मलमल; ~फल (पु०) एक प्रकार का धान, बाँसी
बाँसली - (स्त्री०) एक तरह की जालीदार लंबी पतली थैली बाँसा - I ( पु० ) 1 रीड़ की हड्डी 2 नाक के ऊपर की हड्डी ।
(पु० ) ~ फिर जाना नाक की हड्डी का टेढ़ा हो जाना बाँसा - II (पु० ) 1 बाँस का बना चोंगे आकार का एक छोटा
नल, अरना 2 पियाबाँसा नाम का पौधा 3 इस पौधे का फूल बाँसी - (स्त्री०) 1 एक तरह का छोटा, पतला और मुलायम बाँस 2 हल्के काले बालवाला गेहूँ 3 एक प्रकार का सुंगधित, मुलायम और स्वादिष्ट धान एक तरह की मोटे एवं कड़े डंठलवाली घास
बाँसुरी - ( स्त्री०) वंशी, मुरली
बाँह - (स्त्री०) 1 कंधे से लेकर कलाई के बीच का भाग, भुजा, बाहु 2 कमीज़, कुरते आदि का बाँह ढकनेवाला अंश 3 भरोसा, शरण। कटा (वि०) बिना बाँह का; बोल (पु० ) रक्षा करने का वचन की छाँह लेना शरण में आना; गहना, पकड़ना 1 भरण-रक्षण की ज़िम्मेदारी लेना 2 अपनाना 3 विवाह करना; चढ़ाना 1 लड़ने को तैयार होना 2 काम करने को उद्यत होना; ~बुलंद होना 1 साहस करना 2 उदार होना; में भरना 1 आलिंगन करना 2 गले लगाना
बाँहाँ-जोड़ी - I ( क्रि० वि०) साथ-साथ II (स्त्री०) कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने की मुद्रा
अ०
बा - I फ़ा० ( क्रि० वि०) साथ, सहित (जैसे बा-अदब, बा असर ) II (स्त्री०) बाई का संक्षिप्त रूप। ~असर + अ० (वि.) प्रभावशाली; कायदा + 370 I (fao) नियमित II ( क्रि० वि०) नियम के अनुरूप, नियमानुसार (जैसे- बाक़ायदा सलाम करना); जाब्ता I (क्रि० वि०) नियम के अनुरूप (जैसे - बाज़ाब्ता नक़ल करना) II (बि०) नियमयुक्त; मुराद + अ० (वि०) पूर्ण कामनावाला; मुहावरा + अ० (वि०) मुहावरायुक्त बाइगी - (स्त्री०) व्यर्थ की बात, बकवाद बाइबल, बाइबिल -अं० (स्त्री०) ईसाइयों की प्रसिद्ध धर्म पुस्तक
बाइस - अ० (पु० ) कारण, सबब, वज़ह याइसिकिल - अं० (स्त्री०) दो पहियों की पैर से चलनेवाली गाड़ी, साइकिल
बाइस्कोप - अं० (पु० ) तस्वीर दिखाने का एक यंत्र, चित्रदर्शी बाई - (स्त्री०) बायाँ
बाई - I (स्त्री०) 1 स्त्रियों का एक आदरसूचक शब्द (जैसे- लक्ष्मीबाई, जोधाबाई) 2 नाचने-गानेवाली वेश्याओं के साथ लगनेवाला शब्द (जैसे- चंपाबाई, चमेलीबाई) II 1 हवा, वायु 2 वात व्याधि
बाज़
बाउर - (वि०) 1 बावला, पागल 2 भोला-भाला 3 मूर्ख, बेवकूफ़ 4 गूँगा
बाईकाट-अं० (पु० ) = बायकाट बाईस - I (वि०) बीस से दो ज्यादा II ( पु० ) 22 की संख्या
बाऊ - ( पु० ) हवा, पवन
बाएँ - ( क्रि० वि०) बाएँ हाथ की तरफ़ (जैसे- बाएँ घूमना) बाकरख़ानी - (स्त्री०) एक तरह की मुसलमानी रोटी बाकल - ( पु० ) बो० छाल, वल्कल
बाकली - (स्त्री०) एक प्रकार का वृक्ष जिसके पत्ते रेशम के कीड़े खाते हैं
बाकिरा - अ० (स्त्री०) 1 कुमारी 2 अनबिधा मोती बाक़ी - 1 अ० (वि०) 1 बचा हुआ, शेष 2 बिना चुकाया हुआ 3 लेन-देनवाला (जैसे- खाते में सौ रुपए हमारे नाम बाक़ी है) 4 व्यतीत न हुआ हो (जैसे-महीना ख़त्म होने में चार दिन बाक़ी हैं) 5 सबसे अंत में होनेवाला (जैसे- अब तो मरना बाक़ी है) II (स्त्री०) 1 ग० घटाना (जैसे जोड़ बाक़ी) 2 ग० बड़ी तथा छोटी संख्या का अंतर (जैसे सात में पाँच गया बाकी बचा दो) 3 न वसूली गई रकम 4 अवशेष III ( क्रि० वि० ) परंतु, मगर। दार फ़ा० (वि०) लगान देनेवाला; दारी + फ़ा० (स्त्री०) लगान देना बाकुंभा - (पु०) कुंभी के फूल का सुखाया केसर बाक्सिंग-अं० (स्त्री०) मुक्केबाज़ी
+
बाग - (स्त्री०) लगाम, रास। ~ डोर (स्त्री०) लगाम में बाँधी जानेवाली रस्सी; उठाना चल पड़ना; हाथ से छूटना 1 बेकाबू होना 2 मौक़ा हाथ से निकल जाना बाग़-फ़ा० (पु०) उपवन, वाटिका । ~दार (पु०) बाग़ का स्वामी; बाग़ (वि०) अत्यधिक प्रसन्न, प्रमुदित; ~खान (पु०) माली; ~बानी ( स्त्री०) बाग़बान का काम बागड़ - ( पु० ) उजाड़ क्षेत्र
बागर - (पु० ) नदी के किनारे की वह ऊँची भूमि जहाँ बाढ़ का पानी भी न पहुँच सके
बागा - ( पु० ) एक पुराना लंबा पहनावा
बाग़ान - फ़ा० (पु० ) बग़ीचे (विशेषकर चाय के ) । मज़दूर
(पु० ) ( चाय के बाग़ी - अ० (पु० ) दबनेवाला, सरकश बाग़ीचा -फ़ा० (पु०) छोटा बाग़
बाघंबर - (पु० ) 1 बाघ की खाल 2 रोयेंदार कंबल
बगीचों के मज़दूर
1 बग़ावत करनेवाला, विद्रोही 2 न
बाघ - (पु० ) शेर की जाति का उससे छोटा हिंसक पशु, व्याघ्र बाघनी - (स्त्री०) व्याघ्री, मादा बाघ
बाघी- (स्त्री०) जाँघ के जोड़ में होनेवाली एक तरह की गिल्टी बाचना - I (स० क्रि०) बचाना II (स० क्रि०) बाँधना, पढ़ना बाचना - III (अ० क्रि०) बचना
बाछ - I (स्त्री०) ओंठों का कोना
बाछ - II (पु० ) 1 बाछने का काम 2 चंदे, मालगुज़ारी आदि का आनुपातिक पड़ता, बछौरा
बाछ - III (पु० ) = बाछा
बाछना - (सं० क्रि०) चुनना, छाँटना
बाछा - (पु० ) 1 गाय का बच्चा, बछड़ा 2 बच्चों का प्यार का संबोधन । बाछी (स्त्री०) बाल बच्चे
बाज - I ( पु० ) घोड़ा II ( क्रि० वि०) बिना बाज़ - I फ़ा० ( पु० )
प्रसिद्ध शिकारी एवं हिंसक पक्षी