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बहता
चौड़े मुँह का एक बर्तन; ~ग्रंथि (१०) झाऊ का पौधा; इज़्ज़त; ~मल I (पु०) सीसा नामक धातु II (वि०) -चरणी, चरणीय (वि०) अनेक पदोंवाला; चर्चित अत्यंत मैला; ~मात्र (वि०) बहत अधिक मानवाला, ढेर (वि०) जिसकी बहुत चर्चा हुई हो; जन (पु०) अनेक सा; ~मान (पु०) अत्यधिक मान-सम्मान; ~मानी लोग; -जनन (पु०) बहुत पैदा करना; जन-मान्य (वि०) अत्यंत आदरणीय; ~मान्य (वि०) सम्मानित; (वि०) बहुत लोगों द्वारा स्वीकृत; जल्प (वि०) बहुत
~मार्ग I (वि०) अनेक रास्तोंवाला II (पु०) चौराहा; बोलनेवाला, वाचाल; जल्पिता (वि०) बड़बड़िया; ~मुख (वि०) 1 कई तरह की बातें कहनेवाला 2 अनेक
जातिक, जातीय (वि०) अनेक जाति का; ज्ञ दिशा में जानेवाला 3 अनेक विषय का ज्ञाता, जानकार; (वि०) 1 अनेक विषयों का ज्ञाता 2 बहुत जाननेवाला; ~मुखी (वि०) अनेक विषय, दिशा आदि में प्रयुक्त
ज-ता (स्त्री०) अनेक विषयों की जानकारी; ~तंत्री होनेवाली (जैसे-बहुमुखी प्रतिभा); ~मूत्र (पु०) पेशाब (वि०) बहुत से तंतुओंवाला; ~तंत्रीक (वि०) बहुत से अधिक होने का रोग; ~मूत्र रोगी (पू०) पेशाब अधिक तारोंवाला; दर्शिता (स्त्री०) बहुदर्शी होने की अवस्था; करनेवाला मरीज; ~मूल (वि०) अनेक जड़वाला; ~मूल्य
दर्शी (वि०) 1 दूरदर्शी 2 बहज़; ~दायी (वि०) उदार; (वि०) अधिक कीमतवाला, बेशकीमत; रंगा + हिं०, -दिन-व्यापी (वि०) अनेक दिन तक बना रहनेवाला; रंगी + हिं० I (वि०) 1 अनेक रंगोवाला 2 मन-मौज़ी
दुग्धा (स्त्री०) दुधार गाय; देवतावाद, देववाद | II (पु०) बहुरूपिया; ~राष्ट्रीय (वि०) अनेक राष्ट्रों का; (पु०) अनेक देवी-देवताओं को माननेवाला धर्म; रूप (वि०) अनेक रूप धारण करनेवाला; ~रूपता
देवोपासना (स्त्री०) अनेक देवी-देवताओं की आराधना; (स्त्री०) बहुरूप होने का भाव; ~रूप-दर्शक (पु०) अनेक ~धंधी + हिं० (वि०) 1 अनेक कामों में फँसा रहनेवाला रूप दिखानेवाला (यंत्र); रूपिमिक (वि०) जिसमें 2 अनेक काम का (जैसे-बहुधंधी योजना); ~धन (वि०) अनेक रूपिम (पद या शब्दखंड) हों, रूपिया +हिं० बहुत धनवाला; ~नामा (वि०) अनेक नामवाला; ~पक्षी, I (वि०)1 अनेक तरह के रूपोंवाला 2 अनेक प्रकार के रूप
पक्षीय (वि०) अनेक पक्षोंवाला; पठित (वि०) बहुत धारण करनेवाला II (पु०) अनेक रूप धारण करके जीविका पढ़ा हुआ; ~पतिक (वि०) अनेक पतिवाली; ~पतित्व चलानेवाला व्यक्ति; वचन (१०) व्या० संज्ञा आदि का (पु०), पति-प्रथा (स्त्री०) अनेक पुरुषों से विवाह कर एक से अधिक का बोध करानेवाला रूप; ~वार्षिक (वि०) सामाजिक जीवन व्यतीत करने की प्रथा; ~पत्नीक (वि०) कई वर्ष तक चलनेवाला; -विद् (वि०) - बहुज्ञ; ~विध अनेक पत्नीवाला; ~पत्नीत्व (पु०), पत्नी-प्रथा I (वि०) अनेक प्रकार का II (कि० वि०) अनेक प्रकार से; (स्त्री०) अनेक स्त्रियों से विवाह कर सामाजिक जीवन व्यतीत -विवाह (पु०) अनेक विवाह करना; -व्ययी (वि०) करने की प्रथा; ~पद I (वि०) अनेक पैरोंवाला II (पु०) अधिक खर्च करनेवाला, उड़ाऊ; ~व्यापक (वि०) अधिक बरगद; ~पदी (वि०) अनेक पदवाली; परिमाण विस्तारवाला; ~व्रीहि (पु०) व्या० समास का वह प्रकार (वि०) बहुत लंबा चौड़ा; ~पाद (पु०) = बहुपद; पुत्र जिसमें सभी पदों के योग से भित्र अर्थ ग्रहण किया जाय I (वि०) बहुत पुत्रोंवाला II (पु०) सप्तपर्णः पुत्रक (जैसे-चंद्रमौलि, बहबाह्); ~शक्ति (वि०) अधिक (वि०) अनेक पुत्रवाला; ~प्रकार (क्रि० वि०) अनेक ताक़तवाला; ~शाखीय (वि०) कई शाखाओंवाला, प्रकार से प्रचलित (वि०) जिसका चलन अधिक हो; -शिल्प, शिल्पी (वि०) अनेक कलाओंवाला; ~श्रुत प्रतीक्षित (वि०) जिसकी अधिक प्रतीक्षा की गई हो; (वि.) 1 अनेक विषय का ज्ञान सुनने एवं उनका स्मरण प्रयोजनीय (वि०) = बहुउद्देश्यीय; प्रसू (स्त्री०) रखनेवाला 2 विद्वान, पंडित; ~संख्यक (वि०) 1 कई बहुत से बच्चों की माँ; ~प्राविधिक (वि०) = बहुशिल्पी; संख्यावाला 2 बड़ी संख्यावाला (जैसे-बहसंख्यक दल);
प्रिय (वि०) अत्यंत प्यारा; प्रियता (स्त्री०) बहुत ~संख्या (स्त्री०) संख्या में अधिकता; ~संतति (वि०) लोगों द्वारा प्रिय होना; बल (वि०) बहुत ताक़तवर;
अधिक संतानवाला; ~संयोजनशील, ~संश्लेषणात्मक -भाग (पु०) अनेक खंड; ~भाज (पु०) = बहुलक;
(वि०) जिसमें अनेक शब्द एक में जुड़ गए हों; ~सत्तावाद भावश (पु०) अनेक भाषा बोलनेवाला; ~भाषा-भाषी (पु०) ये सिद्धांत कि सत्ता एक जगह केंद्रित न होनी चाहिए; (वि०) अनेक भाषा बोलनेवाला; ~भावाविद् (पु०) = सम्मति (स्त्री०) कई राय, अनेक सलाह; ~सोपानीय बहुभाषज्ञ; ~भाषिता (स्त्री०) बहुत बोलना; ~भाषी (वि०) अनेक सीढ़ियोंवाला; ~स्तरीय (वि०) अनेक (वि०) 1 बहुत बोलनेवाला 2 बकवादी; ~भाषीय (वि०) स्तरोंवाला; ~स्वप्न (पु०) 1 उल्लू 2 शंख; ~स्वामिक अनेक भाषाओवाला; ~भुज (वि०) अनेक भुजाओंवाला; (वि०) अनेक मालिकवाला; हेतुक (वि०) अनेक
पुजक्षेत्र (पु०) जया० ग० चार से अधिक रेखाओं से हेतुओंवाला विरा क्षेत्र; गुजा (सी०) दुर्गा; ~भूमिक (वि०) कई |बटनी-(स्त्री०) बाँह पर पहनने का एक गहना मंज़िलवाला; मोक्ता (वि०) बहुत खानेवाला; ~भोग्या बहुत-I (वि०) 1 अधिक, ज़्यादा (जैसे-आपसे बहुत दिनों पर (सी०) वेश्या; ~पोजी (वि०) = बहभोक्ता; ~मंज़िल मेंट हुई है) 2 उचित से अधिक (जैसे-बहुत बोलना अच्छा + अं०, मंजिला + अ० + हिं० (वि०) अनेक नहीं होता) 3 यथेष्ट (जैसे-आधा सेर दूध बहुत है) मंशिलवाला; मत I (वि०) 1कई मत रखनेवाला 2 अति | II (क्रि० वि०) अधिक मात्रा में, ज्यादा सम्मानित II (पु.) 1 अनेक लोगों का मत 2 अनेक मत; | बहुतांश-हिं० + सं० (पु०) ज्यादा भाग पर प्राप्त (वि०) बहुत मत पानेवाला; मति (सी०) | बहता-सं० (स्त्री०) = बहुत्व