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बदलाई
भलाई करना, प्रत्युपकार करना; ~लेना प्रत्यपकार करना. अहित करना
बदलाई - (स्त्री०) 1 अदल-बदल 2 क्षति पूर्ति 3 बदले में दी गई वस्तु
बदलाना - I (स० क्रि०) = बदलवाना II (अ० क्रि०)
बदलना
=
=
बदलाव - (पु० )
बदली II
बदली - 1 (स्त्री०) छाए हुए बादल, घटा। बादल (पु० ) बदली और बादल; ~ युक्त + सं० (वि०) बादलों से घिरा हुआ (जैसे-बदली युक्त मौसम)
बदली - II अ० हिं० (स्त्री०) तबादला, स्थानांतरण (जैसे-अधिकारी की बदली दिल्ली हो गई )
बदले में अ० ( क्रि० वि०) के स्थान पर
बदस्तूर - फा० ( क्रि० वि०) 1 पहले की तरह से, पूर्ववत्, उसी प्रकार 2 बिना परिवर्तन के यथावत्
बदा - I (वि०) भाग्य में लिखा हुआ, नियत II (पु० ) अदृष्ट, नियति
बदान - ( स्त्री०) बदा जाना
बदि - I बो० (स्त्री०) बदला, एवज़ II ( क्रि० वि०) 1 बदले में, एवज़ में 2 लिए, वास्ते
वदी - I (स्त्री०) कृष्ण पक्ष, अँधेरा पाख
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2 कारण से
+
बदी - II फ़ा० (स्त्री०) खराबी, बुराई बदौलत -फ़ा० + अ० ( क्रि० वि०) 1 सहारे से, कृपा से (जैसे- आपकी बदौलत मैं बच गया) (जैसे- उसकी बदौलत मुझे हारना पड़ा ) बदू - I फ़ा० हिं० बो० (वि०) = बदनाम बदू - II अ० (पु० ) अरब में लूटपाट करनेवाली एक जाति बद्ध-सं० (वि०) 1 बँधा हुआ (जैसे कर बद्ध) 2 भव बंधन में फँसा हुआ (जैसे-प्रेम-बद्ध) 3 जुड़ा हुआ (जैसे- अंजलिबद्ध) 4 घेरे में बंद (जैसे- सीमा - बद्ध) 5 प्रतिबंधित (जैसे-प्रतिज्ञा-बद्ध) 6 स्थित (जैसे- पंक्ति - बद्ध) 7 विशेष रूप में लाया हुआ (जैसे-छंद-बद्ध) 8 रुका हुआ (जैसे- कोष्ठ बद्ध)। ~कोप (वि०) क्रोध दबानेवाला; ~कोष्ठ I (वि०) कब्ज़ से पीड़ित II ( पु० ) कब्ज़, कब्जियत कोष्ठता (स्त्री०) कब्ज़ावस्था, कब्जियत; ~ चित्त (वि०) एकाग्र ~ जिह्न (बि०) मौन, चुप; दृष्टि (वि०) टकटकी लगाए हुए: परिकर (वि०) तैयार, तत्पर; ~ प्रतिज्ञ (वि०) वचन बद्ध मुष्टि (वि०) 1 कंजूस 2 बँधी मुट्ठीवाला; मूल (वि०) 1 जड़ पकड़ा हुआ 2 दृढ़ और अटल; ~ शिख (वि०) 1 बँधी चोटीवाला
2 अल्पवयस्क
- बद्धांजलि सं० (वि०) कर-बद्ध
बद्धी - (स्त्री०) डोर, रस्सी। ~दार + फ़ा० (वि०) बद्धीवाला (जैसे-बद्धीदार खड़ाऊँ)
बद्धोत्सव-सं० (वि०) उत्सव का आनंद लेनेवाला, उत्सव • मनानेवाला
बद्धोदर -सं० (पु० ) = बद्धकोष्ठता
बघ - (पु० ) दे० वध
बधना - (स० क्रि०) हत्या करना, मार डालना बधाई - (स्त्री०) 1 मुबारकबाद 2 उत्सव, बघावा 3 मंगलाचार
बनना
(जैसे- बधाई गीत) 4 उत्सव गीत 5 उपहार (जैसे- सफलता पर बधाई मिलना ) । पत्र सं (पु० ) मुबारकवाद का ख़त
बधाना - (स० क्रि०) हत्या करवाना, मरवाना बधावना - बो० ( पु० ), बधावा (पु.) . बधाई बधिक - (पु० ) 1 वध करनेवाला, जल्लाद 2 बहेलिया व्याध बधिया - I (वि०) नपुंसक किया हुआ (जैसे- बधिया पशु) II ( पु० ) नपुंसक किया गया बैल आदि बधियाना - (स० क्रि०) बधिया करना बधिर -सं० (पु०) बहरा बधिरित सं० (वि०) बहरा किया हुआ बघिरिमा-सं० (स्त्री०) बहरापन
बधूरा-बो० (पु० ) = बगूला
बन - I सं० (पु० ) जंगल, कानन (जैसे- बन - उपवन) । ~ खंड (पु० ) जंगल का कोई भाग; ~खंडी I (स्त्री०) वन का छोटा भाग II (वि०) जंगल में रहनेवाला, जंगल में होनेवाला र I (पु० ) 1 जंगल में रहनेवाला पशु, वन्य पशु 2 जंगली मनुष्य II (वि०) वन में रहनेवाला; पति (पु०) शेर; ~~पथ (पु०) जंगल से होकर जानेवाला रास्ता; ~पशु (पु० ) जंगल में पाए जानेवाले पशु पाल (पु०) जंगल की देख-रेख करनेवाला कर्मचारी; बास (पु० ) जंगल में बसना; बासी, वासी (वि०) जंगल में रहनेवाला जंगली; माली I (वि०) बनमाला पहनानेवाला II (पु० ) कृष्ण
बन - II ( वि०) जंगली, जंगल का । ~कंडा (पु० ) अपने आप सूखा हुआ गोबर; ककड़ी (स्त्री०) एक तरह का पौधा जिसका गोंद दवा के काम आता है; कटाई (स्त्री०) जंगल को काटना, बिलाव (पु० ) बिल्ली की जाति का एक जंगली जंतु मानस (पु० ) आदमी की शक्ल से मिलता-जुलता एक तरह का बंदर बनक - (स्त्री०) 1 बाना, भेष 2 बनावट बनज-बो० (पु०) व्यापार, वाणिज्य
बनजरिया - (स्त्री०) खेती के उपयुक्त बनाया गया जंगल का
भाग
बजारन - (स्त्री०) बनजारा की स्त्री
बनजारा- (पु० ) 1 टाँडा लादनेवाला व्यक्ति, टँड़ैया, टँड़वरिया 2 सौदागर, व्यापारी
बनजी - (पु० ) 1 व्यापारी 2 व्यापार बनत - ( स्त्री०) 1 बनावट 2 मेल
बनताई बो० (स्त्री०) 1 वन की सघनता 2 जंगल की
भयंकरता
बनना - (अ० क्रि०) 1 तैयार होना (जैसे- कल-कारखानों में माल आदि बनना) 2 काम के योग्य होना (जैसे- भोजन बनना) 3 नई चीज़ तैयार होना (जैसे रूई से सूत बनना) 4 संबंध स्थापित होना (जैसे-मित्र बनना, दत्तक पुत्र बनना) 5 सफल होना (जैसे- काम बनना) 6 साफ़ होना, फटका जाना (जैसे- अनाज बनना) 7 लाभ होना (जैसे- आज हमारे सौ रुपए बने) 8 रूप धारण करना (जैसे-नाटक में तुम दरोगा बनना) 9 अधिक योग्य समझना (जैसे- अंधों में काना राजा बना है) 10 मरम्मत होना (जैसे यह घड़ी दस रुपए में बनी