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फुत्कृति
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फुहारा
पुस्कृति-सं० (अ० क्रि०) फुत्कारना
डंडी की आतिशबाज़ी (जैसी-फुलझड़ी का खेल) 2 झगड़ा फुदकना-(अ० क्रि०) 1 उछलते हुए चलना, कूदना लगानेवाली बात (जैसे-मेढक का फुदकना) 2 उमंग में उछलना, इधर-उधर फुलरा-(पु०) = फूंदना आना (बच्चा फुदकता है)
फुलवर-(पु०) = फुलकारी फुदकी-(स्त्री०) 1 उछलना 2 एक छोटी चिड़िया फुलवारी-(स्त्री०) 1 पुष्प-वाटिका 2 बाल-बच्चे फुनंग-(स्त्री०) = फुनगी
फुलसुंघी-(स्त्री०) नीलापन युक्त काले रंग की एक प्रसिद्ध फुनकार-(स्त्री०) = फुत्कार
चिड़िया फुनगी-(स्त्री०) 1 पेड़ की शाखा का अग्र भाग 2 शाखा के फुलस्केप-अं० (पु०) काग़ज़ का एक साइज़ 17" x 13," अंत की कोमल पत्ती और ट्रॅसा
~कागज़ + फा० (पु०) उक्त नाप का काराज़ फुनना-बो० (पु०) फुदना ।
फुलहारा-(पु०) माली फुप्फुस-सं० (पु०) फेफड़ा। ~क्षय (पु०) फेफड़ा खराब फुलहारी-(स्त्री०) मालिन होना; -प्रदाह (पु०) निमोनिया
फुलाई-(स्त्री०) 1 फूलने की अवस्था 2 फुलाना फुफॅदी-(स्त्री०) 1 साड़ी कसने की डोरी 2 धोती में पेड़ पर फुलाना-(स० क्रि०) 1 पुष्पित करना 2 हवा भरकर फैलाना लगाई गई गाँठ 3 भुकड़ी
(जैसे-गुब्बारा-फुलाना) 3 गर्व उत्पन्न करना 4 प्रसन्न करना फुफकार-(स्त्री०) फूत्कार
फुलायल-(पु०) = फुलेल फुफकारना-(अ० क्रि०) क्रोध में -फॅ करना, फूत्कार करना फुलाव-(पु०) फूलने का भाव (जैसे-साँप का फुफकारना)
फुलावट-(स्त्री०) 1फैलाव, उभार 2 फूलने की अवस्था फुफिया-(वि०) फूफी के संबंध का (जैसे-फुफिया ससुर) फुलावा-(पु०) बाल गूंथने की डोरी, खजुरा फुफू-बो० (स्त्री०) - फूफी
फुलिया-(स्त्री०) 1 फूल की तरह फूला गोल सिरा 2 छत्राकार फुफेरा-(वि०) । फूफा से संबंध रखनेवाला 2 फूफा से उत्पन्न सिरेवाला काँटा 3 कान में पहनने की लौंग (जैसे-फुफेरा भाई)
फुलुरिया-(स्त्री०) पोतड़ा फुर-(स्त्री०) पक्षियों के उड़ने पर पंख से उत्पन्न ध्वनि, आवाज़ फुलरा-(पु०) फूल की बनी छतरी फुरक़त-अ० (स्त्री०) वियोग, जुदाई
फुलेल, फुलेला-(पु०) सुगंधित तेल फुरकाना-(स० क्रि०) = फड़काना
फुलेली-(स्त्री०) फुलेल रखने का बर्तन फुरती-(स्त्री०) 1 चुस्ती 2 जल्दी 3 तेज़ी बाज़ + फ़ा० | फुलेहरा-बो० (पु०) 1 रेशम आदि का बना बंदनवार 2 फुलेरा
(वि०) 1 तेज़ी से काम करनेवाला 2 फुरती दिखानेवाला फुलौरा-(पु०) बेसन आदि से बना पकौड़ा फुरतीला-(वि०) 1 चुस्त 2 तेज़ 3 फुरती से काम करनेवाला फुलौरी-(स्त्री०) छोटा फुलौरा फुर-फुर-(स्त्री०) परों के फड़फड़ाने से उत्पन्न शब्द फुल्ल-1 सं० (वि०) 1 विकसित 2 प्रसन्न II (पु०) फूल। (जैसे-फुर-फुर करके उड़ना)
नेत्र (वि०) हर्षित नेत्रोंवाला फुरफुराना-[ (अ० क्रि०) फुर-फर शब्द होना || (स० फुल्ली -(स्त्री०) 1 फूल की तरह का आभूषण 2 दे० फुलिया क्रि०) 1 फड़फड़ाना 2 फुर-फुर शब्द करना
3 दे० फूली फुरफुराहट-(स्त्री०) फुर-फुर शब्द होना
फुवारा-(पु०) = फुहारा फुरफुरी-(स्त्री०) फुर-फुर शब्द
फुस-(स्त्री०) अत्यंत धीमी आवाज़ फुरसत-अ० (स्त्री०) अवकाश
फुसकी-(स्त्री०) 1 कान में धीरे से कहना 2 बिना आवाज़ की फुरहरी-(स्त्री०) 1 फुरफुराहट 2 पंख फड़फड़ाने का शब्द __ अपानवायु, ठुसकी 3 थरथराहट
फुसड़ा-(पु०) = फुचड़ा फुरेरी-1 बो० (स्त्री०) सींक के सिरे पर लपेटी गई रूई | | फुस-फुस-(स्त्री०) 1 कान में बहुत धीमे से कहना फुरेरी-II (स्त्री०) थरथरी, रोमांच
2 काना-फूसी फुरेरू-(स्त्री०) 1 आवेश, जोश 2 साहस
फुस-फुसर-(पु०) काना-फूसी फुर्ती-(स्त्री०) फुरती
फुसफुसा-(वि०) 1 कमज़ोर और नरम 2 मंद फुर्तीला-(वि०) स्फूर्तिवान्
फुसफुसाना-(अ० क्रि०) अत्यंत मंद स्वर में कहना फुर-(पु०) पक्षी के उड़ने का शब्द
फुसफुसाहट-(स्त्री०) - फुस-फुस फुर्सत-अ० (स्त्री०) - फुरसत
फुसलाऊ-(वि०) फुसलानेवाला फुलई-(स्त्री०) फूल लगा मीका
फुसलाना-(स० क्रि०) 1 अनुकूल बनाना 2 मनाना फुलका-I (वि०) फूल जैसा (जैसे-हलका-फुलका) फुसलाव, फुसलाह-(पु०) फुसलाने का भाव फुलका-II (पु०) चपाती (जैसे-दाल के दो फुलके खाना) फुहार-(स्त्री०) 1 नन्हीं-नन्हीं बूंदों की झड़ी, झींसी 2 तरल फुलकारी-(स्त्री०) 1 फूल-पत्तियाँ बनाने का काम पदार्थ की छोटी-छोटी बूंदे (जैसे-गुलाब जल की फुहार) 2 फूल-बूटियोंवाला मलमल का कपड़ा
फुहारनी-(स० क्रि०) फुहार डालना फुलचुही-(स्त्री०) = फुलसँघी
फुहारा-(पु) 1 फुहार डालने का एक यंत्र, जल-यंत्र 2 जल, फुलझड़ी-(स्त्री०) 1 फूल सी चिंगारियाँ निकलनेवाली पतली | या तरल पदार्थ की तेज़ धार (जैसे-नल का फुहारा)