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फ्रर्द
(स्त्री० ) 1 सूची जुर्म (स्त्री०) किए गए माल की
फर्द - I अ० (वि०) 1 अकेला 2 बेजोड़ II 2 चिट्ठा III ( पु० ) अकेला व्यक्ति। अभियोग सूची; तालिका (स्त्री०) कुर्क सूची; ~सजा + फ़्रा० (स्त्री०) दंडपत्र, हकूक़ (स्त्री०) अधिकारपत्र; ~ हिसाब (स्त्री०) हिसाब का चिट्ठा फ़र्दन-फ्रर्दन-अ० ( क्रि० वि०) अलग-अलग, हर आदमी से प्रदेजुर्म - अ० + फ़ा० + अ० (स्त्री०) फ़र्दजुर्म प्रदेसज़ा-अ० + फ़ा० (स्त्री०) फ़र्नीचर - अं० (पु० ) मेज़ - कुर्सी आदि
फ़र्दसज़ा
फ़र्म-अं० (पु०) व्यापारिक संस्था (जैसे- अनुषंगी फ़र्म, निजी फ़र्म)
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फ़र्मा-अं० ( पु० ) फ़रमा
फ़र्रा - (पु० ) गेहूँ या धान की फ़सल का एक रोग फर्राटा - ( पु० ) वेग, तेज़ी
फ़र्राश - अ० (पु० ) 1 फ़र्श बिछानेवाला 2 खेमा लगानेवाला । ~ खाना + फ़ा० (पु०) खेमा आदि सामान रखने का कमरा फ़र्राशी- अ० + फ़ा० (स्त्री०) फ़रार्श का काम फर्री - (स्त्री०) पतली ईंट
फ़र्श - अ० ( पु०) 1 धरातल 2 कंकर आदि पीटकर पक्की की गई ज़मीन 3 ज़मीन पर बिछाई जानेवाली वस्तु 4 बिछावन फ़र्शी- अ० + फ़ा० (वि०) फ़र्श का, फ़र्श संबंधी फ़र्शेज़मीं -अ० + फ़ा० (स्त्री०) धरातल फर्स्ट - अं० (वि०) पहला, प्रथम । ~ क्लास (स्त्री०) प्रथम श्रेणी
(जैसे- परीक्षाफल, (जैसे - कर्मफल)
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फल - I सं० ( पु० ) 1 नतीजा, परिणाम झगड़े का फल ) 2 सुख-दुःख का भोग 3 पेड़ पौधों का गूदेदार बीजकोश (जैसे आम का फल, केले का फल) 4 गणित क्रिया से प्राप्त अंक । कंटक (पु० ) कटहल ; ~ काम (वि०) फल की कामना करनेवाला; ~ कामना (स्त्री०) फल की इच्छा; ~ काल (पु०) फल का मौसम, कोष (पु० ) पौधे का वह कोष जिसमें से फल निकलता है; खंडन (पु०) फल की अप्राप्ति, निराशा; त्रय (पु० ) 1 द्राक्षा, परुष और काश्मीरी इन तीनों फलों का समाहार 2 त्रिफला; त्रिक (पु० ) 1 सोंठ, पीपल और काली मिर्च 2 त्रिफला; -दाता (वि०) फल देनेवाला: ~दान (पु० ) ब्याह निश्चित होने पर वर को रुपए आदि देने की रस्म दायक (वि०) फल देनेवाला; दार | फ़ा० (वि०) 1 फलनेवाला 2 फलयुक्त (जैसे-फलदार वृक्ष); परिणाम (पु० ) फल का पूर्णतः पक जाना; ~ परिरक्षण (पु०) फल को हानि, सड़ने-गलने से बचाना; ~पूर (पु० ) बिजौरा, नीबू पूर्ण (वि०) 1 फलयुक्त 2 फलदायक प्रद (वि०) फल देनेवाला; प्राप्त (वि०) 1 फलयुक्त 2 फल मिला हुआ, परिणाम को प्राप्त; ~ प्राप्ति (स्त्री०) 1 सफलता, क़ामयाबी 2 भोग; प्रिय (वि०) फल पसंद करनेवाला; फलारी + हिं० (स्त्री०) कई तरह के फल, मेवे, फूल + हिं० (पु० ) फल और फूल; ~ भागी (वि०) = फल भोगी; ~भित्ती (स्त्री०) फल का आवरण; भूमि (स्त्री०) कर्मफल भोगने का स्थान; ~ भोग (पु० ) कर्मफल का भोग भोगी (त्रि०) कर्मफल का भोग भोगनेवाला भोजी भोजी (वि०)
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फलाम्लिक
फल खानेवाला; योग (पु० ) फलागम, फल-प्राप्ति; वंध्य (वि०) फलरहित; ~ वर्ति (स्त्री०) घाव में भरने की मोटी बत्ती; ~विक्रयी (पु०) फल बेचनेवाला; वृक्ष (पु० ) फल देनेवाला पेड़ ~ शर्करा (स्त्री०) फलों में रहनेवाली चीनी; श्रुति (स्त्री०) 1 सत्कर्म विशेष का फल बतानेवाला वाक्य 2 इस तरह के वाक्य का श्रवण साधन (पु० ) अभीष्टसिद्धि का साधन सिद्धि (स्त्री०) फल-प्राप्ति; ~ स्वरूप ( क्रि० वि०) परिणामतः, परिणाम
स्वरूप
फल - II सं० (पु० ) 1 तीर, बर्छा आदि का अगला भाग 2 तलवार आदि की धार। ~दार फ़ा० (वि०) धारदार, धारवाला
फलक - I सं० (पु०) 1 तख़्ता 2 पटल ~ यंत्र ( पु० ) ज्योतिष संबंधी यंत्र
फ़लक - I अ० (पु० ) 1 आकाश 2 स्वर्ग । ज़दा + फ़ा० (वि०) मुसीबत का मारा; सैर (वि०) वायु वेगवाला फलका - बो० (पु०) फफोला फ़लकी- अ० (वि०) आकाशीय फलतः सं० (क्रि० वि०) फलस्वरूप, इसलिए फलतः - ( क्रि० वि०) फलस्वरूप, परिणाम स्वरूप फलद-सं० (वि०) फल देनेवाला फलन-सं० ( पु० ) 1 फलना 2 परिणाम उत्पन्न करना फलना - ( अ० क्रि०) 1 फल आना, फलयुक्त होना 2 फल देना (जैसे-आम का पेड़ फलने लगा ) 3 संतानवती होना । फूलना (अ० क्रि०) 1 फलयुक्त होना 2 सुख-सौभाग्ययुक्त होना
फलवती-सं० (स्त्री०) फलवाली फलवान्-सं० (वि०) फलयुक्त
फ़लसफ़ा - अ० (पु० ) 1 ज्ञान, विद्या 2 दर्शन शास्त्र, तर्क विद्या फ़लसफ़ी-अ० (वि०) 1 फ़लसफ़ा संबंधी 2 फ़लसफ़ा जाननेवाला, दार्शनिक
फलहरी-बो० (स्त्री० ) = फरेरी
फ़लाँ- अ० (वि०) अमुक (जैसे-फ़लाँ व्यक्ति) फलाँग - (स्त्री०) 1 छलाँग 2 छलाँग में तय की गई दूरी फलाँगना - (अ० क्रि०) छलाँग मारना, कूदना फलांश-सं० (पु०) तात्पर्य, सारांश फलाकांक्षा-सं० (स्त्री०) फल की इच्छा
फलागम - सं० ( पु० ) 1 फल आना 2 फल आने का काल 3 फलयोग
फलादन-सं० (वि०) - फलाशन
फलादेश -सं० पु० ग्रहों आदि का फल बताना फलाना - (स० क्रि०) फलने का कारण होना फ़लाना- अ० (वि०) - फ़लाँ फलानुबंध-सं० (पु० ) परिणाम की अनुक्रम फलानुमेय - सं० (वि०) फल से जानने योग्य फलान्वेषी-सं० (वि०) फल का आकांक्षी फलापेक्षा-सं० (स्त्री०) फल कामना
फला-फूला - (त्रि०) 1 संपन्न, समृद्ध 2 विकसित फलाम्लिक - 1 सं० (वि०) खट्टे फल से बना II (पु० ) इमली आदि की चटनी