________________
पैरना
पैरना - (अ० क्रि०) तैरना (जैसे नदी में पैरना)
पैरवी -फ़ा० (स्त्री०) 1 खुशामद 2 अनुगमन 3 आज्ञा पालन 4 कोशिश। ~कार ( पु० ) पैरवी करनेवाला व्यक्ति पैरहन - ( पु० ) लबादा जैसा लंबा पहनावा पैरा-अं० (पु० ) पैराग्राफ़
पैरा - I (पु० ) 1 आया हुआ कदम 2 पैर में पहना जानेवाला कड़ा II (वि०) पैरोंवाला
पैराई - (स्त्री०) 1 तैरने की क्रिया 2 तैरने की कला पैराक - ( पु० ) तैरनेवाला, तैराक
पैराग्राफ़ - अं० ( पु० ) लेख आदि का वह अंश जितने में कोई बात कही गई हो तथा दूसरे अंश में कुछ जगह छोड़कर लिखा गया हो, अनुच्छेद
पैराट्पर-अं० (पु० ) छतरी सैनिक
पैरानो - (स० क्रि० ) पैरने में प्रवृत्त करना, तैराना पैराफ़िन - अं० (पु० ) एक तरह का गाढ़ा चिकना पदार्थ जो कोमल लकड़ियों से निकाला जाता है तथा जो मोमबत्ती आदि बनाने के काम में आता है
पैरामीटर - अं० (पु०) ग० ऐसा स्वतंत्र चर जिसके पदों में किसी समीकरण के चरों को व्यक्त किया जा सके, प्राचल पैराव - (पु० ) अधिक जलवाला गहरा स्थान पैराशूट - अं० ( पु० ) हवाई छतरी
पैरी - (स्त्री०) 1 काँसे आदि का बना हुआ पैर में पहनने का चौड़ा गहना 2 दौनी हेतु फैलाए गए फसल के पौधे 3 अनाज की दौनी, दवाँई, दौरी
पैरेलल अं० (वि०) समानांतर
521
पैरोकार - फ़ा० (पु०) पैरवीकार पैला - (पु० ) 1 नाँद के आकार का मिट्टी का बड़ा पात्र, बड़ी पैली 2 टोकरी, दौरी 3 अनाज नापने का चार सेर का बर्तन पैवंद - फ़ा० (पु० ) फटे हुए कपड़े पर लगाई जानेवाली चकती, थिगली
पैवंदी-फ़ा० (वि०) 1 जिसमें पैवंद लगाया गया हो, पैबंद लगा हुआ 2 दोगला, वर्णसंकर
पैवस्त - फ़ा० (वि०) अच्छी तरह सोखा एवं समाया हुआ पैवीलियन-अं० (पु०) मंडप पैशाच - Iसं० (वि०) 1 पिशाच का 2 पिशाच देश का II (पु० ) पिशाच
पैशाचिक सं० (वि०) 1 पिशाच संबंधी 2 पिशाचों की तरह
=
वीभत्स (जैसे- पैशाचिक अत्याचार )
पैशाचिकी - सं० (स्त्री०) राक्षसों के बारे में अध्ययन पैशाची - I सं० (स्त्री०) प्राकृत भाषा का वह रूप जिससे दरद वर्ग की बोलियाँ निकली हैं II (वि०) पिशाचों की तरह का पैशाच्य - सं० (पु० ) पिशाचों का सा क्रूर एवं निर्दय स्वभाव पैशुन्य -सं० ( पु० ) चुगलखोरी, पिशुनता पैष्ट-सं० (वि०) आटे का बना हुआ पैसा - (पु० ) 1 ताँबे का चलता सिक्का जो अब रुपए का सौवाँ भाग है) 2 धन-संपत्ति, दौलत (जैसे वह बहुत पैसेवाला आदमी है) । ~ कमाऊ (वि० ) पैसा कमानेवाला; ~धेला, ~टका (पु०) धन
पैसार - बो० ( पु० ) 1 प्रवेश द्वार 2 प्रवेश, पैठ पैसिंजर - अं० (पु० ) यात्री।
गाड़ी
+ हिं० (स्त्री०)
पोढ़ा
सवारी गाड़ी जिसमें यात्री लोग यात्रा करते हैं; ट्रेन (स्त्री०) सवारी गाड़ी
पैसेवाला - (वि०) मालदार, धनवान, दौलतमंद पैहम-फ़ा० (अ०) निरंतर, लगातार
पों- (स्त्री०) 1 भोंपा 2 भोंपा से निकलनेवाला पों शब्द (जैसे-पो-पों मत करो)। बजाना बिना समझे बूझे समर्थन
करना
पोंकना - (अ० क्रि०) 1 पतला पाखाना फिरना 2 बहुत डरकर पों-पों शब्द करना
पोंका - (पु०) बड़ा फतिंगा, बोका
पोंगला, पोंगा - I ( पु०) 1 बाँस की नली 2 धातु की नली II (वि०) 1 ना समझ, निरा मूर्ख, बेवकूफ 2 निकम्मा, बेकाम 3 पोला, खोखला । पंथी I (वि०) वज्र मूर्ख II (स्त्री०) मूर्खतापूर्ण आचरण, व्यवहार
पोंछन - ( स्त्री०) 1 पोंछने की क्रिया 2 पोंछकर निकाला गया अंश 3 पोंछने के काम आनेवाला कपड़ा। पेट की पोंछन स्त्री की अंतिम संतान
पोंछना - I (स० क्रि०) 1 कपड़े से नमी, आर्द्रता सोखना (जैसे- रुमाल से आँसू पोंछना, तौलिया से पसीना पोंछना) 2 रगड़ते हुए फेरना (जैसे-फर्श की काई पोंछना, स्लेट पोंछना) II (पु० ) 1 पोंछने के काम में आनेवाली वस्तु (जैसे-पैर-पोंछना) 2 पोंछने से निकलनेवाली वस्तु पोंटा- (पु० ) नाक की मैल
पोआ - (पु० ) साँप का छोटा बच्चा, संपोला पोआना - (स० क्रि०) पोने का काम कराना पोइया - ( स्त्री०) घोड़े की सरपट चाल
पोई - (स्त्री०) पान की तरह हरी मोटी पत्तियोंवाली प्रसिद्ध लता जिसके साग पकौड़े आदि बनते हैं
पोखर, पोखरा - ( पु०) छोटा ताल पोखराज - ( पु० ) = पुखराज पोखरी - ( स्त्री०) तलैया
पोगंड - सं० (पु० ) पाँच से दस वर्ष तक की उम्र का बालक पोच - फ़ा० ( वि० ) 1 खराब, निकृष्ट 2 तुच्छ, क्षुद्र 3 निःसार
4 आवारा
पोचाई बो० (स्त्री०) देशी शराब पोज़ीशन-अं० (स्त्री० ) 1 स्थिति 2 पद 3 प्रतिष्ठा पोट- 1 (स्त्री०) 1 घर की नींव 2 मिलान, मेल पोट-II (स्त्री०) 1 टाट, कपड़े की बनी गठरी 2 ढेर, राशि पोट - III ( स्त्री०) पुस्तकों की सिलाई में उसका पुट्ठा पोटलक - ( पु० ) गठरी
पोटली - (स्त्री०) 1 छोटी गठरी 2 छोटी थैली पोटा-1 (पु० ) पेट की थैली, उदराशय। तर होना प्रसन्नता एवं निश्चिंतता होना
पोटा - II ( पु० ) 1 पुरुषों के लक्षणोंवाली 2 सेविका पोटाश-अं० (पु० ) एक तेज़ क्षार पोटैशियम-अं० (पु० ) पोटाश का धात्विक आधार पोडु - सं० (स्त्री०) खोपड़ी की ऊपरी हड्डी पोढ़ना - ( अ० क्रि० ) 1 मजबूत होना, दृढ़ होना 2 निश्चित होना, पक्का होना
पोढ़ा - (वि०) पुष्ट, मजबत