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प्रायोज्य
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प्रासिक्यूटर प्रायोज्य-सं० (वि०) प्रयोजन के योग्य, जो किसी के विशेष प्रावगलिक-सं० (वि०) प्रवाल (मुंगे) का प्रयोजन की हो
प्रावास-सं० (वि०) यात्रा संबंधी प्रायोपयोगिक-सं० (वि०) प्रायिक, सामान्य
प्रावासिक-सं० (वि०) यात्रा के उपयुक्त प्रायोपवेश, प्रायोपवेशन-सं० (पु.) 1अनशनव्रत | प्राविडंट-फंड-अं० (पु०) भविष्य निधि 2 अन्न-जल त्याग देना
प्रावित्र-सं० (पु०) 1 रक्षण 2 आश्रय प्रायोभावी-सं० (वि०) प्रायिक, साधारण
प्राविधानिक-सं० (वि०) प्राविधि संबंधी प्रारंप-सं० (पु०) 1 शुरू का अंश 2 जारी होना (जैसे-कार्य प्राविधिक-सं० (वि०) 1कला, शिल्प, यंत्र आदि से संबंधित प्रारंभ होना)
(जैसे-प्राविधिक शिक्षा) 2 प्रायोगिक एवं व्यावहारिक प्रक्रिया प्रारंभण-सं० (पु०) शुरू करना
संबंधी, तकनीकी, टेकनिकल (जैसे-प्राविधिक ज्ञान, प्रारंभिक-सं० (वि०) 1शुरू का (जैसे-प्रारंभिक | प्राविधिक कर्मचारी) पाठ्य-पुस्तक) 2 प्रारंभ में होनेवाला (जैसे-प्रारंभिक प्राविधिज्ञ-सं० (पु०) तकनीकी ज्ञान रखनेवाला, टेकनिशियन शिक्षा)
प्रावीण्य-सं० (पु.) = प्रवीणता प्रारंभीय-सं० (वि०) प्रारंभ का
प्रावृट्-सं० (पु०) = प्रावृषा प्रारक्षण-सं० (पु०) कार्य, बात आदि को निश्चित रूप से | प्रावृत-I सं० (वि०) 1 घिरा हुआ, आवृत 2 ढका हुआ II पहले से ही अलग करना, रिज़र्वेशन
(पु०) 1 ओढ़ने का कपड़ा 2 ढकने का कपड़ा, आच्छादन प्रारक्षित-सं० (वि०) पहले से अलग किया हआ, रिज़र्ल्ड | प्रावृषा-सं० (स्त्री०) वर्षा ऋतु प्रारब्ध-I सं० (वि०) आरंभ किया हुआ II (पु.) 1 भाग्य, प्रावेशिक-सं० (वि०) 1 प्रवेश संबंधी 2 प्रवेश का साधन तकदीर 2 पूर्व जन्म के कार्य 3 पूर्व कर्मों का फल भोग। रूप ~लेख (पु०) किस्मत का लिखा
प्रावैगिक-सं० (वि०) प्रवेग संबंधी प्रारब्धि-सं० (स्त्री०) आरंभ
प्रावैधिक-सं० (वि०) - प्राविधिक प्रारब्धी-सं० (वि०) भाग्यवाला, भाग्यवान्
प्राव्राज्य-1 सं० (वि०) सन्यास संबंधी || (पु०) सन्यासी प्रारिप्सित-सं० (वि०) शुरू करने की इच्छा की गई। जीवन प्रारूप-सं० (पु०) 1 प्राथमिक रूप, मसौदा, प्रालेख | प्राश-सं० (पु०) भोजन करना 2 पूर्वगामी रूप
प्राशक-सं० (वि०) भोजन करनेवाला प्रारूपस्थ-सं० (वि०) प्रारूप में लाया गया
प्राशन-सं० (पु०) भोजन करना प्रारूपिक-सं० (वि०) 1 प्रारूप संबंधी 2 नमूने का प्राशनीय-सं० (वि०) प्राश्य प्रार्थक-सं० (वि०) = प्रार्थी
प्राशस्त्य-सं० (पु०) प्रशस्तता प्रार्थन-सं० (पु०) प्रार्थना करना
प्राशित-[सं० (वि.) 1 खाया हआ 2 उपभोग किया हुआ | प्रार्थना-सं० (स्त्री०) 1 निवेदन 2 भक्ति एवं श्रद्धापूर्वक ईश्वर, | __ (पु०) 1 तर्पण, पितृ यज्ञ 2 खाना, भक्षण देवता आदि से माँगना, निवेदन करना 3 अरजी, दावा। -पत्र प्राशी-सं० (वि०) = प्राशक (१०) अरजी (जैसे-प्रार्थना पत्र प्रस्तुत करना); ~भंग प्राश्निक-[ सं० (वि०) 1 प्रश्न पूछनेवाला 2 प्रश्न रूप में (पु०) प्रार्थना न मानना
होनेवाला 3 प्रश्न लिखा हुआ, प्रश्न युक्त || (पु०) प्रार्थनीय-सं० (वि०) प्रार्थित
प्रश्न-कर्ता प्रार्थयिता-सं० (पु०) प्रार्थी ।
प्राश्य-सं० (वि०) प्राशन योग्य प्रार्थित-सं० (वि०) प्रार्थना की गई
प्रासंगिक-सं० (वि०) 1 प्रसंग का 2 प्रसंग से संबंध प्रार्थी-सं० (वि०) 1 प्रार्थना करनेवाला 2 प्रार्थना पत्र देनेवाला रखनेवाला 3 प्रसंग-प्राप्त (जैसे-प्रासंगिक कथा-वस्त्) 3 उम्मीदवार
प्रास-सं० (पु०) 1 फेंकना 2 फेंकी जानेवाली वस्तु की क्षैतिज प्रार्थ्य-सं० (वि०) प्रार्थना योग्य
दूरी, मार 3 अनुप्रास प्रालंब-सं० (पु०) 1 लटकनेवाली वस्तु 2 सीने तक | प्रासक-सं० (पु.) 1 प्रास नामक अस्त्र 2 जुआ खेलने का लटकनेवाली माला
पासा, पाशक प्रालेख-सं० (पु०) = प्रारूप
प्रासविक-सं० (वि०) प्रसव संबंधी प्रालेय-I सं० (पु०) 1 तुषार 2 बर्फ, हिम II (वि०) प्रलय | प्रासाद-सं० (पु०) 1 राज-भवन, राज-महल 2 देवमंदिर, संबंधी
देवालय प्रावट-सं० (पु०) जौ
प्रासादिक-सं० (वि०) 1 दया करनेवाला 2 प्रसाद रूप में प्रावर-सं० (पु०) चहारदीवारी
दिया जानेवाला 3 प्रासाद संबंधी प्रावरण-सं० (पु०) 1 आवरण 2 ओढ़नी, उत्तरीय प्रासादीय-सं० (वि०) 1 राजमहल संबंधी 2 भव्य एवं प्रावसादन-सं० (पु०) 1 अकर्मण्य एवं निरुत्साह होने की। सुसज्जित अवस्था 2 पदार्थ की निष्क्रियता 3 व्यापार आदि की मंदी | प्रासायन-सं० (पु०) तोप आदि के निकलने का अर्ध चंद्राकार 4 वातावरण का तापमान गिरना, डिप्रेशन
मार्ग, ट्रेजेक्टरी प्रावस्था-सं० (स्त्री०) 1 परिवर्तन की विशेष स्थिति 2 स्वरूप | प्रासिक्यूटर-अं० (पु०) अभियोजक, अभियोक्ता