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प्रसारक
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प्रस्फोट
समर्थक; शक्ति (स्त्री०) प्रसार क्षमता
पर लिखकर छापने का कार्य, लीथोग्राफ; ~मूर्ति (स्त्री०) प्रसारक-सं० (वि०) फैलानेवाला
पत्थर की बनाई गई प्रतिमा; युग (पु०) पाषाण युग प्रसारण-सं० (पु०)1 फैला-1 2 बढ़ाना (जैसे-कार्य क्षेत्र का | प्रस्तरण-सं० (पु०) 1 फैलाना, बिछाना 2 बिछावन प्रसारण) 3 दूर-दूर तक फैलाना, ब्राडकास्टिंग | प्रस्तरीभूत-सं० (वि०) पत्थर की तरह बेकार (जैसे-आकाशवाणी प्रसारण केंद्र)
प्रस्तार-सं० (पु०) 1 फैलाव, विस्तार 2 अधिकता 3 बिछावन प्रसारिणी-सं० (वि०) प्रसार करनेवाली
बिस्तरा 4 घास-फूस आदि का बिछौना प्रसारित-सं० (वि०) 1 फैलाया हुआ 2 प्रसारण किया हुआ प्रस्ताव-सं० (पु०) 1 बात, प्रस्तावना, प्राक्कथन 2 शुरू, (जैसे-आकाशवाणी से प्रसारित समाचार)
आरंभ 3 विषय-चर्चा, बात 4 विषय, प्रकरण (जैसे-पाठ्य प्रसार्य-सं० (वि०) प्रसारण योग्य
पुस्तक का प्रस्ताव क्या है) 5 उपयुक्त समय, अवसर मौक प्रसाविका-सं० (स्त्री०) प्रसव करानेवाली दाई, धात्री, (जैसे-बिना प्रस्ताव बोलना उचित है) 6 उद्देश्य के विचारार्थ मिड-वाइफ
रखी गई बात, ऑफर, प्रोप्रोज़ल। ~कर्ता प्रस्ताव करनेवाल प्रसाह-सं० (पु०) 1 सयंम 2 पराजित करना, हराना व्यक्ति प्रसिद्ध-1 सं० (वि०) 1मशहर, ख्यात (जैसे-प्रसिद्ध इमारत, प्रस्तावक-सं० (वि०) प्रस्ताव करनेवाला प्रसिद्ध ग्रंथ) II (क्रि० वि०) साफ़-साफ़
प्रस्तावना-सं० (स्त्री०) 1 आरंभ 2 प्रस्ताव 3 विषय-चर्चा के प्रसिद्धि-सं० (स्त्री०) ख्याति, मशहरी
पूर्व का तसंबंधी आरंभिक संक्षिप्त कथन, भूमिका, प्रसुप्त-सं० (वि०) 1 गहरी नींद में सोया हआ, अंदर छिपा प्राक्कथन, इंट्रोडक्शन हुआ, प्रषुप्त (जैसे-प्रसुप्त कीटाणु)
प्रस्तावित-सं० (वि०) 1 प्रस्ताव रूप में रखा गया 2 आरंभ प्रसुप्ति-सं० (स्त्री०) 1 गाढ़ी नींद 2 सुषुप्ति
किया हुआ 3 कथित प्रसूत-I सं० (वि०) उत्पन्न II (पु०) प्रसव-काल में | प्रस्तुत-I सं० (वि.) 1 उपस्थित 2 विशेष रूप से स्तुत होनेवाला एक रोग
3 आरंभ किया हुआ, आरब्ध 4 अभिलाषित, इच्छित 5 तैयार प्रसूता-सं० (स्त्री०) नवजात शिशु की माँ (जैसे-शिशु एवं | II (पु०) 1 प्रकरण प्राप्त विषय 2 (साहि०) चल रही बात, प्रसूता की सुरक्षा)
चर्चा में प्रसंगवश अन्य बात का भी उल्लेख होना। कर्ता प्रसूति-सं० (स्त्री०) 1 शिशु को जन्म देना 2 उत्पत्ति 3 संतति (पु०) प्रस्तुत करनेवाला व्यक्ति 4 प्रसूता। ~गृह (पु०) बच्चा जनने का घर, सौरी; छुट्टी प्रस्तुति-सं० (स्त्री०) 1 प्रस्तुत होने की अवस्था 2 प्रशंसा, स्तुति + हिं० (स्त्री०) प्रसवाक्काश; ज (पु०) प्रसव-वेदना; __3 प्रस्तावना, भूमिका 4 उपस्थिति 5 तैयारी -ज्वर (पु०) चि० प्रसव के कुछ समय बाद होनेवाला | प्रस्तुतीकरण-सं० (पु०) प्रस्तुत करना बुखार; ~भवन (पु०) प्रसूति गृह; विज्ञान, विद्या प्रस्तोता-[ सं० (पु०) सामवेदी ऋत्विक् II (पु०) प्रस्ताव (स्त्री०), ~शास्त्र (पु०) गर्भवती, स्त्रियों को प्रसव कराने करनेवाला व्यक्ति, प्रस्तावक की कला का विवेचन करानेवाला शास्त्र
प्रस्थ-1 सं० (वि०) 1 प्रस्थान करनेवाला,कहीं जाकर रहनेवाला प्रसूतिका-सं० (स्त्री०) प्रसूता स्त्री
(जैसे-वानप्रस्थ) प्रसून-1 सं० (वि०) 1 जन्मा हुआ 2 उत्पन्न, पैदा II (पु०) प्रस्थान-सं० (पु०) 1 जाना, रवानगी 2 सेना का युद्ध क्षेत्र में फूल, पुष्प
जाना, कूच 3 गमन (जैसे-शुभ मुहर्त में प्रस्थान करना) प्रसृत-I सं० (वि०) 1 फैला हुआ 2 बढ़ा हुआ 3 विनीत 4मरण, मरना 5 रास्ता मार्ग । संसार से प्रस्थान करना मर 4 संलग्न 5 प्रचलित II (पु०) अर्धांजलि
जाना, स्वर्गवास प्रसृति-सं० (स्त्री०) 1 फैलाव, प्रसार 2 फैलाई हुई अंजलि प्रस्थापन-सं० (पु.) 1 प्रस्थान करना, भेजना 2 प्रेरणा प्रसृष्ट-सं० (वि०) त्यागा हुआ, परित्यक्त
3 स्थापना 4 प्रतिष्ठित करना 5 व्यवहार करना 6 संस्थापन प्रसेक-सं० (पु०) 1सींचना 2 निचोड़ना 3 निचोड़ने पर प्रस्थापना-सं० (स्त्री०) 1 भेजना, प्रेषण 2 प्रस्ताव लाना निकलनेवाला तरल पदार्थ 4 छिड़काव 5 रसना
3 प्रस्तुत करना प्रसेकी-I सं० (वि०) बहनेवाला II (पु०) एक तरह का प्रस्थापित-सं० (वि०) 1 प्रस्थापन किया गया 2 भेजा हुआ, असाध्य घाव, व्रण
प्रेषित प्रसेव-सं० (पु०) 1बीन की तूंबी 2 थैली
प्रस्थित-सं० (वि०) 1 प्रस्थान किया हआ 2 स्थित 3 प्रेषित प्रसेवक-सं० (पु०) 1थैलियाँ बनानेवाला व्यक्ति 2 प्रसेव | प्रस्थिति-सं० (स्त्री०) 1 प्रस्थित होने की अवस्था 2 प्रस्थान, प्रस्कंदन-सं० (पु०) 1कूदकर लाँघना 2 छलाँग
गमन प्रस्कन-I सं० (वि०) 1गिरा हुआ, पतित 2 पराजित | प्रस्फुट-सं० (वि०) 1 खिला हुआ, विकसित, स्पष्ट, प्रकट
II (पु०) 1 जाति-च्युत व्यक्ति 2 पापी 3 घोड़े का एक रोग | प्रस्फुटन-सं० (पु०) 1 खिलना 2 व्यक्त होना, प्रकट होना प्रस्वालन-सं० (पु०) पतन, गिरना
प्रस्फुटित-सं० (वि०) 1 खिला हुआ, विकसित 2 प्रकट हई प्रस्तर-सं० (पु०) पत्थर। ~अंकन (पु०) पत्थर पर अंकित | प्रस्फुरण-सं० (पु०) 1काँपना 2 फैलना 3 चमकना 4 स्पष्ट करना; कला (स्त्री०) पत्थर को काट-छाँट एवं गढकर | होना उनकी विशेष आकृति बनाने की कला; - कार (पु०) पत्थर | प्रस्फुरित-सं० (दि०) काँपता हआ पर काम करनेवाला; ~मुद्रण (पु०) विशेष प्रकार के पत्थर | प्रस्फोट-सं० (पु०) फूटकर बाहर निकलना