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पेरोल
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पैकार
पेरोल-अं० (पु०) कारावास में रखे गए दंडित अपराधी को | को दिया जानेवाला धन (जैसे-वकील ने चार सौ पेशी दी।) कुछ नियत अवधि तक खुला छोड़ना
पेशी-II सं० (सी०) 1 शरीर के भीतर मांस के रेशों की पेलना-(स० क्रि०) 1 दबाकर, ढकेलकर अंदर घुसाना, गुलथी 2 गर्भ का आंतरिक रूप 3 मांस खंड, मांस का टुकड़ा फंसाना 2 धक्का देना, ढकेलना 3 बल प्रयोग करना पेशीनगो-फ्रा० (पु०) भविष्यवक्ता 4 अप्राकृतिक संभोग करना |
पेशीनगोई-फा० (स्त्री०) भविष्यवाणी पेला-(पु०) 1पिल पड़ने की क्रिया 2 मार-पीट, हाथा-बाँही पेशेवाला-फ्रा. + हिं० (वि०) = पेशावर 3 झगड़ा, तकरार
पेशोपस-फ्रा० (वि०) = पसोपेश पेवस-(पु०) = पेयूष
पेश्तर-फा० (क्रि० वि०) = पेशतर पेश-फा० अ० उपस्थिति में, सामने, समक्ष। -कदमी + अ० पेषक-सं० (वि०) पीसनेवाला + फ़ा० (स्त्री०), ~कश (पु०) 1 उपहार, नज़र, भेंट पेषण-सं० (पु०) 1 पीसना 2 पिसाई 2 सौगात, तोहफा; ~कार (पु०) 1 न्यायालय का एक पेषणी-सं० (स्त्री०) सिल कर्मचारी जो न्यायाधीश के समक्ष काग़ज़-पत्र उपस्थित करता पेस्ट-अं० (पु०) लेई हो 2 पेश करनेवाला व्यक्ति; ~कारी (स्त्री०) 1 पेशकार का पेस्टल-अं० (पु०) रंग की बत्ती काम 2 पेशकार का पद; ~खेमा + अ० (पु०) 1 मंजिल, पेस्ट्री-अं० (स्त्री०) केक की तरह का एक खाद्य पड़ाव पर पहुँचने से पहले लगाया गया खेमा 2 सेना का | पेहँटा-(पु०) मक्के आदि के खेतों में होनेवाली एक लता आगेवाला भाग; ~गी (स्त्री०) 1 किसी वस्तु के मूल का वह । जिसके फूल की कचरी एवं तरकारी बनाई जाती है अंश जो काम करनेवाले को पहले ही दे दिया जाता है 2 नियत - पंच-(स्त्री०) धनुष की डोरी, प्रत्यंचा तिथि के पहले ही दे दिया गया वेतन आदि का अंश, अगौड़ी, पैंचना-(स० क्रि०) 1 अनाज फटकना, पछोरना 2 पलटना,
अग्रिम; ~गोई (स्त्री०) भविष्यवाणी; तर (अ०) पहले, फेरना पूर्व; ~दस्त (वि०) पेश करनेवाला, पेशकार; बंद पैंचा-(पु०) 1अदला-बदली, हेर-फेर 2 मंगनी, हाथ-उधार (पु०) चारजामे में लगा दोहरा बंद जो घोड़े की गर्दन पर से | पैंट-अं० (पु०) पायजामे की तरह का अंग्रेज़ी पहनावा, लाकर दूसरी ओर बाँध दिया जाता है; बंदी (स्त्री०) रक्षार्थ पतलून। -कोट (पु०) सूट हेतु पहले से किया गया प्रबंध, पूर्व की गई व्यवस्था; राज पैंट्री-अं० (स्त्री०) रसोई का भंडार + हिं० (पु०) राज की मदद करनेवाला मज़दूर, पत्थर, ईंट | पैंठ--(स्त्री०), पैंठौर (पु०) 1 वह खुला स्थान जहाँ निश्चित आदि ढोनेवाला मजदूर
दिन छोटे व्यापारी अपना माल बेचने के लिए बैठते हों शिल-I सं० (वि०) 1 मनोमुग्धकारी, मनोहर 2 कुशल, 2 सप्ताह का वह खास दिन जिसमें विशेष स्थान पर दुकान, प्रवीण 3 चालाक 4 मुलायम II (पु०) विष्णु
हाट लगती हों 3 छोटी दुकान 4 खोई हुई हूंडी के स्थान पर पेशवा-फा० (पु०) 1 सरदार, नेता 2 दक्षिण भारत के महाराष्ट्र लिखी गई दूसरी हुंडी साम्राज्य के प्रधान मंत्रियों की उपाधि
पैंड़-(पु०) 1 रास्ता 2 डग। ~भरना कदम उठाकर चलना, पेशवाई-फा० (स्त्री०) 1 नेतृत्व 2 पेशवाओं की शासन | डग भरना प्रणाली, शासन काल 3 आगे बढ़कर अतिथियों का किया पैंड़ा-(पु०) 1 चली गई दूरी, चला आ रास्ता 2 नियत रूप से जानेवाला आदर-सत्कार
आने-जाने की प्रथा, चलन। ~मारना दूर तक पैदल चलकर पेशवाज-फ़ा० (स्त्री०) बड़े घेरे का लँहगा जो नाचते समय कहीं जाना (जैसे-तुम्हारे लिए मुझे इतनी दूर तक पैंडा मारना स्त्रियाँ पहनती हैं
पड़ा); पैंड़े पड़ना बाधा खड़ी करना, परेशान करना पेशा-फा० (पु०) 1 जीविकोपार्जन का साधन, धंधा, काम | पैंतरा-(पु०) 1 तलवार आदि चलाने, कुश्ती आदि में (जैसे-वह किस पेशे में लगा है) 2 वेश्यावृत्ति (जैसे-पेशा __ पहलेवाली मुद्रा से दूसरी ओर अधिक उपयुक्त मुद्रा में आना अख्तियार कर लेना)। ~कमाना वेश्यावृत्ति करना, वेश्या 2 चालाकी से भरी हुई कोई चाल 3 पैर का निशान का काम करना
पैंतरेबाज़-हिं० . फ़ा० (स्त्री०) 1 जो हथियार आदि चलाने पेशानी-फा० (स्त्री०) 1 मस्तक, माथा, ललाट, किसी पदार्थ का सही ढंग जानता हो 2 जो समयानुसार रंग-ढंग बदलना का अगला और ऊपरी भाग
जानता हो पेशाब-फा० (पु०) मूत्र, मूत। खाना (पु०), ~घर + पैंतालीस-I (वि०) चालीस से पाँच अधिक II (प.) हिं० (पु०) पेशाब करने के लिए बनाई गई जगह ~करना | 45 की संख्या 1 अत्यंत तुच्छ समझना 2 लानत भेजना; ~का चिराग़ | पैंती-(स्त्री०) 1कुश का छल्ला जिसे तर्पण आदि करते समय जलना बहुत प्रतापी एवं प्रभावशाली होना; ~की राह बहा | उँगली में पहनते हैं 2 ताँबे आदि का बना छल्ला देना भोग-विलास में धन नष्ट करना; बंद होना अत्यंत डर | पैंतीस-I (वि०) तीस से पाँच अधिक || (प.) 35 की जाना पेशावर-फा० (वि०) पेशा करनेवाला (जैसे-पेशावर | पैंसठ-I (वि०) साठ से पाँच ज्यादा II (पु०) 65 की संख्या साहित्यकार, पेशेवर स्त्री)
| पै-फा० (पु०) कमान, गुलेल आदि में लगाई जानेवाली ताँत पेशी-I फ़ा० (स्त्री०) ? पेश होने की अवस्था 2 उपस्थित होना | पैकर-अं० (पु०) पैकिंग करनेवाला व्यक्ति (जैसे-पेशी की तारीख कब पड़ेगी) 3 वकील, मुख्तार आदि | पैकार-फा० (पु०) युद्ध, लड़ाई
माहा
संख्या