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प्रकृतार्थ
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प्रक्षेप्य प्रकृतार्थ-I सं० (वि०) असल, वास्तविक II (पु०) यथार्थ | प्रकोपित-सं० (वि०) 1 जिसे प्रकोप उत्पन्न हुआ हो 2 क्रुद्ध और वास्तविक अर्थ
किया हुआ प्रकृति-सं० (स्त्री०) 1 स्वभाव, मिजाज 2 वह मूलतत्व जिसका | प्रकोष्ठ-सं० (पु०) 1 महल के सदर फाटक के पास का कमरा परिणाम जगत् है 3 माया 4 परमात्मा 5 सदा बना रहनेवाला | 2 इमारत के भीतर का आँगन 3 इमारतों से घिरा हुआ सहन 6 मूल गुण, धर्म 7 स्त्री 8 चराचर संसार। ~कृत (वि०) 4 बाँह का कलाई से लेकर कोहनी तक का भाग, पहँचा प्रकृति द्वारा बनाया हुआ; ~गत (वि०) प्रकृति संबंधी; ज | स्वार्ता (स्त्री०) बंद कमरे में बातचीत (वि०). 1 जो प्रकृति से उत्पन्न हुआ हो, प्राकृतिक 2 जो. | प्रकोष्ठक-सं० (पु०) प्रासाद के मुख्य द्वार के पास का कमरा स्वभाव से ही होता हो, प्रकृतिजन्य; दत्त (वि०) जो प्रकृति प्रक्रम-सं० (पु०) 1क्रम, सिलसिला 2 आरंभ 3 अवसर, द्वारा दिया गया हो; देववाद (पु०) एक प्रकार का मौका 4 प्रक्रिया। ~शील (वि०) प्रक्रम करने का दार्शनिक मत जो सृष्टि की रचना ईश्वर द्वारा संपन्न मानता है स्वभाववाला किंतु उस पर अपना नियंत्रण नहीं रखता, शेष सभी कार्य प्रकृति प्रकमण-सं० (पु०) 1 अच्छी तरह घूमना, खूब भ्रमण करना पर छोड़ देता है; देववादी (वि०) प्रकृति देववाद का | 2 आगे बढ़ना 3 पार करना 4 आरंभ करना समर्थन करनेवाला, प्रकृति देववाद का समर्थक; ~पूजा प्रकांत-सं० (वि०) 1 प्रकरण में आया हआ 2 जिसका प्रकरण (स्त्री०) प्रकृति की आराधना, वंदना प्रकोप (पु०) दैवी चल रहा है प्रकोप; ~प्रदत्त (वि०) = प्रकृति दत्त; ~भाव (पु०) 1 ! प्रक्रिया-सं० (स्त्री०) 1 प्रकरण 2 क्रिया 3 अमल 4 उच्च पट स्वभाव 2 अविकृति एवं मूल रूप; ~मनोहर (वि०) जो 5 ग्रंथ का अध्याय 6 पुस्तक का आरंभिक अध्याय प्राकृतिक रूप से सुंदर एवं मन लुभावन हो, ~वश (क्रि० 7 विशेषाधिकार 8 प्रयोग का साधन (जैसे-वाक्य प्रयोग की वि०) स्वभाव के कारण; ~वाद (पु०) 1 यह सिद्धांत कि प्रक्रिया)। ~गत (वि०) प्रक्रिया रूप में आया हआ; मनुष्य के सभी आचरण प्रकृति से उत्पन्न होनेवाली कामनाओं -विधान (पु०) पद्धतियों का नियमबद्ध अध्ययन और एवं प्रवृत्तियों पर आश्रित हैं 2 यह सिद्धांत जो संपूर्ण सृष्टि को प्रयोग प्रकृतजन्य मानता है तथा उसमें दैवी शक्ति शून्य है 3 यह प्रक्लिन्न सं० (वि०) 1 आर्द्र, गीला 2 दयार्द्र सिद्धांत जो मनुष्य में धर्म शक्ति का कारण किसी दैवी शक्ति प्रक्लेद-सं० (पु०) 1 आर्द्रता, तरी 2 दयार्द्रता को नहीं मानता बल्कि उसने सभी विचार प्राकृतिक जगत् से ही प्रक्लेदन-सं० (पु०) तर करना, भिगोना प्राप्त किए हैं 3 कला एवं साहित्य में प्राकृतिक एवं वास्तविक प्रक्वाथ-सं० (पु०) 1 उबालने की क्रिया 2 उबाल स्वरूप का ज्यों का त्यों अंकन, चित्रण किया जाने का सिद्धांत; प्रक्षय-सं० (पु०) अंत, विनाश
~वादी (वि०) जो प्रकृतिवाद को मानता हो, प्रकृतवाद का | प्रक्षयण-सं० (पु०) बर्बाद करना, नष्ट करना समर्थक, विज्ञान (पु०) 1वह शास्त्र जिसमें सृष्टि की प्रक्षालन-सं० (पु०) 1 साफ करना, धोना 2 वह पानी जिसमें उत्पत्ति, विकास, लय आदि का अध्ययन किया जाता है 2 वह वस्तु धोई जाय 3 शुद्ध करने का साधन विज्ञान जिसमें भौतिक जगत के भिन्न-भिन्न अंगों, क्षेत्रों, रूपों प्रक्षालयिता-सं० (पु०) धोनेवाला आदि का विचार एवं विवेचन होता है, नैचुरल साइंस प्रक्षालित-सं० (वि०) 1 साफ किया हुआ 2 धोया हुआ, धुला 3 लौकिक व्यवहार में वह ज्ञान जिसमें जीव-जंतुओं, वृक्षों हुआ 3 शुद्ध किया हुआ खनिज पदार्थों और भूगर्भ की बातों का अध्ययन एवं विवेचन प्रक्षिप्त-सं० (वि०) 1 फेंका हुआ 2 मिलाया हुआ 3 आगे को होता है, नैचुरल हिस्ट्री; विद्वे त्ता (पु०) प्रकृति विज्ञान बढ़ा हुआ का ज्ञाता; शास्त्र (पु०) = प्रकृति विज्ञान; ~शास्त्री प्रक्षीण-[ सं० (वि०) जो पूर्णतः नष्ट हो गया हो, विनष्ट (पु०) = प्रकृति वेत्ता; ~संभूत (वि०) प्रकृति से उत्पन्न; II (पु०) विनाश स्थल
सिद्ध (वि०) 1 जो प्रकृति विषयानुरूप हो 2 प्राकृतिक, प्रक्षेत्र-सं० (पु०) नैसर्गिक 3 स्वाभाविक; सुभग (वि०) जो स्वभाव से सुंदर प्रक्षेप-सं० (पु०) 1 आगे की ओर ज़ोर से फेंकना 2 छितराना,
हो, सहज सौंदर्यवाला; ~सुषमा (स्त्री०) प्राकृतिक सुंदरता बिखेरना 3 ऊपर से मिलाना 4 मिलायी जानेवाली वस्तु 5 ग्रंथ । प्रकृतितः-सं० (क्रि० वि०) स्वभावतः
में जोड़ा गया अंश, क्षेपक 6 ग० किसी दिए बिंदु से किसी दी प्रकृतिस्थ-सं० (वि०)1 जो अपने स्वभाव एवं स्वरूप में स्थित हुई रेखा पर प्रक्षिप्त करने का प्रक्रम
हो, क्षोभ-विकार से रहित, जो सामान्य हालत में हो 2 जिसका प्रक्षेपक-सं० (वि०) प्रक्षेपण करनेवाला चित्त उद्विग्न एवं विचलित न हो, ठहरा हआ एवं शांत प्रक्षेपण-सं० (१०) सामने की ओर फेंकने की क्रिया 2 ऊपर प्रकृत्या-सं० (अ०) स्वभावतः
से मिलाना 3 निश्चय करना प्रकृष्ट-सं० (वि०) 1 उत्तम, श्रेष्ठ 2 प्रधान, मुख्य 3 खींचा | प्रक्षेपणास्त्र-सं०. (पु०) फेंककर मारनेवाला अस्त्र, हुआ, निकाला हुआ
मिसाइल प्रकोध-सं० (पु०) सड़ने की अवस्था 2 दूषित होना 3 सूखना, प्रक्षेपणीय-सं० (वि०) प्रक्षेपण योग्य शोष
प्रक्षेपास्त्र-सं० (पु०) = प्रक्षेपणास्त्र। ~ अट्टा - हिं० (पु०) प्रकोप-सं० (पु०) 1 अत्यधिक क्रोध 2 क्षोभ 3 उत्तेजना। मिसाइल स्टेशन 4 प्रबलता (जैसे-शहर में हैजे का प्रकोप फैल गया प्रक्षेपित-सं० (वि०) फेंका हुआ
| प्रक्षेप्य-सं० (वि०) फेंकने योग्य