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पाटला
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पात्र
पाटला-II (पु०) बढ़िया और साफ़ सोना
सके। -काल (पु०) पढ़ाई की अवधि; ~क्रम (पु०) पाटलिपुत्र-सं० (पु०) मगध की प्रसिद्ध ऐतिहासिक नगरी | निर्धारित विषय एवं उनकी पुस्तकें (जैसे-परीक्षा का पाठ्यक्रम पाटव-सं० (पु०) 1 पटुता 2 दृढ़ता 3 शीघ्रता, जल्दी बदल दिया गया है); - ग्रंथ (पु०) - पाठ्य पुस्तक; पाटा-(पु०) 1 काठ का पीढ़ा 2 लंबी धरन की तरह चर्या (स्त्री०) निर्धारित विषयों एवं तत्संबंधी पाठ्यक्रमों
आयताकार लकड़ी जिससे जुते हुए खेत की मिट्टी को समतल की विवरण पुस्तिका; पुस्तक (स्त्री०) पढ़ाई की पुस्तक; करते हैं (जैसे-किसान खेत में पाटा चला रहा है) सामग्री (स्त्री०) पढ़ने-लिखने की आवश्यक वस्तुएँ 3 आयताकार लकड़ी का छोड़ा टुकड़ा जो पलस्तर को समतल (जैसे-कापी-किताब, क़लम-दवात ये सभी पाठ्य सामग्री के करने के काम आता है पाटी-(स्त्री०) 1 पाठ, सबक 2 माँग पट्टी 3 पलंग आदि के | पाड़-(पु०) 1 धोती, साड़ी आदि का किनारा 2 मचान चौखट की लंबाई के बल की लकड़ी 4 चट्टान, शिला | 3 लकड़ी की ठठरी 4 तख्ता, टिकठी 5 बासों का ढाँचा 6 पाटा
पढ़ना 1 पाठ पढ़ना, सबक लेना 2 अनुचित बात ग्रहण | पाड़ा-I (वि०) 1 मुहल्ला, टोला 2 खेत की सीमा, हद करना; ~पारना, ~बैठाना सिर के बालों को कंघी से | II (पु०) भैंस का नर बच्चा, पड़वा संवारना
पाड़ी-(स्त्री०) 1 भैंस की बच्ची, पड़िया पाटी-सं० (स्त्री०) 1 परिपाटी, रीति 2 हिसाब, गणित शास्त्र पाढ़-(पु०) 1 पीढ़ा 2 पाटा 3 गहनों पर नक्काशी करने का एक 3 पंक्ति, श्रेणी। गणित (प्०) ग० ज्ञात अंकों की उपकरण सहायता से अज्ञात अंकों को जानने की विद्या
पाढ़ा-(पु०) छोटा बारहसिंघा जिसकी भूरे रंग की खाल पर पाठ-सं० (पु०) 1 पढ़नेवाला विषय 2 पढ़ने की क्रिया, पढ़ाई | सफ़ेद चित्तियाँ होती हैं, चित्रमृग 3 सबक (जैसे-पढ़ाया गया पाठ याद करके आना) 4 धर्म | पाण-सं० (पु०) 1 व्यापार, व्यवसाय 2 व्यापारी ग्रंथ पढ़ने की क्रिया (जैसे-पुत्र कामना हेतु रामायण पाठ पाणि-सं० (पु०) हाथ, कर। ~ग्रहण (प्०) 1 स्त्री को पत्नी करना)। दोष (पु०) शब्दों के वर्णो तथा वाक्यों के शब्दों रूप में स्वीकारने हेतु उसका हाथ पकड़ना 2 हिंदू विवाह की को भ्रामक योजना; ~पद्धति (स्त्री०) पढ़ने की रीति या ढंग; एक रस्म जिसमें वह भावी पत्नी का हाथ पकड़ता है; ~भेद (पु०) एक ही ग्रंथ की दो प्रतियों के पाठ में ~ग्रहणिक (पु०) विवाह संबंधी, विवाह के समय का; मिलनेवाला अंतर, पाठांतर, मिलान - हिं० (प०) एक ही ~गृहीत (वि०) हाथ पकड़ा हुआ, पत्नी रूप में स्वीकार कृति के पाठों को जाँचना; --विज्ञान (पु०) पाठालोचन; किया हुआ; ~~ग्राहक I (वि०) हाथ पकड़नेवाला, पत्नी
शाला (स्त्री०) जहाँ विद्यार्थियों को पढ़ना-लिखना बनानेवाला II (पु०) विवाह के समय कन्या का हाथ सिखाया जाए, स्कूल (जैसे-आजकल प्राथमिक पाठशालाएँ पकड़नेवाला वर जर्जर होती जा रही हैं)
पात-(पु०) 1 पत्ता, पत्र (जैसे-इक दिन तन-तरुवर के सभी पाठक-[सं० (वि०) 1पाठ पढ़नेवाला 2 पाठ करनेवाला पात झरि अँहे) 2 पत्ते के आकार का कान में पहना जानेवाला 3 पाठ पढ़ानेवाला II (पु०) 1 विद्यार्थी 2 अध्यापक गहना। पातों आ लगना पतझड़ होना, पतझड़ का समय 3 धर्मोपदेशक
आना पाठन-सं० (पु०) 1 पाठ पढ़ाना 2 पढ़कर सुनाना पात-सं० (पु०) 1 पतन 2 गिराने की क्रिया 3 उचित स्थान से पाठशालाीय सं० (वि०) पाठशाला का
नीचे आने की क्रिया (जैसे-अधःपात होना) 4 पड़ने की क्रिया पाठांतर-सं० (पु०) = पाठ-भेद
(जैसे-सौन्दर्य पर दृष्टिपात होते ही मैं मुग्ध हो गया) पाठांश-सं० (पु.) पाठ का एक भाग
पातक-I सं० (वि०) गिरानेवाला II (पु०) नरक में पाठा-I (स्त्री०) पाढ़ा नाम की लता II (वि०) 1 पट्ठा, __ गिरानेवाला पाप जवान 2 हृष्ट-पुष्ट III (पु०) 1 जवान बकरा 2 जवान बैल | पातकी-सं० (वि०) अत्यधिक पाप करनेवाला, घोर पापी 3 जवान भैंसा
पातन-सं० (पु०) गिराने की क्रिया पाठालय-सं० (पु०) = पाठशाला
पातव्य-सं० (वि०) जो गिराए जाने योग्य हो पाठालोचना-सं० (स्त्री०) 1 ग्रंथ के मूल एवं वास्तविक पाठ पाताल-सं० (पु०) 1 अत्यधिक गहरा और नीचा स्थान का वह रूप एवं निर्धारण जो छान-बीन करके निश्चित किया 2 पृथ्वी के नीचे कल्पित लोक । नाग लोक। ~गंगा (स्त्री०) जाता है 2 साहित्यिक क्षेत्र में वैज्ञानिक अनुसंधान के द्वारा मूल भूगर्भ में बहनेवाली नदी; ~जल (पु०) ज़मीन के अंदर ग्रंथ के वास्तविक स्वरूप एवं कृति की विवेचना करना बहुत गहराई में मिलनेवाला पानी पाठावली-सं० (स्त्री०) अनेक पाठोंवाली पुस्तक
पातालीय-सं० (वि०) पाताल संबंधी पाठिक-सं० (वि०) जो मूल पाठ के अनुरूप हो, जो मूल | पाति-बो० (स्त्री०) 1 पाती, चिट्ठी 2 पत्ती पाठानुकूल हो
पातित-सं० (वि०) 1 गिराया हुआ 2 झुकाया हुआ पाठिका-[ सं० (वि०) 1 पाठ पढ़नेवाली 2 पाठ पढ़ानेवाली पातित्य-सं० (पु०) 1 गिरावट 2 अधः पतन
3 पाठ करनेवाली II (स्त्री०) पाठा, पाढ़ा । पातिव्रत, पातिव्रत धर्म-सं० (पु०) पति के प्रति होनेवाली पाठित-सं० (वि०) पढ़ाया हुआ .
पूर्ण निष्ठा भावना .. पाठी-सं० (वि०) पढ़नेवाला, पाठक
पातिव्रत्य-सं० (पु०) पतिव्रता होने की अवस्था पाठ्य-सं० (वि०) 1 जो पढ़ाया जाने योग्य हो 2 जिसे पढ़ा जा | पात्र-I सं० (पु०)-1 बरतन 2 पानी पीने का बर्तन 3 पानी रखने