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पांडवायन
पांडवायन - सं० (पु० ) श्रीकृष्ण पांडित्य -सं० (पु० ) 1 पंडित होने की अवस्था 2 विद्वान् को होनेवाला ज्ञान, विद्वता । -प्रदर्शन (पु० ) विद्वता का दिखावा
करना
पांडु - I सं० (वि०) हल्के पीला रंग का II (पु० ) 1 सफ़ेद रंग 2 लालिमा युक्त पीला रंग 3 पीलिया । ता (स्त्री०) पीलापन; ~ रोग (पु० ) पीलिया नामक रोग; लिपि (स्त्री०) पुस्तक की हस्तलिखित प्रति; लेख (पु० ) मसविदा; लेखक (पु० ) पांडुलिपि लिखनेवाला; ~लेखन (पु०) पांडुलिपि का काम; वर्ण (वि०) पीला
रंग
पांडुर - I सं० (वि०) सफ़ेद, श्वेत II ( पु० ) 1 लालिमा युक्त पीला रंग 2 सफ़ेद रंग
पांडुरिमा - सं० (स्त्री०) हल्का पीलापन
पाँडे, पांडेय - (पु० ) 1 ब्राह्मणों की एक उपाधि 2 अध्यापक, शिक्षक
पाँत - (स्त्री०) 1 पंक्ति, कतार 2 पंगत 3 समूह पाँति - (स्त्री०) 1 एक साथ खानेवालों का समूह अवली 3 स्वजन वर्ग
2 कतार,
शाला
पांथ - I सं० (वि०) पथिक II ( पु० ) सूर्य। (स्त्री०) पथिकों के विश्राम हेतु ठहरने का स्थान, धर्मशाला आदि
पाँव - (पु० ) 1 पैर 2 कोई आधार (जैसे-मैं आपके पाँव सहारे खड़ा रह सकता हूँ अन्यथा मेरा कोई नहीं) । अड़ाना व्यर्थ दखल देना; उखड़ जाना युद्ध में न
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ठहर सकना;
~ उठाकर चलना तेज चलना; कट जाना 1 शक्ति नष्ट
हो जाना 2 चल बसना; -का खटका पैर की आहट की जूती तुच्छ सेवक की बेड़ी जंजाल, झंझट गाड़ना 1 जमकर खड़ा रहना 2 डटा रहना; घिसना थक जाना; जमना 1 दृढ़तापूर्वक स्थित रहना 2 स्थिति मजबूत होना; ~डिगना स्थिर न रह सकना; तले की धरती खसकना अत्यधिक घबड़ा जाना; तले की धरती सरक जाना स्तब्ध रह जाना; तोड़कर बैठना आना-जाना बंद कर देना; -तोड़ना थका देना; धरती पर न पड़ना, धरती पर न रखना घमंड में चूर रहना; धरना पदार्पण करना, पधारना; धोकर पीना 1 अत्यधिक सम्मान करना 2 चरणामृत लेना; (किसी के) न होना ठहरने की शक्ति न होना, दृढ़ता का अभाव होना; निकलना बदनामी होना; ~निकालना 1 मनमानी करना हैसियत से बढ़कर काम करना 3 बुरे कर्म में प्रवृत्त होना; पकड़ना 1 दीनता एवं विनय प्रकट करना 2 माफ़ी माँगना; पड़ना 1 दैन्य भाव से विनय करना 2 चरणों पर गिरना, पैर छूना 3 क्षमा याचना करना; पर पाँव रखकर बैठना बेख़बर होना, निश्चिंत रहना; पसारना 1 अधिकार करना 2 ठाट-बाट करना; ~पीटना 1 छटपटाना 2 परेशान होना; -पूजना 1 अत्यधिक आदर-सम्मान करना 2 विवाह में कन्या कुल के लोगों का वर का पूजन करना एवं कन्या दान में योग देना, वर पूजन करके कन्या वर को समर्पित करना; फूलना भय आदि के कारण ठिठकना; फेरने जाना विवाहिता का पहले-पहल ससुराल जाना; फैलाना 1 अधिक पाने के
2
पाउडर
बढ़ाना 1 और अधिक - बाहर निकलना पाँव होना; (किसी से) भी
लिए प्रयास करना 2 लोभ करना; गति में चलना 2 कब्ज़ा करना; निकलना भारी होना गर्भवती
न धुलवाना अति तुच्छ समझना; -में बेड़ी पड़ना जंजाल में फँसना में मेंहदी लगना काम करने हेतु बाहर न जाना; ~रोपना 1 प्रण करना, प्रतिज्ञा करना 2 शर्त लगाना; ~ लगना चरण स्पर्श कर प्रणाम करना; समेटना 1 पैर सिकोड़ना 2 अलग रहना; ~से पाँव बाँधकर रखना सदा अपने पास रखना
पाँवड़ा - (पु० ) 1 आदरणीय व्यक्ति के मार्ग पर बिछाया गया कपड़ा जिसपर वह पैर रखकर चलता है 2 पैर पोछने के लिए बिछाया गया कपड़ा, पाउंदाज, पाँवदान
पाँवड़ी, पाँवरी - (स्त्री०) 1 खड़ाऊँ 2 जूता 3 सीढ़ी. सोपान पांशन - I सं० (वि०) 1 कलंकित करने वाला, भ्रष्ट करनेवाला 2 दुष्ट II ( पु० ) अपमान, तिरस्कार
पांशु - सं० (स्त्री०) 1 धूलि, रज 2 बालू 3 गोबर की खाद । -ज (पु० ) पाँगा नमक
पांशुल - I सं. (वि०) 1 गर्द युक्त, धूल-धूसरित 2 अपवित्र 3] लंपट, व्यभिचारी II (पु० ) 1 व्यभिचारी पुरुष 2 पूरितकंज पांशुला -सं० (स्त्री०) व्यभिचारिणी. पंश्चली
पाँस - (स्त्री०) 1 राख, गोबर आदि की खाद 2 खमीर 3 शराब निकाला हुआ महुआ
पाँसना - (स० क्रि०) खेतों में खाद डालना पाँसा - (पु० )
- पासा
पाँसी - (स्त्री०) रस्सी की बनी हुई जाली पाइंट-अं (स्त्री०) देव प्वाइंट पाइका-अं (पु० ) 12 प्वाइंट टाइप
पाइट - (स्त्री०) बाँस आदि का बनाया गया वह ढाँचा जिस पर खड़े होकर राजगीर दीवार आदि बनाने एवं पलस्तर आदि का काम करते हैं।
पाइप - अंग (पु० ) 1 नल (जैसे- नल बंद हो गया) : नल जिसमें से होकर पानी एक स्थान से दूसरे स्थान को जाता है (जैसे-दस फुट का पाइप कुएँ में लगाया गया है) 3 तम्बाखू पीने की नली 4 बाँसुरी की तरह का बाजा। ~लाइन (स्त्री०) ज़मीन के अंदर दूर तक जानेवाली नल वाहिका पाइरिया-अं० (पु०) दाँत में कीड़ा लगने का रोग पाइलट-अं० (पु० ) वायुयान चालक पाईंबाग़- फ़ार (पु० ) घर के साथ लगा हुआ बाग़, नजरबाग़ पाई - 1 (स्त्री०) 1 खड़ी लकीर सीधी लकीर 2 हिंदी वाक्यों आदि के अंत में लगाया जानेवाला पूर्ण विराम का संकेत करनेवाली रेखा, पूर्ण विराम सूचक चिह्न पाई - II अं० (स्त्री०) कचौड़ी
पाई - III (स्त्री०) एक सबसे छोटा पुराना सिक्का (एक पैसे में तीन पाई होती थी)
पाउंड - I अं० (पु० ) इंग्लैंड तथा कुछ अन्य देशों की सबसे बड़ी मुद्रा
पाउंड- II अं० (पु० ) एक बाट जो लगभग 400 ग्राम का होता है पाउडर - अं० (पु० ) 1 चेहरे पर लगाया जानेवाला सुगंधित चूर्ण 2. बुकनी, चूर्ण