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परिसंघ
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परेग
परिसंघ-सं० (पु०) स्वतंत्र राष्ट्र के सदस्यों से निर्मित अंतर्राष्ट्रीय | परिहारी-सं० (वि०) परिहरण करनेवाला संगठन
परिहार्य-सं० (वि०) 1 त्यागने योग्य 2 निवारण योग्य परिसंचर-सं० (पु०) प्रलय काल
परिहास-सं० (पु०) 1 ज़ोरों की हँसी 2 हँसी-मजाक। परिसंचित-सं० (वि०) इकट्ठा किया हुआ
रसिक (वि०) हँसी-मज़ाक का रस लेनेवाला; ~शील परिसंतान-सं० (पु०) तार, ताँत
(वि०) जो परिहास प्रकृति का हो । परिसंपद-सं० (पु०) व्यक्ति, संस्था आदि का वह अधिकृत परिहास्य-सं० (वि०) परिहास के योग्य
धन जिसमें से उसका ऋण आदि चुकाया जा सके परिहित-सं० (वि०) 1आवृत्त, आच्छादित 2 पहना हुआ परिसंवाद-सं० (पु०) तर्क संगत वाद-विवाद, विचारपूर्ण | परिहीण-सं० (वि०) 1 अत्यंत हीन 2 त्यागा हुआ, उपेक्षित वाद-विवाद
परिहत-सं० (वि०) 1 त्यागा हुआ 2 नष्ट किया हुआ परिसज्जा-सं० (स्त्री०) पूरी सजावट
परी-फा० (स्त्री०) अप्सरा। ~कथा +सं० (स्त्री०) परियों परिसमापक-सं० (पु०) ख़त्म करनेवाला व्यक्ति
की कहानी परिसमापन-सं० (पु०) खत्म करना, खात्मा
परीक्षक-सं० (पु०) परीक्षा करनेवाला, परीक्षा लेनेवाला परिसमाप्त-सं० (वि०) जो पूर्णतः समाप्त हो चुका हो, ख़त्म | परीक्षण-सं० (पु०) परीक्षा लेने की क्रिया, जाँच, परख । परिसमाप्ति-सं० (स्त्री०) = परिसमापन
~काल (पु०) नौकरी आदि पर जाने के लिये व्यक्ति की परिसर-I सं० 1 चारों ओर बहनेवाला 2 फैला हुआ, विस्तृत क्षमता की परीक्षा का समय; केंद्र (पु०) 1 परीक्षा देने का II (पु०) 1 खुला मैदान 2 भूमि
स्थान 2 परीक्षा लेने का स्थान; ~ग्रह (पु०) परीक्षा भवन; परिसरण-सं० (पु०) चारों तरफ़ बहना
नलिका (स्त्री०) परखनली परिसर्प-सं० (पु०) 1 चारों ओर घूमना, परिक्रमण | परीक्षणात्मक-सं० (वि०) परीक्षण संबंधी 2 घूमना-फिरना
परीक्षणिक-सं० (वि०) जो परीक्षण काल में हो परिसार-सं० (पु०) = परिसरण
परीक्षा-सं० (स्त्री०) 1 योग्यता, क्षमता आदि को परखना परिसीमन-सं० (पु०) सीमा निर्धारित करना
(जैसे-मुझे डाक्टरी परीक्षा के लिए चिकित्सालय जाना है) परिसीमा-सं० (स्त्री०) चरमसीमा, अंतिम सीमा
2 इम्तहान (जैसे-कल से हाई स्कूल की परीक्षा-आरंभ होगी) परिसीमित-सं० (वि०) जिसका परिसीमन किया जा चुका 3 प्रयोग आदि के द्वारा वस्तु के गुण को निश्चय करना हो
(जैसे-गंधक की रासायनिक परीक्षा की विधि क्या है) परिस्तरण-सं० (पु०) 1 छितराना 2 फैलाना 3 लपेटना, ढकना 4 तर्क-प्रमाण आदि द्वारा वस्तु के तत्व को निश्चय करना परिस्तान-फा० (पु०) 1 अप्सराओं का देश, अप्सरालोक, परी
5 न्यायालय में अभियुक्त एवं साक्षी आदि के सच्चे एवं झूठे लोक 2 ऐसा स्थान जहाँ सुंदर स्त्रियों का जमघट हो। होने का पता लगाने की क्रिया 6 जाँच-पड़ताल 7 देखभाल परिस्थिति-सं० (स्त्री०) 1 व्यक्ति के चारों ओर वो बातें परीक्षात्मक-सं० (वि०) परीक्षा संबंधी जिनके परिणाम स्वरूप वो कार्य करने को विवश होता है परीक्षामूलक-सं० (वि०) परीक्षा पर आधारित (जैसे-आर्थिक परिस्थिति के कारण उसे कर्ज़ लेना पड़ा) परीक्षार्थ-सं० (अ०) परीक्षा के उद्देश्य से 2 चारों तरफ़ से उत्पन्न होनेवाली संकट की अवस्था परीक्षार्थी-सं० (वि०) परीक्षा देनेवाला (जैसे-देश-काल की परिस्थितियाँ और भी विषम होती जा रही परीक्षित-सं० (वि०) 1 जिसकी परीक्षा ली गयी हो हैं)। ~वश (क्रि० वि०) परिस्थिति के कारण; ~विज्ञान | 2 परीक्षार्थी (पु०) प्राणि विज्ञान की वह शाखा जो देश-काल की परीक्षितव्य, परीक्ष्य-सं० (वि०) 1 परीक्षा किये जाने योग्य परिस्थितियों का जीव-जंतुओं पर पड़नेवाले प्रभावों का 2 परखने योग्य अध्ययन कराता है
परीक्ष्यमाण-सं० (वि०) - परीक्षणिक परिस्पर्धा-सं० (स्त्री०) = प्रतिस्पर्धा
परीच्छा-बो० (स्त्री०) = परीक्षा परिस्फुट-सं० (वि०) 1 भली-भाँति व्यक्त, स्पष्ट 2 पूर्ण | परीज़ाद-फ़ा० (वि०) 1 जो परियों से उत्पन्न हो, जो परियों की विकसित
संतान हो 2 अत्यधिक सुंदर परिस्फुरण-सं० (पु०) 1 कल्लों आदि का निकलना 2 कंपन | परीवाह-सं० (पु०) = परिवाह परिस्थंद-सं० चूना, रिसना
परुष-सं० (वि०) 1 कठोर एवं कर्कश 2 उग्रतापूर्ण, तीव्र परिस्तुत-सं० (वि०) 1 चूता हुआ, चुआया हुआ 2 टपकाया ___ 3 नीरस, रसहीन 4 दयाहीन हुआ
परुषोक्ति-सं० (स्त्री०) कठोर वचन, कड़ी बात परिहत-1 (स्त्री०) हल की वह लकड़ी जिसे हाथ से पकड़े | परेंद्रिय-ज्ञान-सं० (पु०) वह अतींद्रिय ज्ञान जिससे दूर के रहना पड़ता है
__ लोगों के साथ भी मानसिक संबंध स्थापित कर सकते हैं परिहत-II सं० (वि०) 1 मारा हुआ 2 नष्ट
परे-अ० 1 उस ओर (जैसे-यहाँ नहीं परे जाकर खेलो) 2 और परिहरण-सं० (पु०) बलपूर्वक किया गया अधिकार आगे (जैसे-परे हटकर देखो वहाँ क्या लटक रहा है) 3 बहुत परिहाण-सं० (पु०) हानि उठाना
दूर (जैसे-उनका मकान जंगल की सीमा के परे है) 4 बाद, परिहार-सं० (पु०) 1 त्यागना, छोड़ना 2 दोष आदि को दूर | पीछे। ~बैठाना अयोग्य सिद्ध करना करना 3 त्याग करने की क्रिया
परेग-(स्त्री०) लोहे की छोटी कील