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परिमूढ़
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परिवार परिमूढ़-सं० (वि०) घबराया हुआ, व्याकुल
परिलूत-सं० (वि०) 1काटा हुआ 2 काटकर अलग किया परिमृष्ट-सं० (वि०) 1 साफ़ किया हुआ 2 अधिकार में लाया | हुआ हुआ, अधिकृत
परिलेख-सं० (पु०) 1 रेखा-चित्र, खाका 2 चित्र, तस्वीर परिमेय-सं० (वि०) 1 जिसका परिमाण जाना जा सके | 3चित्र अंकित करने की कलम, कूँची 2 सीमित 3 तौल, माप आदि में कम
परिलेखन-सं० (पु०) 1 वस्तु के चारों ओर रेखाएँ बनाना परिमोक्ष-सं० (पु०) 1 पूर्ण मोक्ष, निर्वाण, 2 परित्याग 2 लिखना 3 चित्र अंकित करना परिमोष-सं० (पु०) 1 चोरी 2 डाका
परिलोप-सं० (पु०) 1 लुप्त हो जाना 2 नाश 3 उपेक्षा परिमोषक-सं० (पु०) 1 चोर 2 डाकू
परिवंचन-सं० (पु०) धोखा देना, ठगना परिमोषण-सं० (पु०) 1 चुराना 2 डाका डालना 3 सब कुछ परिवत्सर-सं० (पु०) पूरा वर्ष, पूरा साल छीन लेना
परिवदन-सं० (पु०) निंदा, बुराई परिमोषी-सं० (पु०) = परिमोषक
परिवर्जन-सं० (पु०) परित्याग करना, त्यागना परिमोहन-सं० (पु०) पूर्णतः मुग्ध कर देना ।
परिवर्जित-सं० (वि०) त्यागा हुआ परियत्त-सं० (वि०) जो चारों तरफ से घिरा हो, घिरा हआ परिवर्त-सं० (पु०) 1 अदला-बदली 2 घुमाव, चक्कर 3 युग परिया-I (पु०) दक्षिण भारत की एक अस्पृश्य जाति __ का अंत 4 ग्रंथ का अध्याय, परिच्छेद II (वि०) 1 अछूत, अस्पृश्य 2 क्षुद्र, तुच्छ
परिवर्तक-सं० (वि०) 1घूमनेवाला 2 घुमानेवाला 3 विनिमय परियाण-सं० (पु०) 1 चारों ओर घूमना. 2 पर्यटन
करनेवाला परियात-सं० (वि०) जो घूम फिरकर लौट आया हो । परिवर्तन-सं० (पु०) 1 एक वस्तु के बदले दूसरी वस्तु देना परियुक्ति-सं० (स्त्री०) काम, बात आदि निश्चित करने के (जैसे-मैं पुस्तकों का परिवर्तन पसंद नहीं करता) 2 एक के लिए किसी को नियुक्त करने की क्रिया
स्थान पर दूसरे के आने का भाव (जैसे-प्रकृति में परियुद्धक-सं० (पु०) वह देश जो अपने हितों के रक्षार्थ ऋतु-परिवर्तन अवश्यंभावी है) 3 आकृति, गुण, रूप आदि में युद्धकाल में दूसरे देश से लड़ रहा हो
होनेवाला फेर-बदल (जैसे-युद्ध के बाद सम्राट् का परियोजना-सं० (स्त्री०) नियमित एवं व्यवस्थित रूप से स्थिर हृदय-परिवर्तन हो गया) सुधार होने की क्रिया किया गया विचार एवं स्वरूप
(जैसे-समय-सारिणी में कुछ परिवर्तन किया गया है) परिरंभ, परिरंभण-सं० (पु०) प्रगाढ़ आलिंगन, कसकर गले 5 घुमाव, चक्वर। ~काल (वि०) परिवर्तन का समय मिलना
~कारी (पु०) परिवर्तन करनेवाला ~वादी (पु०) परिरक्षक-सं० (वि०) हर तरफ़ से रक्षा करनेवाला परिवर्तन को अच्छा समझनेवाला व्यक्ति ~शील (वि०) परिरक्षण-सं० (पु०) हर तरह से रक्षा करना
जिसमें परिवर्तन होता रहे परिरक्षा-सं० (पु०) हर तरह से रक्षा करना
परिवर्तनीय-सं० (वि०) परिवर्तन के योग्य परिरक्षित-सं० (वि०) जिसकी अच्छी तरह से रक्षा की गई हो | परिवर्तित-सं० (वि०) 1 बदला हुआ 2 परिवर्तन किया गया परिरक्षी-सं० (वि०/पु०) पूरी तरह से रक्षा करनेवाला । __ 3 रूपांतारेत 4 बदले में मिला हुआ परिरथ्या-सं० (स्त्री०) रथ चलने योग्य चौड़ा मार्ग परिवर्ती-सं० (वि०) 1 बराबर बदलता रहनेवाला, परिरब्ध-सं० (वि०) आलिंगन किया हुआ
परिवर्तनशील 2 परिवर्तन करनेवाला। परिरूप-सं० (पु०) 1कला, शिल्प आदि में वह कलापूर्ण परिवर्तुल-सं० (वि०) ठीक एवं पूरा गोल रेखाचित्र जिसके आधार एवं अनुकरण पर कोई रचना बनाई परिवर्त्य-सं० (वि०) बदला जाने योग्य जाय 2 रेखाचित्र के आधार एवं अनुकरण पर बनाई गई रचना | परिवर्द्धन-सं० (पु०) बढ़ाया जाना, सम्यक् वृद्धि आदि
परिवर्द्धित-सं० (वि०) जिसे बढ़ाया गया हो (जैसे-पुस्तक का परिरेखा-सं० (स्त्री०) तिकोने, चौकोर आदि क्षेत्र के सब ओर नवीन संस्करण परिवर्द्धित हो गया है) पड़नेवाली रेखा
परिवहन-सं० (पु०) माल, यात्रियों आदि को एक स्थान से परिरोध-सं० (पु०) चारों तरफ़ से छेकना
दूसरे स्थान पर ले जाने का कार्य (जैसे-ट्रक, मोटर आदि परिलंघन-सं० (पु०) लाँघना
परिवहन के अन्तर्गत आते हैं) परिलक्षित-सं० (वि०) अच्छी तरह देखाभाला हआ परिवा-(स्त्री०) = प्रतिपदा परिलघु-सं० (वि०) 1 अत्यधिक छोटा 2 बहुत हल्का परिवाद-सं० (पु०) 1 शिकायत 2 मिथ्या दोषारोपण, झूठी परिलब्धि-सं० (स्त्री०) वेतन के अतिरिक्त दिया जानेवाला
निंदा धन, भत्ता
परिवादी-सं० (वि०) 1 निंदा करनेवाला 2 आरोप लगानेवाला परिलाभ-सं० (पु०) वेतन, पुरुस्कार आदि के रूप में होनेवाला 3 शिकायत करनेवाला लाभ
परिवापित-सं० [ढ़ा हुआ, मुंडित परिलिखन-सं० (पु०) रगड़कर चिकना करना, चिकना बनाना परिवार-सं० (पु०) 1 एक घर में और एक के ही संरक्षण में परिलिखित-सं० (वि०) 1 चिकना बनाया हुआ 2 वृत्त आदि । रहनेवाले लोग 2 एक ही पूर्व पुरुष के वंशज। ~आयोजन, से घेरा हुआ
-नियोजन (पु०) आवश्यकता से अधिक संतान उत्पत्र न परिलुप्त-सं० (वि०) 1 खोया हुआ 2 क्षतिग्रस्त
करने की योजना, फैमिली प्लानिंग