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था
पथरौड़ा - (पु० ) वह स्थान पर गोबर पाथा जाता हो, गोबर पाथने का स्थान
पारोही-सं० (पु० ) पथ पर चलनेवाला पांथक-सं० (पु० ) राही, बटोही
पथिकाश्रय-सं० ( पु० ) 1 पथिकों के लिए बनाया गया आश्रय स्थल 2 धर्मशाला 3 सराय
पथि - प्रिय-सं० (पु० ) साथ यात्रा करनेवाला मित्र, हमराही,
हमसफ़र
पथिया (स्त्री०) टोकरी पथी-सं० (पु० ) = पथिक
पथीय सं० (वि०) 1 पथ संबंधी 2 पथ का
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पथेरा - I ( वि०) पाथनेवाला II ( पु० ) 1 गोबर पाथकर कंडे बनानेवाला व्यक्ति 2 ईंट, खपड़ा पाथनेवाला व्यक्ति 3 कुम्हार पथौरा - (पु० ) पथरौड़ा
पथ्य - I सं० (वि०) 1 पथ संबंधी 2 जो स्वास्थ्य के लिए उपयोगी हो 3 लाभकर, हितकर II (पु० ) 1 रोगी को दिया जानेवाला हल्का भोजन 2 रोगी के लिए हितकर वस्तु। से रहना परहेज़ से रहना, संयम से रहना पथ्यापथ्य-सं० (पु० ) रोग की अवस्था में हितकर एवं अहितकर वस्तुएँ (जैसे रोगी को पथ्यापथ्य का विचार रखना आवश्यक है)
पथ्यासन -सं० (पु० ) पाथेय, संबल पथ्याशी-सं० (वि०) पथ्य खानेवाला
पद - सं० (पु० ) 1 पाँव, पैर 2 डग, क़दम 3 योग्यतानुसार नियत स्थान, ओहदा, दर्ज़ा (जैसे-अधिकारी को अपने पद का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए ) 4 प्रदेश (जैसे- आपके जनपद का क्या नाम है) 5 स्थान, जगह (जैसे- विद्यालय में अध्यापक के चार पद रिक्त हैं) काव्य आदि का पद्यांश (जैसे-सूरदास के पद कृष्ण आदि से संबंधित हैं) 6 आधार 7 चिह्न, निशान (जैसे- हमें महान् पुरुषों के व्यक्तित्व एवं उनके कृतित्व को पद - रज रूप में हृदय में अंकित करना चाहिए) । ~क्षेप (पु०) क़दम बढ़ाना; गति (स्त्री०) चलने का ढंग; ~ ग्रहण (पु० ) पद का कार्यभार संभालना; ग्रहीता (वि०) पद ग्रहण करनेवाला; ग्राम (पु०) पद समूह; चर I (वि०) 1 पैरों से चलनेवाला 2 पैदल चलनेवाला II (पु० ) पैदल, प्यादा; चाप + हिं० (स्त्री० ) पैदल चलने से पैर से उत्पन्न होनेवाली ध्वनिः चारण (पु० ) पैदल चलना; चारी (वि०) = पद चर; ~चालन (पु० ) पैरों से चलना; चिह्न (पु० ) ज़मीन पर पड़नेवाले पैर के निशान; ~च्युत (वि०) 1 जो अपने पद से हटा दिया गया हो 2 बर्खास्त किया हुआ; च्युति (स्त्री०) पदच्युत होना; ज (वि०) जो पैरों से उत्पन्न हुआ हो; तल (पु० ) पैर का तलवा; ~ त्याग (पु०) पद से हट जाना; दलन (पु० ) पैरों से रौंदना; ~दलित (वि०) 1 पैरों से कुचला हुआ, रौंदा हुआ 2 जो हीन अवस्था में पड़ा हो; धारी (पु०) 1 पद धारण करनेवाला व्यक्ति 2 पद पर रहकर कार्य करनेवाला अधिकारी, पदाधिकारी; ध्वनि (स्त्री०) = पद चाप; ~नाम (पु० ) पदाधिकारी के पद का सूचक नाम; न्यस्त (वि०) जो अपना अधिकार दूसरे को सौंपकर कुछ समय को पद से हट गया हो; ~न्यास (पु० ) 1 पैर रखना, डग भरना
पदाक्रांत
2 चलने में पैर रखने की एक विशेष मुद्रा 3 चलने का ढंग 4 पदचिह्न 5 रचना में शब्दों, पदों को चुन-चुनकर रखना 6 किसी कारणवश कुछ समय के लिए अपना पद छोड़ना;
परिचय (पु० ) प्रत्येक पद का व्याकरणिक परिचय देना; पाठ (पु०) वेद मंत्रों का वह क्रम जिसमें प्रयुक्त सभी पद विभक्त करके मूल रूप में अलग-अलग रखे गए हों;
पूरण (पु० ) छोड़े गए शब्दों की पूर्ति करना; भंजन (पु०) व्या० शब्दों का विश्लेषण; ~भार ( पु० ) उत्तरदायित्व; ~भार ग्रहण (पु० ) = पद ग्रहण; भ्रष्ट (वि०) जो अपने पद का उचित ढंग से निर्वाह न करता हो; ~ मुक्त (वि०) अपना पद छोड़कर अन्यत्र जानेवाला, निवर्तमान मुद्रा (स्त्री०) उच्च अधिकारी द्वारा अपने हस्ताक्षर सहित सूचित किया जानेवाला अधिकारिक एवं प्रामाणिक मोहर, मैत्री (स्त्री०) वर्णों का साम्य; यात्री . (पु० ) जो पैदल ही यात्रा करने निकला हो, ऐसा व्यक्ति; ~ योजना, ~ रचना (स्त्री०) पद, चरण, वाक्य आदि में शब्दों का बैठाना; रचयिता (पु०) काव्य में पद आदि की रचना करनेवाला; ~ लालसा, ~लिप्सा (स्त्री०) पद पाने का लोभ; ~ लोलुप (पु०) पद का लोभी; ~वंदन (पु० ) पद की पूजा; ~ विग्रह (पु० ) = पद भंजन; ~विज्ञान (पु०) शब्दों का व्याकरण में प्रयोग संबंधी शास्त्र; ~ विन्यास (पु० ) पदों, शब्दों को वाक्य में ठीक स्थान पर रखने की क्रिया; वृद्धि (स्त्री०) दे० पदोन्नति; ~वेदी (पु०) भाषा विज्ञान का ज्ञाता; ~ शब्द (पु० ) = पद ध्वनि, पग ध्वनि
पदक - सं० (पु०) 1 देवता के चरणों की बनाई गई प्रतिमूर्ति
गहने के रूप में पहनाया जानेवाला वह धातुखंड जिस पर देवता का चरण चिह्न अंकित हो 3 उपहार स्वरूप दिया जानेवाला सोने, चाँदी आदि धातु का गोल टुकड़ा जिसपर प्रायः देनेवाले का नाम अंकित रहता है (जैसे- प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने पर उसे राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया) । ~धारी (वि०) जिसे पदक प्राप्त हुआ हो पदच्छेद-सं० (पु०) व्या० प्रत्येक पद को नियमानुसार अलग-अलग करने की क्रिया
पदवी - सं० (स्त्री०) 1 राजकीय आदि सेवाओं में ऊँचा पद (जैसे-सेना में वह कर्नल की पदवी धारण किए है 2 राज्य द्वारा प्रदत्त सम्मानित उपाधि 3 प्रणाली, पद्धति 4 मार्ग, रास्ता। ~धर (त्रि०) पदवी धारण करनेवाला; पत्र (पु० ) ऐसा पत्र जिसपर प्राप्त करनेवाले की योग्यता एवं उसके नाम आदि का उल्लेख रहता है, उपाधि पत्र
पदस्थ - सं० (वि०) जो किसी पद पर स्थित हो (जैसे- इस विषय में आप उच्च पदस्थ अधिकारी से बात करिए) पदांक-सं० (पु०) पद चिह्न
पदांत - सं० (पु० ) : पद का अंतिम अंश 2 श्लोक आदि का अंतिम भाग
पदांतर - सं० ( पु० ) 1 दूसरा स्थान 2 दो पैरों के बीच की दूरी 3 दूसरा पैर
पदांत्य -सं० (वि०) पद के अंत में स्थित, अंतिम पदाक्रांत-सं० (वि०) 1 पाँवों से कुचला हुआ, रौंदा हुआ 2 दे० पद-दलित