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परवानगी
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परापेक्षित परवानगी-फ़ा० (स्त्री०) आज्ञा, अनुमति
परांग-भक्षी-सं० (वि०) 1 दूसरों के अंग को खानेवाला परवाना-I फ़ा० (पु०) 1 लिखित आज्ञा, अनुमति पत्र, 2 परजीवी हुक्मनामा 2 इज़ाज़त, आज्ञा 3 नियुक्ति पत्र 4 अत्यंत मुग्ध पराँठा-(पु०) तवे पर घी लगाकर सेंकी गई रोटी, पराठा होकर आत्म बलिदान करनेवाला व्यक्ति (जैसे-चंद्रशेखर भी परांत-सं० (पु०) मृत्यु देश का एक महान् परवाना था) 5 प्रेमिका के रूपं सौन्दर्य पर परा-(पु०) कतार, पंक्ति (जैसे-फौजें रण भूमि में परा बाँध अत्यधिक मुग्ध व्यक्ति। राहदारी (पु०) स्वीकृति पत्र, | खड़ी थीं) पासपोर्ट
परा-I सं० (पु०) 1 एक उपसर्ग जो कई अर्थों में प्रयुक्त होता परवाना-II फ़ा० (पु०) पतिंगा, शलभ
है, दूरी पर (जैसे-पराकरण) 2 आगे की ओर परवाया-(पु०) चारपाई के पायों के नीचे रखी जानेवाली वस्तु (जैसे-पराक्रमण) 3 विपरीतता (जैसे-पराजय, पराभव) परवाह-फा० (स्त्री०) = परवा
II (वि०) 1 जो सबसे दूर हो 2 उत्तम, श्रेष्ठ III (स्त्री०) परवाह-(पु०) = प्रवाह
1 नादरूपिणी वाणी 2 ब्रह्म विद्या परश-सं० (पु०) पारस पत्थर
पराकरण-सं० (पु०) 1 दूर करना 2 अस्वीकृत करना. परशियन-अं० (वि०) फारस का
पराकाष्ठा-सं० (स्त्री०) चरम सीमा, सीमांत (जैसे-मुगल राज्य परशु-सं० (पु०) कुल्हाड़ी के आकार का प्रसिद्ध अस्त्र । __ एक समय उन्नति की पराकाष्ठा को प्राप्त हो गया था)
~धर I (वि०) परशु धारण करनेवाला II (पु०) पराक्रम-सं० (पु०) 1 शौर्य 2 सामर्थ्य, बल 3 पुरुषार्थ परशुराम
4 वीरता एवं उत्साह (जैसे-सैनिकों ने युद्ध में अपार पराक्रम परशराम-सं० (पु०) रेणुका के गर्भ से उत्पत्र जमदग्नि ऋषि के | का रूप दिखाया)
पराक्रमण-सं० किसी के विरुद्ध बढ़ना परस-(पु०) 1 स्पर्श, छूना 2 परसने की क्रिया
पराक्रमी सं० (वि०) 1 शूर, वीर 2 पुरुषार्थी परसना-I (स० क्रि०) 1 परोसना (जैसे-सब लोगों के बैठ
पराक्रांत-सं० (वि०) 1 शक्तिशाली 2 उत्साही 3 पीछे की जाने पर ही खाना परसना चाहिए) 2 थालियों आदि में खाद्य
__ ओर मोड़ा हुआ पदार्थ रखना (जैसे-आपके कहने पर ही मैंने खाना परसा था) पराग-सं० (पु०) 1 पुष्परज 2 केसर का चूर्ण 3 चंदन । II (अ० क्रि०) भोजन लगाया जाना
~केसर (पु०) फूलों के बीच का वह केसर जो उसका परसाना-(स० क्रि०) 1 परसने का काम अन्य से कराना | पुल्लिंग अर्थ माना जाता है। 2 स्पर्श कराना, छुआना
परागण-सं० (पु०) पुष्प रज से युक्त होना परसेंट-अं० (वि०) प्रतिशत
परागत-सं० (वि०) 1 दूर गया हआ 2 मरा हुआ 3 फैला हुआ परसों-(अ०) 1 बीते हुए दिन से ठीक पहलेवाला दिन पराङ्मुख-सं० (वि०) 1 विमुख 2 विपरीत, विरुद्ध 2 आगामी कल के बादवाला दूसरा दिन
पराचूट-अं० (पु०) दे० पैराशूट परस्थ-सं० (वि०) दूसरे में स्थित
पराजय-सं० (स्त्री०) हार, शिकस्त । ल्वाद (पु०) संघर्ष से परस्पर-सं० (अ०) 1 एक दूसरे के साथ 2 दो या दो से | बचने के लिए हार मान लेने की नीति; ~वादी (पु०)
अधिक पक्षों में 3 एक-दूसरे के प्रति (जैसे-हम सबको परस्पर __ पराजयवाद की नीति पर चलनेवाला प्रेम भावना रखनी चाहिए)। ~परिवर्तनीय (वि०) जो पराजित-सं० (वि०) हराया हआ (जैसे-अंततोगत्वा अकबर आपस में बदला-बदली किया जा सकने योग्य हो; विरोध ने हल्दीघाटी के युद्ध में राणा प्रताप को पराजित कर दिया) (पु०) आपस का भेद-भाव, आपसी मनमुटाव; ~विरोधी। पराजेता-सं० (पु०) हरानेवाला (वि०) एक-दूसरे के विरुद्ध; ~व्यवहार (पु०) आपस का पराठा-(पु०) = पराठा मेल-जोल, ~व्यापी (वि०) जो एक-दूसरे में समाहित हों; | परात-(स्त्री०) थाली के आकार का ऊँचे किनारेवाला बड़ा ~संबद्ध (वि०) जो एक-दूसरे से जुड़े हों
बरतन (जैसे-पीतल की परात में दही मत जमाना) परस्परावलंब-सं० (पु०) एक-दूसरे पर आश्रित रहना परात्पर-सं० (वि०) सर्वश्रेष्ठ, सर्वोपरि परस्मैपद-सं० (वि०) व्या० क्रियाएँ जो कर्ता की अनुसारी होती पराधि-सं० (स्त्री०) तीव्र मानसिक व्यथा
पराधीन-सं० (वि०) जो दूसरों के वश में हो, परवश । “ता परस्व-सं० (पु०) दूसरे की संपत्ति। -हरण (पु०) दूसरे का (स्त्री०) पराधीन होने की अवस्था, परवशता (जैसे-भारत ने धन बलपूर्वक ले जाना
अनेक वर्षों तक पराधीनता का मुख देखा, आर्थिक पराधीनता परस्वत्वाद-सं० (पु०) दूसरे के अधिकार का आदर करने का देश के लिए एक चुनौती है) सिद्धांत
पराध्वनिक-सं० (वि०) ध्वनि से भी अधिक तेज़ गति से परस्वत्वापहार-सं० (पु०) दूसरे के अधिकार को छीन लेना चलनेवाला (जैसे-भारत में पराध्वनिक विमान बनाए जा रहे परहेज़-फा० (पु०) 1 हानिकारक एवं अहितकर वस्तुओं का |
सेवन न करना 2 सयंमपूर्वक रहना 3 बुरी आदतों से बचना, | परानुकरण-सं० (पु०) दूसरे की नक़ल दोष-पाप से बचना । ~गार (पु०) 1 परहेज़ करनेवाला परान्न-सं० (पु०) 1 दूसरे का दिया गया अन्न, पराया धन 2 संयम से रहनेवाला, संयमी; ~णारी (स्त्री०) परहेज़गार | 2 पराया भोजन होने की अवस्था
परापेक्षित-सं० (वि०) दूसरे पर निर्भर