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परिक्रय
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परिचालन
सके
पथ (पु०) प्रदक्षिणा के लिए बनाया गया मागे परिगृहीत-सं० (वि०) 1 स्वीकार किया हुआ, स्वीकृत परिक्रय-सं० (पु०) 1 खरीदने की क्रिया, ख़रीद 2 भाड़ा | 2 सम्मिलित 3 मज़दूरी
परिग्रह-सं० (पु०) 1 दान लेना 2 धन आदि का संग्रह परिक्रांत-सं० (वि०) जिसके चारों ओर चक्कर लगाया जा | 3 अनुग्रह, दया 4 पाणिग्रहण 5 परिजन
परिग्रहण-सं० (पु०) 1 पूरी तरह से ग्रहण करना 2 धारण परिक्रामी-सं० (वि०) 1 चारों ओर घूमनेवाला 2 एक स्थान करना पर घूमता रहनेवाला
परिग्राह्य-सं० (पु०) 1 यज्ञ वेदी 2 बलि स्थान के चारों ओर परिक्रिया-सं० (स्त्री०) 1 घेरना 2 दीवार आदि से घेरना | का घेरा 3 आनंद हेतु किया जानेवाला आयोजन
परिघ-सं० (पु०) 1 ब्योड़ा, अर्गल 2 आड़ हेत खड़ी की गई परिक्लांत-सं० (वि०) अत्यधिक थका हुआ
कोई वस्तु परिक्लिष्ट-सं० (वि०) 1 अत्यधिक दुःख पहुँचा हुआ परिघात-सं० (पु०) 1 मार डालना, हत्या 2 हत्या करने का अस्त्र 2 अत्यधिक कठिन 3 नष्ट-भ्रष्ट किया हुआ
परिघाती-सं० (वि०) हत्यारा परिक्षत-सं० (वि०) 1जिसे बहुत अधिक क्षति पहुँची हो परिघोष-सं० (पु०) 1 ज़ोर की आवाज़ 2 बादल का गर्जन 2 जिसे बहुत चोट लगी हो, आहत 3 नष्ट-भ्रष्ट
परिचपल-सं० (वि०) अत्यधिक चंचल परिक्षय-सं० (पु०) पूरा और सामूहिक विनाश
परिचय-सं० (पु०) 1 प्रत्यक्ष भेंट के आधार पर किसी को परिक्षाम-सं० (वि०) अत्यधिक क्षीण, बहुत कमज़ोर जानना (जैसे-आपसे तो मेरा बहुत पहले से परिचय है) परिक्षालन-सं० (पु०) धोने का काम
2 साहित्य आदि के अध्ययन से होनेवाला ज्ञान परिक्षिप्त-सं० (वि०) 1 जिसे चारों तरफ से घेरा गया हो (जैसे-रामचरित मानस से हम सबका थोड़ा-बहुत परिचय 2 फेंका एवं त्यागा हुआ
अवश्य होगा) 3 गुण, स्वभाव, धर्म आदि प्रदर्शित करने की परिक्षेप-सं० (पु०) 1 घुमाते हुए प्रहार करना 2 घूमना, टहलना क्रिया (जैसे-अंततोगत्वा उसने अपनी धृष्टता का परिचय
3 आवेष्टित करनेवाली वस्तु 4 परित्याग करना 5 फेंकना सबको दे ही दिया)। पत्र (पु०) किसी व्यक्ति का नाम, परिखा-सं० (स्त्री०) 1 दुर्ग, नगर आदि के चारों तरफ़ बनी हुई पद, पता आदि का उल्लेख किया हुआ पत्र गहरी खाई 2 गहराई
परिचयात्मक-सं० (वि०) परिचय संबंधी, परिचय देनेवाला परिखिन्न-सं० (वि०) अत्यधिक दुःखी
परिचर-सं० (पु०) सेवक, टहलुआ परिख्यात-सं० (वि०) जिसका यश बहुत ज़्यादा फैला हो, परिचरण-सं० (पु०) परिचय करना अत्यधिक यशवाला .
परिचरी-सं० (स्त्री०) दासी, लौंडी परिख्याति-सं० (स्त्री०) यथेष्ट ख्याति
परिचर्चा-सं० (स्त्री०) किसी विषय, पुस्तक आदि पर विस्तृत परिगंतव्य-सं० (वि०) 1 प्राप्त करने योग्य 2 जानने योग्य रूप से की जानेवाली बात-चीत, विषय संबंधित विस्तृत परिगणक-सं० (पु०) परिगणन करनेवाला कर्मचारी व्याख्या परिगणन-सं० (पु०) 1 अच्छी तरह गिनना, विशिष्ट उद्देश्य से | परिचर्या-सं० (स्त्री०) 1 ख़िदमत, सेवा ? रोगी की देख-भाल, किसी स्थान की वस्तु को एक-एक करके गिनना । तीमारदारी
(जैसे-जनसंख्या का परिगणन आसान काम नहीं है) परिचायक-सं० (वि०) 1 परिचय करानेवाला 2 जतानेवाला, परिगणनीय-सं० (वि०)परिगणन किए जाने योग्य, परिगण्य | सूचित करनेवाला परिगणित-सं० (वि०) 1जिसका परिगणन हो चुका हो परिचायका-सं० (स्त्री०) परिचय करानेवाली 2 जिसका उल्लेख हो चुका हो
परिचार-सं० (पु०) 1 सेवा, खिदमत 2 टहलने, घूमने की परिगण्य-सं० (वि०) = परिगणनीय
जगह । गाड़ी + हिं० (स्त्री०) घायल, रुग्ण लोगों को परिगत-सं० (वि०) 1 चारों ओर से घिरा हुआ, आवेष्टित | चिकित्सालय आदि स्थल पर ले जानेवाली गाडी, एम्बुलेंस कार 2 मरा हुआ 3 विस्मृत 4 जाना हुआ, ज्ञात
परिचारक-सं० (वि०) = परिचर परिगमन-सं० (पु०) 1 चारों ओर जाना 2 आवेष्टित करना | परिचारण-सं० (पु०) 1सेवा करना 2 परिचरण। दल 3 जानना 4 प्राप्त करना
(पु०) सेवक दल परिगीत-सं० (वि०) जिसकी अत्यधिक प्रशंसा की गई हो, परिचारिका-सं० (स्त्री०) 1सेविका, दासी 2 परिचय अत्यधिक गुण-कीर्तन किया गया
करानेवाली स्त्री परिगुंठन-सं० (पु०) अच्छी तरह ढकना
परिचारित-1 सं० (वि०) परिचारण किया गया हो II (पु०) परिगुंठित-सं० (वि०) छिपाया हुआ, ढका हुआ 1मनोविनोद 2 क्रीड़ा, खेल परिगुंडित-सं० (वि०) धूल से ढका हुआ
परिचारी-I सं० (वि०) भ्रमण करनेवाला II (पु०) सेवा परिगुण-सं० (पु०) शिक्षा, प्रशिक्षा आदि द्वारा प्राप्त योग्यता __ करनेवाला, सेवक, टहलुआ परिगुणन-सं० (पु०) संख्या को गुणा करके कई गुना बढ़ाना | परिचार्य-सं० (वि०) सेव्य परिगुणित-सं० (वि०) गुणा करके बढ़ाया हुआ परिचालक-सं० (वि०) परिचालन करनेवाला; ता (स्त्री०) परिगुणी-सं० (वि०) जिसने कोई योग्यता प्राप्त की हो | परिचालक होने का भाव परिगृद्ध-सं० (वि०) अतिलोभी
| परिचालन-सं० (पु.) 1 ठीक तरह से गति देना, चलान