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नामिक
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नाली
निंदा
2 राम, कृष्ण आदि देवताओं के नाम का छपा वस्त्र नारा-I (पु०) कुआँ नामिक-सं० (वि०) 1 नाम संबंधी 2 नाम भर का, नामिनल नारा-II अ० (पु०) 1 ज़ोर का शब्द, तेज़ आवाज़ बुलंद की नामिका-सं० (स्त्री०) विषय विवेचन हेतु किसी को चुनने की जानेवाली सामूहिक आवाज़ (जैसे-भारत माता की जय का सूची पैनेल
नारा लगाना) नामी-(वि०) 1 नामवाला 2 नामवर, प्रसिद्ध। -गिरामी नाराच-सं० (पु०) लोहे का बाण (वि०) प्रसिद्ध और पूजनीय
नाराज़-फ़ा० + अ० (वि०) नाखुश, अप्रसत्र । ~गी + फ़ा० नामीनेशन-पेपर-अं० (पु०) नामांकन पत्र
(स्त्री०) अप्रसत्रता नामुनासिब-फा० + अ० (वि०) अनुचित
नाराज़ी-फ़ा० + अ० (स्त्री०) नाराज़गी नामुमकिन-फा० + अ० (वि०) असंभव
नारायण-सं० (पु०) भगवान, ईश्वर नामुराद-(वि०) अभागा
नारायणी-सं० (स्त्री०) 1 दुर्गा 2 लक्ष्मी नामुलायम-फा० + अ० (वि०) अकोमल, कड़ा नारायणीय-सं० (वि०) नारायण से संबंध रखनेवाला नामुवाफ़िक़-फा० + अ० (वि०) अननुकूल
नाराशंस-सं० (वि०) मानव स्मृति से संबंध रखनेवाला नामुसी-अ० + हिं (स्त्री०) 1 बेइज़्ज़ती, अप्रतिष्ठा 2 बदनामी, नारिकेल-सं० (पु०) नारियल का पेड़ एवं उसका फल
नारियल-(पु०) खजूर की जाति का एक ऊँचा पेड़ एवं उसका नामोनिशान-फा० (पु०) = नाम-निशान
फल (जैसे-नारियल तोड़ना) नामोल्लेख-सं० (पु०) नाम का उल्लेख
नारियली-(स्त्री०) 1 नारियल की खोपड़ी 2 नारियल की नामौजूदगी-फ़ा० + अ० + फ़ा० (स्त्री०) अनुपस्थिति खोपड़ी से बना हक्का 3 नारियल की ताड़ी नाम्य-सं० (वि०) 1 झुकाए जाने योग्य 2 लचीला नारी-सं० (स्त्री०) 1 गुण प्रधान स्त्री, महिला 2 वयस्क स्त्रियों नायक-सं० (पु०) 1 साहि० रचना का महान् पुरुष एवं युवतियों की सामूहिक संज्ञा (जैसे-भारतीय नारियाँ (जैसे-धीरोद्धत नायक, धीर ललितनायक) 2 अधिपति, पतिव्रता होती हैं) 3 प्रकृति 4 माया। गत (वि०) स्त्री स्वामी (जैसे-गण-नायक) 3 आज्ञानुसार चलानेवाला व्यक्ति संबंधी; जाति (स्त्री०) नारी समूह; तरंगक (पु०) 4 प्रधान अधिकारी 5 श्रंगार रस की रचना में आलंबन 1 स्त्रियों के चित्त को चंचल करनेवाला पुरुष 2 व्यभिचारी विभाव। “ता (स्त्री०) = नायकत्व
व्यक्ति; ~रोग (पु०) स्त्री रोग नायकत्व-सं० (पु०) नायक होने की अवस्था
नारीत्व-सं० (पु०) नारी होने की अवस्था, नारी-भाव नायन-(स्त्री०) 1 नाई जाति की स्त्री 2 नाई की पत्नी नारू-I (पु०) नँ, ढोल II (पु०) क्यारियों में होनेवाली नायब-अ० (वि०) 1 सहायक (जैसे-नायब तहसीलदार) बोआई 2 प्रतिनिधि बनकर काम करनेवाला
नारेबाज़ी-अ० + फ़ा० (स्त्री०) नारे लगाना नायबी-अ० + फ़ा० (स्त्री०) 1 नायब का पद 2 नायब का नालंदा-(पु०) भारत का जगत्-प्रसिद्ध प्राचीन विश्वविद्यालय काम
नाल-I सं० (स्त्री०) 1 कमल, कुमुद आदि की लंबी डंडी, नायलन-अं० (पु०) = नाइलन
डाँडी 2 पौधों का डंठल, कांड 3 बंदूक की नली नायाब-फा० (वि०) 1 अप्राप्य 2 दुष्प्राप्य
नाल-II सं० (पु०) नाभि एवं गर्भाशय से जुड़ी रहनेवाली नायिका-सं० (स्त्री०) 1 स्वामिनी 2 पत्नी 3 साहि० नाटक नली, आँवला (जैसे-नाल काटना)। -कटाई (स्त्री०)
आदि की प्रधान पात्री 4 श्रृंगार रस में पुरुष से संबंध रखनेवाली 1 नाभि की नाड़ी काटने की रस्म 2 नाल कटाई का पारिश्रमिक पात्री (जैसे-परकीया नायिका)
नाल-III अ० (पु०) अर्द्धचंद्राकार लोहे का टुकड़ा नारंग-सं० (पु०) नारंगी का पेड़ और फल
(जैसे-घोड़े के खुर में नाल लगाना, जूते का नाल)। बंद नारंगी-I (स्त्री०) नीबू की जाति का एक पेड़ एवं उसका फल + फ़ा० (पु०) 1 घोड़े के खुर में नाल जड़नेवाला व्यक्ति
II (वि०) नारंगी के रंग का III (पु०) नारंगी का रंग 2 जूते में नाल लगानेवाला मोची; ~बंदी - फ़ा० (स्त्री०) नार-I (स्त्री०) 1 गला 2 गर्दन, ग्रीवा
नाल जड़ने का काम नार-II सं० (वि०) 1मनुष्य संबंधी, नर का आध्यात्मिक। नाल-कटाई-(स्त्री०) 1 नाल काटना 2 नाल काटने का सिंह (पु०) नृ-सिंह
पारिश्रमिक नार-III बो० (पु०) 1 नवजात शिशु की गर्भ से बंधी नालकी-(स्त्री०) पालकी रहनेवाली नाड़ी, नली, नाल 2 नाड़ा, नाला (जैसे-घाघरे का नाला-(पु०) कृत्रिम जल मार्ग (जैसे-शहर का गंदा नाला) नार टूट गया)
नालायक-फ़ा० + अ० (वि०) 1 अयोग्य 2 मूर्खतापूर्ण नारक-सं० (पु०) 1 नर्क, नरक 2 नर्क में रहनेवाला प्राणी आचरण करनेवाला नारकी-सं० (वि०) 1 नर्क में पड़ा हआ 2 नर्क में जानेवाला, नालायक़ी-फ़ा० + अ० + फ़ा० (स्त्री०) 1 अयोग्यता दुराचारी, पापी
2 मूर्खता से युक्त आचरण नारकीय-सं० (वि०) 1 नर्क से संबंद्ध 2 नर्क में होनेवाला । नालिका-सं० (स्त्री०) 1 छोटी नाल 2 नाली 3 अत्यंत दुराचारी, घोर पापी
नालिश, नालिस-फ़ा० (स्त्री०) 1 फरियाद, अभियोग नारद-सं० (पु०) 1 ईश्वर के परम भक्त एवं ब्रह्मा के पुत्र 2 मुकदमा (जैसे-नालिश करना) 2 लड़ाई-झगड़ा लगानेवाला व्यक्ति
| नाली-I (स्त्री०) 1 छोटा नाला, मोरी 2 छिछला जलमार्ग