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धौंकना
बाबा० घाव
पूला-बो० (पु०) धूल
सहन (पु०) 1धीरज रखना 2 धैर्य धारण करना धूलि-सं० (स्त्री०) धूल, गर्द। --कण (पु०) धूल के सूक्ष्म धैवत-सं० (पु०) संगीत में सप्तक का छठा स्वर कण; ~धूसरित (वि०) धूल ~धूसरित; ~धूल, घोडाल-(वि०) कंकड़-पत्थर से युक्त ~धूसात (वि०) धूल में मिलाया हुआ
घोंधका-बो० (पु०) धुआँ निकलने का छेद धूलिका-सं० (स्त्री०) 1 फुहार 2 कोहरा
घोंघा-I (पु०) 1 बेडोल पिंड, लोंदा 2 भद्दी एवं बेडोल घूवा-(पु०) धुआँ, धूआँ
आकृति II (वि०) 1 बे-डौल, बे-ढंगा 2 मूर्ख, मूढ़ धूसर-I सं० (वि०) 1धूल के रंग का, खाकी 2 धूल में सना घो-बो० धोव हआ II (पु०) पीलापन से युक्त सफ़ेद रंग, भरा या मटमैला घोई-(स्त्री०) धोकर छिलका अलग की हुई दाल
धोकड़-बो० (पु०) मोटा-ताज़ा, हट्टा-कट्टा धूसरा-(वि०) 1 धूल के रंग जैसा, मटमैला 2 धूल से लथपथ धोका, धोखा-(पु०) 1 भ्रम में डालने का काम, वंचना धूसरित-सं० (वि०) 1 धूल से लिपटा हुआ 2 मटमैले रंग का 2 भूल, भ्रम 3 भ्रम उत्पन्न करनेवाली बात 4 अज्ञानवश की घूहा-(पु०) 1 टूह 2 काली हाँड़ी या पुतला जिससे पक्षियों को गई भूल 5 अनिष्ट की संभावना। खाना 1 छला जाना, डराया जाता है
2 भुलावे में पड़ना 3 छल पूर्ण बर्ताव करना 4 नुकसान उठाना; धृत-I सं० (वि०) 1 हाथ से पकड़ा हुआ 2 गिरफ़्तार किया देना 1 छलना, भुलावे में डालना 2 विश्वासघात करना हुआ 3 धारण किया हुआ II (पु०) 1 ग्रहण करने का भाव 3 बनता काम बिगाड़ देना; लगना कसर होना; धोखे की 2 लड़ने का ढंग। दल (पु०) पकड़नेवालों का समूह; टट्टी मायाजाल; धोखे में आना =धोखा खाना,
राष्ट्र (पु०) 1 दुर्योधन के पिता 2 योग्य राजा का शासन धोखेबाज़-हिं +फा० (वि०) धोखा देनेवाला, छली, कपटी धृतात्मा-सं० (वि०) दृढ़ चित्तवाला धीर,
धोखेबाज़ी-हिं+फा० (स्त्री०) छल, कपट धृति-सं० (स्त्री०) 1 धारण 2 ग्रहण 3 पकड़ना 4 धैर्य धोखे-भरा -(वि०) कपटपूर्ण 5 ठहराव 6 प्रीति 7 तुष्टि
घोटा-बो० (पु०) पुत्र, बालक, ढोटा धृतिमान्-सं० (वि.) 1 धैर्यवान 2 तुष्ट, तृप्त
धोती-I (स्त्री०) कमर से लेकर शरीर के नीचे का भाग धृती-सं० (वि०) धर्मात्मा
ढकनेवाला लंबा चौड़ा कपड़ा घष्ट-1 सं० (वि०)1 लज्जारहित 2 दस्साहसी 3 ढीठ, उदंड II | धोती-II (स्त्री०) धौति (पु०) साहि० प्रेमिका को खिन्न करनेवाला नायक; ता | धोना-II स० क्रि० स्वच्छ करना, साफ़ करना (जैसे-कपड़े 1 निर्लज्जता 2 उदंडता, ढिठाई 3 दुस्साहस। वादी धोना) । धो बहाना 1 दूर करना, हटाना 2 पूरी तरह समाप्त अशिष्टता से बात करनेवाला
करना धृष्टा-I सं० (स्त्री०) दुश्चरित्र स्त्री II (वि०) धृष्ट धोप-(स्त्री०) तलवार, खंग धृष्य-सं० (वि०) 1 धर्षण करने योग्य 2 आक्रमण योग्य धोपा-(पु०) धोखा धेनु-सं० (स्त्री०) 1 दुधारु गाय, 2 गाय, गौः ~शाला धोब-(पु०) धो, धोव (स्त्री०) गौशाला
धोबिन-(स्त्री०) धोबी की स्त्री धेय-सं० (वि०) धारणीय
धोबिया-पाट-(पु०) - धोबी-पछाड़ घेरा- (वि०) भेंगा ।। (पु०) 1 पुत्र 2 लड़की का पुत्र जाती धोबी-(पु०) 1 कपड़े धोने का पेशा करनेवाली एक जाति धेलचा-I (वि०) धेले के मूल्य का II (पु०) आधा पैसा, ___ 2 उक्त जाति का व्यक्ति; खाना + फ़ा० (पु०) जहाँ पर अधेला, धेला
कपड़े धुलने का काम होता हो -गिरी +फ़ा० (स्त्री०) धोबी धेला-बो० (पु०) अधेला
का काम; ~घर (पु०) : धोबीखाना घाट (३०) कपड़ा धेली-(स्त्री०) अठत्री
धोने का घाट; -पछाड़, -पाट (पु०) कुश्ती का पेंच, धेवता-बो० (पु०) दोहता, नाती
का कुत्ता उठल्लू आदमी: का छैला परायी वस्तुओं पर बैताल-बो० (वि०) धौताल
घमंड करनेवाला व्यक्ति पैनव-सं० (वि०) 1 गौ संबंधी 2 गौ से उत्पन्न (जैसे-धैनव | धोया-धाया-(वि०) धुला हुआ
धोरी-I (पु०) स्वामी के रूप में रक्षण करनेवाला व्यक्ति || धैना-[ बो० (स्त्री०) 1 ग्रहण किया हुआ कार्य 2 ग्रहण की हुई (वि०) धुरा धारण करनेवाला 2 साज-सँभार करनेवाला
आदत, टेव 3 ज़िद, हठ ॥ (स० क्रि०) धरना धोव-(पु०) प्रत्येक बार की धुलाई (जैसे-चार धोव में यह धैर्य-सं० (पु०) 1 धीरता 2 चित्त की दृढ़ता, स्थिरता 3 धीरज, | कपड़ा फट गया) सब्र (जैसे- धैर्य छूट जाना, धैर्य टूटना)। गलित , धोवन-(पु०) 1 धोना 2 धोने पर निकला हुआ पानी
च्युत (वि०) जिसका धीरज टूट गया हो, हिम्मत हारा (जैसे-चावल का धोवन) हआ; ~धारण (पु०) 1 धीरज रखना, सब्र करना 2 धैर्य: धौंक-(स्त्री०) 1 धौंकने की क्रिया 2 गर्म हवा (जैसे-धौंक -धारी (वि०) 1 धैर्य रखोवाला 2 सब करनेवाला; मारना)
परीक्षक (वि०) धैर्य की परीक्षा लेनेवाला; ~~पूर्वक धौंकना-(स० क्रि) 1 आग तेज़ करने के लिए पंखे आदि से (क्रि०वि०) धीरज के साथ, सब्र से; ~युक्त, ~वान् हवा करना 2 भार लादना 3 कठोरतापूर्वक आदेश
शील (वि०) = धैर्य धारी; शून्य (वि०) धैर्य रहितः | देना
दुग्ध)