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धार
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धीरा
निकालना, बाँधना मंत्र बल के प्रयोग से हथियार की धार धावा-(पु०) दल-बल सहित बढ़ना, आक्रमण करना, हमला को कठित करना
धाविक-सं० (पु०) = धावक | धार-सं० (१०) 1 मुसलाधार वर्षा 2 वर्षा का इकट्ठा किया धावित-[ सं० (वि०) दौड़ा हुआ || (वि०) धोया हुआ, हआ जल
साफ़ किया हुआ धारक-सं० (वि०) धारण करनेवाला
धाह-(स्त्री०) 1 चिल्लाकर रोना, धाड़ 2 चिल्लाना, चीत्कार धारण-सं० । पु०) । पकड़ना, संभालना (जैसे-शस्त्र धारण करना करना) 2 पहनना (जैसे-वस्त्र धारण करना) 3 स्थिर करना धिंगा-(प०) 1 उपद्रवी, शरारती 2 दुष्ट, बदमाश 3 निर्लज्ज, (जैसे-व्रत धारण करना)
बेशर्म धारणा-सं० (स्त्री) 1 धारण करने की शक्ति 2 व्यक्तिगत धिंगाई-(स्त्री०) 1 धींगापन, धींगा-मस्ती 2 उपद्रव, शरारत विश्वास
3 बदमाशी, पाजीपन 4 निर्लजता, बेशर्मी धारणिक-सं० (पु०) कर्जदार
धिंगाना-I (स० क्रि०) बो० धींगा-धींगी में प्रवृत्त करना । धारा-सं० (स्त्री०) 1 लगातार बहनेवाली धार, लगातार बहाव (अ० क्रि०) धींगा-धींगी करना (जैसे नदी की धारा) 2 निरंतर गिरने का क्रम (जैसे -धारा धिंगी-(स्त्री०) 1 बदमाश स्त्री 2 निर्लज्ज स्त्री रूप में वर्षा होना) 3 निरंतर चलनेवाला क्रम 4 निरंतर प्रवाह धिक-सं० (क्रि० वि०) तिरस्कारपूर्वक भर्त्सना करने का शब्द, (जैसे-विद्युत धारा)। ~~धर (१०) बादल, ~प्रवाह I
__लानत है (पु०) धारा का बहाव, धारा का वेग || (क्रि० वि०) धारा धिकाना-(स० क्रि०) बो० 1 आग दहकाना 2 आग में तपाना, के प्रवाह के रूप में, अट क्रम में; ~प्रवाही (वि०) लाल करना लगातार होनेवाला; ~यंत्र (पु०) धारा के रूप में जल | धिक्कार-सं० (स्त्री०) भर्त्सना, लानत निकालनेवाला यंत्र; वर्षण (१०) तेज़ एवं अधिक वृष्टि, | धिक्कारना-+ हिं० (स० क्रि०) निंदा करना ज़ोर की वर्षा; वार +फ़ा० (क्रि० वि०) लगातार, निरंतर; धिक्कृत-सं० (वि०) धिक्कारा हुआ
वाहिक, वाहि (वि.) जिसका क्रम सदा चलता रहे | धिरकार-बो० (स्त्री०) - धिक्कार (जैसे-धारावाहिक उपन्यास, धारावाहिक भाषा): --संपात | धींग-(वि०) 1 हट्टा-कट्टा, हृष्ट-पुट 2 ताकतवर, बलवान । (पु०) धारा वर्षणा; सभा (स्त्री०) विधान सभा, ~-धुकड़ी (स्त्री०) 1 धींगा मस्तो 2 दुष्टता 3 शरारत विधायिका; सार (वि०) धारा के रूप में लगातार धींगा, धींगड़ा-1 बो० (वि०) । मोटा-ताज़ा 2 दुष्ट, पाजी II होनेवाला (जैसे-धारासार वर्षा)
(पु०) 1 गुंडा 2 उपपति 3 उठा-पटक, लड़ाई-झगड़ा 4 उपद्रव, धाराल-सं० (वि०) तेज़ धार वाला
ऊधम 5 अनुचित रूप से की गई ज़बरदस्ती (जैसे-धींगा-धींगी धारिणी-सं० (स्त्री०) पृथ्वी
से काम निकालना)। ~ मुश्ती + फ़ा० (स्त्री०) मार-पीट से धारित-सं० (वि०) 1 धारण किया हुआ 2 सँभाला हुआ युक्त उपद्रव, हाथा-बाही धारिता-सं० (स्त्री०) 1 धारण करने की योग्यता, सामर्थ्य धीजना-1 (अ० क्रि०) 1 धीर बनना 2 अत्यंत प्रसन्न होना 2 वस्तु आदि की धारण करने की पात्रता, समाई. 3 शांत एवं स्थिर होना II (स० क्रि०) 1 स्वीकार करना (जैसे-गिलास में 1 लीटर पानी की धारिता)
2 विश्वास करना धारित्र-सं० (पु०) धारण करने का उपकरण
धीति-सं० (स्त्री०) 1 पीना 2 प्यास थारी-(स्त्री०) 1 कपड़े आदि पर की लकीर 2 रेखा। दार . धीमर-(पु०) - धीवर, केवट फा० (वि०) धारीवाला (जैसे-धारीदार कपड़ा)
धीमा-(वि०) 1 कम वेगवाला (जैसे-रेलगाड़ी की गति धीमी धारी-सं० (वि०) 1 धारण करनेवाला (जैसे चक्रधारी, है) 2 जिसमें प्रखरता न हो (जैसे-आग धीमी जल रही है) वीणाधारी) 2 पहननेवाला (जैसे-खद्दरधारी)
3 निस्तेज, अप्रतिभ बाराव्या-सं० (पु०) तुरंत का दूहा गया दूध
धीमान्-सं० (वि०) बुद्धिमान्, प्रज्ञावान् पार्मिक-सं० (वि०) 1 धर्मशील, पुण्यात्मा 2 धर्म संबंधी धीमे-(क्रि० वि०) 1 हलकी गति में, हलकी गति से (जैसे-धार्मिक विचार) 3 धर्म के अनुसार (जैसे-धार्मिक (जैसे-गाड़ी धीमे चल रही है) 2 मंद स्वर में (जैसे-धीमे कार्य)। ता (स्त्री०) धार्मिक अवस्था
गाओ) मार्मिकोत्सव-सं० (पु०) धर्म संबंधी उत्सव
धीया-(स्त्री०) पुत्री, बेटी धार्य-[सं० (पु०) पहनने का कपड़ा, पोशाक II (वि०) धीर-सं० (वि०) 1 शांत स्वभाववाला 2 नम्र, विनीत। ~ता कारण किए जाने योग्य, धारणीय
(स्त्री०) 1 धीर होने की अवस्था, धैर्य 2 स्थिरता; ~प्रशांत पावक-1 सं० (वि०) दौड़नेवाला II सं० (पु०) धोबी (पु०) महाकाव्य आदि का प्रधान नायक; ~ललित (पु०) धावन-1 सं० (पु०) दौड़ना। पथ, ~मार्ग (पु०) दौड़ने महाकाव्य आदि का धीर और लालित्य प्रधान नायक का रास्ता
धीरज-बो० (पु०) = धैर्य सावर-- सं० (पु०) कपड़ों की धुलाई। ~शाला (स्त्री०) धीरा-I (वि०) धीमा II (पु०) धैर्य धोबीख़ाना
धीरा-सं० (स्त्री०) साहि० वह नायिका जो अपने प्रेमी के शरीर धावमान्–सं० (वि०) 1 दौड़ता हुआ 2 दौड़नेवाला पर स्त्री-रमण चिह्न देखकर शांत भाव से व्यंग्यपूर्ण शब्दों में धावरी-बो० (स्त्री०) सफ़ेद गाय, धौरी
क्रोध ज़ाहिर करे, प्रेमी पर पराई स्त्री के रमण-चिह्न देखकर