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चुन्ना
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फूसी
मा-(पु०) बेटे बच्चों को प्यार से बुलाने का शब्द | चुरगना-(अ० क्रि०) प्रसन्न होकर बोलना बुजी-(सी०) 1 ओढ़नी, चुनरी 2 सुनहले, रूपहले सितारे, | चुरगम-(स्त्री०) 1 प्रसन्न होकर की जानेवाली बातें 2 काना
चमकी चुप-I (वि०) जो कुछ भी बोल न रह हो, मौन, खामोश | चुरचुरा-(वि०) चुर-चुर ध्वनि निकलने वाला (जैसे-चुरचुरा II (सी०) चुप्पी, मौन। चाप (अ०) 1बिना कुछ | पापड़, चुरचुरा खस्ता) कहे-सुने, मौन रहकर 2 गुपचुप। जाबना, ~मारना, चुरचुराना-I (अ० क्रि०) 1 चुर-चुर शब्द उत्पन्न होना
लगाना, साधना चुप रहना, कुछ न बोलना __2 टुकड़े-टुकड़े होना II (स० क्रि०) चुर-चुर ध्वनि निकालना चुपका-I (वि०) 1 मोन, ख़ामोश 2 घुत्रा II (पु०) मौन रहने | चुरट-अं० (पु०) = चुरुट की अवस्था
चुरना-I (अ० क्रि०) बो० 1 उबलकर पकना (जैसे-बटलोई चुपकी-(स्त्री०) = चुप्पी
में चावल चुरना) 2 रहस्यपूर्ण बात होना II (अ० क्रि०) चोरी चुपके-(क्रि० वि०) चुप करके
जाना, चुराया जाना III (पु०) = चुनचुना चुपाना-(स० क्रि०) 1 तेल, घी आदि लगाना (जैसे-रोटी पर | चुरमुर-(पु०) खरी वस्तु के टूटने का शब्द मक्खन चुपड़ना) 2 चापलूसी करना 3 आरोप करना चुरमुरा-(वि०) चुरमुर शब्द उत्पन्न करनेवाला, करारा (जैसे-सारा दोष मेरे ही सिर चुपड़ते हो)
चुरमुराना-I (अ० क्रि०) चुरमुर शब्द करते हुए चूर होना II खुपाना-I (अ० क्रि०) चुप हो जाना, मौन रहना II (स० (स० क्रि०) चुरमुर ध्वनि के साथ चूर करना क्रि०) चुप कराना, मौन कराना (जैसे-दाई, ज़रा बच्चे को | चुरवाना-I (स० क्रि०) उबलने एवं पकने में प्रवृत्त करना चुपाना)
चुरवाना-II (स० क्रि०) चोरी कराना चुपीता-(वि०) चुप्पा, घुत्रा
चुरस-I (स्त्री०) शिकन, सिकुड़न II (पु०) - चुरुट चुप्पा-(वि०) 1मन की बात मन में ही रखनेवाला, घुन्ना | चुराई-(स्त्री०) 1 पकाने की क्रिया, पकाना (चावल, खाना 2 बहुत कम बोलनेवाला
| आदि) 2 पकाने की उजरत चुप्पी--(स्त्री०) खामोशी, मौन। -उघाडना मौन तोड़ना. | चुराना-I (स० क्रि०) 1 चोरी करना (जैसे-घड़ी चुराना, बोलना; ~साधना मौन हो जाना, चुप रहना
जैसे-उसने मेरी किताब चुरायी है) 2 अधिकार, वश में करना खुबलाना-(स० क्रि०) = चुभलाना
(जैसे-उसने मेरा मन चुरा लिया है) 3 बात दबा रखना बुभकना-(अ० क्रि०) बार-बार डूबना-उतराना
4 छिपाना (जैसे-लज्जा से नायिका ने आँखें चुरा ली) II बुभकाना-(स० क्रि०) बार-बार गोता देना
(स० क्रि०) गरम करते हुए पकाना (जैसे-बटलोई में दाल चुभकी-(स्त्री०) 1 चुभकने की क्रिया 2 गोता, डुबकी चुराना) चुभता-(वि०) चुभनेवाला
चुरुट-अं०, चुर्ट - (पु०) तंबाकू के चूरे से बनाई गई बत्ती, बुमन-(स्त्री०) 1 चुभने की क्रिया 2 टीस, कसक, पीड़ा सिगार बुमना-(अ० क्रि०) 1घुसना, सना (जैसे-पैर में काँटा चुल-I (स्त्री०) 1 खुजली, खुजलाहट 2 प्रबल काम वासना
चुभना) 2 कष्टदायक जान पड़ना, खलना (जैसे-आपकी बातें 3 कामना मुझे चुभती है) 3 मन में घर करना
चुल-II (स्त्री०) बो० = चुर | बुभर-भर-(अ०) चुप-चुप शब्द (जैसे-कुत्ता चुभर-चुभर चुलचुलाना-(अ० क्रि०) 1 हल्की खुजली होना पानी पीता है)
2 चिलबिलापन करना चुभलाना-(स० क्रि०) चूसते हुए स्वाद लेना
चुलचुलाहट-(स्त्री०) चुलचुलाने की क्रिया चुभवाना-(स० क्रि०) चुभाने में प्रवृत्त करना
चुलचुली-(स्त्री०) - चुल I चुभाना-(स० क्रि०) गड़ाना, साना (जैसे-हाथ में सूई चुलबुल-(स्त्री०) 1 चुलबुलापन 2 चंचलता, चपलता चुभाना)
चुलबुला-(वि०) 1 नटखट 2 चपल 3 वाक्पद चुभोना-(स० क्रि०) बो० = चुभाना
चुलबुलाना-(अ० क्रि०) 1 बार-बार हिलना-डोलना, चुलबुल चुमकार-(स्त्री०) 1 पुचकार 2 चुम शब्द
करना 2 चंचलता दिखाना चुमकारना-(स० क्रि०) चुम-चुम शब्द करते हुए दुलार चुलबुलापन-(पु०), चुलबुलाहट (स्त्री०) -- चुलबुल करना, पुचकारना (जैसे-बच्चे को चुमकारना)
चुलबुलिया-(वि०) - चुलबुला चुमकारी-(स्त्री०) = चुमकार
चुलहाई-[ (वि०) - (स्त्री०) अत्यधिक कामातुर II (स्त्री०) चुमवाना-(स० क्रि०) चूमने में प्रवृत्त करना, चुंबन कराना छिनाल चुमाना-(स० क्रि०) दूसरे से चूमने का काम कराना चुलहाया-(वि०) जो अत्यधिक कामातुर हो चुम्मा-चाटी-(स्त्री०) बार-बार चूमना और चाटना चुलाना-(स० क्रि०) = चुआना चुर-I (पु०) 1 माँद, गड्ढा 2 कुछ लोगों के मिलकर बैठने का | चुलाव-(पु०) चुआने की क्रिया स्थान || सूखे पत्तों के टूटने से उत्पन्न शब्द
चुल्ली-सं० (स्त्री०) 1 छोटा चूल्हा 2 अंजली चुरकना-(अ० क्रि०) 1 चूर-चूर होना 2 चटकना, दरकना | चुल्लू--(पु०) 1 उँगलियों को अंदर की तरफ़ मोड़कर हथेली चुरकुट-(वि०) 1 चूर-चूर किया हुआ, चूर्णित 2 सहमा हुआ, | को गहरा करके बनाया गया रूप, अंजलि (जैसे-चुल्ल घबराया हुआ
बनाओ) 2 मुड़ी हुई उँगलियों एवं हथेली की बनी गहराई में
चुहा