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ज़बानी
कहना 3 बहस करना; करके जीविका चलाना स्पष्ट उच्चारण करने लगना
चलाने की रोटी खाना खुशामद चाटना, ओठ चाटना; टूटना देना वचन देना, वादा करना; पकड़ना 1 बात न कहने देना 2 वचन में दोष गलती निकालना 3 टोकना पर आना किसी बात को कहने पर होना; पर चढ़ना कहा जाना; पर ताला लगना चुप रहना, मौन धारण करना पर मुहर होना ज़बान बंद होना, बोल न सकना; पर लाना कहना, बयान करना; पर होना 1 हर वक्त याद रहना 2 चर्चा का विषय होना: ~पलटना बात कहकर मुकरना, वचन भंग करना; बंद होना 1 बोल न सकना, चुप रहने को विवश होना 2 बहस में हार जाना; बदलना दे० ज़बान पलटना, बिगड़ना 1 अपशब्द कहने की आदत पड़ना 2 चटोरेपन की आदत पड़ना; में काँटे पड़ना ज़बान सुखकर खुरदरी हो जाना; --में खुजली होना लड़ने-झगड़ने को जी चाहना: -में लगाम न होना बोलने में उचित-अनुचित का विचार न होना, मुँहफट होना; रोकना 1 बोलना बंद करना, चुप हो रहना - सँभालना बोलने में उचित - अनुचित का विचार रखना से निकलना उच्चारित होना कहा जाना; हिलाना
" जबान पकड़ना:
हारना वचन बद्ध होना, प्रतिज्ञा करना 1 बोलने की कोशिश करना : बोलना जवानी-फ़ा० (वि०) 1 जबान संबंधी 2 मौखिक (जैसे-ज़बानी
याद करना) 3 जी केवल कहा गया हो उस पर अमल न किया गया हो (जैसे-ज़बानी जमा खर्च )
ज़बून- अ० (वि०) 1 खराब निकृष्ट 2 निर्बल
ज़ब्त - अ० (वि०) 1 दबाया हुआ (जैसे गुस्सा ज़ब्त करना) 2 जो शासन द्वारा छीन ली गई हो जैसे- न्यायालय के आदेश से संपत्ति जब्त करना ); शुदा फ़ा.. (वि.) ज़ब्त किया हुआ ज़ब्ती-अ • फा० (स्त्री०) जब्त होने की अवस्था जब्र - अ० (पु० ) 1 दबाव मजबूरी जबरदस्ती 3 सख्ती, जुल्म (जैसे- अपने ऊपर जब करना)
जब्रन-अ ज़बरदस्ती से दबाव देकर बलात जनी - अ० (वि०) जबरदस्ती किया हुआ बलात् किया हुआ जभी- ( क्रि० वि०) जब ही, जिस ही समय में जम - ( पु० )
यम
जमकातर-1 बोल (पु० ) भँवर || (स्त्री०) 1 यम का खाँड़ा 2 तलवार, खाँड़ा जमघट - ( पु० ) भीड़
जम-जम - (अ० ) 1 सदा हमेशा 2 आवश्यक और शुभ रूप
में
जमना - 1 (अ० क्रि०) 1 ठोस रूप धारण करना (जैसे- पानी जमना) 2 ठोस रूप धारण करके स्थित होना (जैसे-पर्वत पर बर्फ जमना) 3 तरल पदार्थ में विकार उत्पन्न किए जाने पर उसका ठोस रूप में आना (जैसे-ददी जमना) 4 दृढतापूर्वक स्थित होना (जैसे मूल्य में उनकी धाक जम गई है ) 5 प्रभावशाली रूप में निर्वाह हो जैसे- खेल जमना) 6 काम का अच्छी तरह चल निकलना (जैसे-गज़गार जमना) 7 एकत्र होना इकट्टा होना (जैसे अखाड़ा देखने को भीड जमना) चोट पड़ना जैसे जमकर पिटाई हुई, लाठी
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जमाना
जमना) 9 अभ्यास होना (जैसे-लिखने में हाथ जमना) II (अ० क्रि०) उत्पन्न होना, उगना (जैसे- सिर पर बाल जमनी, ज़मीन पर घास जमना) ज़मनौता-अ० + हिं० (पु०) ज़मानत करनेवाले को ज़मानत के बदले में दी गई रकम
=
लोकतंत्र, जनतंत्र
जमवट - ( स्त्री०) जामुन की लकड़ी का गोल चक्कर जमहूर - अ० (पु०) जनसमूह जमहूरियत - अ० (स्त्री० ) जमहूरी - अ० (वि०) प्रजातांत्रिक जमा - I अ० (वि०) 1 जोड़कर रखा हुआ, बचा 2 प्राप्त होनेवाला धन (जैसे क्या सदस्यों का चंदा जमा हो गया)
3 अमानत रूप में रखा हुआ धन (जैसे-मैंने बैंक में रुपये जमा कर दिया) 4 खाते के आय पक्ष में लिखा हुआ II (स्त्री०)
खोरी
1 मूलधन, पूँजी 2 धन, रुपया-पैसा 3 ग० जोड़। कर्ता + सं० (पु० ) पैसा जमा करनेवाला ~ खर्च + फ़ा० (पु० ) 1 आय और व्यय 2 आय-व्यय का हिसाब; खाता + हिं० (पु० ) वह खाता जिसमें रुपया जमा हो; खोर + फ़ा० (पु० ) अवैध माल जमा रखनेवाला; (स्त्री०) अवैध माल जमा रखना, काला बाज़ारी; हिं० (स्त्री०) इकट्ठा किया गया धन बंदी (स्त्री०) 1 लगान का हिसाब 2 पटवारी की बही; मार + हिं० (पु०) दूसरे का पावना हजम कर लेनेवाला व्यक्ति, बेईमान | खर्च करना हिसाब में आय-व्यय लिखना; ~मारना दूसरे का पैसा, धन आदि मार लेना, हड़प लेना जमाई - I (पु० ) जँवाई, दामाद II (स्त्री०) 1 जमाने की क्रिया 2 जमाने की मज़दूरी
+ फ़ा०
पूँजी
+ फ़ा०
जमात - अ० (स्त्री०) 1 कक्षा ( विद्यार्थियों की) (जैसे- तुम किस जमात में पढ़ते हो) 2 समुदाय, संघ (व्यक्तियों का) 3 गिरोह
जमाती - अ० (वि०) सहपाठी
जमादार - अ० + फ़ा० (पु० ) छोटे कर्मचारियों के कार्यों का निरीक्षक (जैसे- सिपाहियों का जमादार, भंगियों का जमादार) जमादारिन-अ० + फ़ा० + हिं० (स्त्री०) जमादार की स्त्री जमादारी -अ० + फ़ा० (स्त्री०) जमादार का कार्य ज़मानत - अ० (स्त्री०) 1 ज़िम्मेदारी 2 किसी के कोई काम करने, समय पर हाज़िर होने, ऋण चुकाने आदि की दूसरे द्वारा ली जानेवाली ज़िम्मेदारी (जैसे अदालत में मुलज़िम की ज़मानत कौन देगा) 3 ज़िम्मेदारी के समय जमा की गई रकम (जैसे- पाँच हज़ार रुपये की ज़मानत पर छोड़ना) । ~दार + फ़ा० (वि०) ज़मानत लेनेवाला; नामा + फ़ा० (पु० ) ज़ामिन होने की लिखित स्वीकृति
ज़मानती - I अ० + फ़ा० (पु०) ज़मानत करनेवाला व्यक्ति, ज़िम्मेदार II (वि०) 1 ज़मानत संबंधी 2 जो ज़मानत के रूप में हो
जमाना - I (स० क्रि०) 1 तरल पदार्थ को ठोस बनाना (जैसे- बर्फ़ जमाना ) 2 मज़बूती से बैठाना 3 दिल में बैठाना 4 सजाकर रखना, चुनाई करना 5 जमाने का कारण होना 6 जड़ मज़बूत करना (जैसे-मकान की नींव जमाना) 7 चलने योग्य बनाना (जैसे-रोज़गार जमाना ) 8 प्रभावशाली सिद्ध होना (जैसे-महफ़िल जमाना ) 9 स्थापित
करना