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ज्ञानमय
ज्ञानमय - I सं० (वि०) ज्ञान से भरा हुआ, ज्ञान युक्त II (पु० ) ईश्वर
ज्ञानात्मक-सं० (वि०) ज्ञान संबंधी
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ज्ञानोपलब्धि
ज्ञानार्जन-सं० (पु० ) ज्ञानालय-सं० (पु० ) = ज्ञान का घर या संस्थान ज्ञानावरण-सं० (पु०) ज्ञान प्राप्ति में बाधक पापकर्म ज्ञानाश्रयी-सं० (वि०) 1 ज्ञान पर आश्रित 2 ज्ञान संबंधी ज्ञानी - I सं० (वि०) 1 जो जानकार हो 2 योग्य एवं समझदार II (पु० ) 1 दैवज्ञ 2 ऋषि
ज्ञानेंद्रिय सं० (स्त्री०) विषयों का ज्ञान करानेवाली इंद्रियाँ (जैसे- आँख, कान, नाक, जीभ एवं त्वचा ज्ञानेंद्रियाँ हैं) ज्ञानोदधि-सं० ( पु० ) = ज्ञान-निधि ज्ञानोदीप्ति-सं० (स्त्री०) ज्ञान का प्रकाश
ज्ञानोपदेश-सं० (५०) ज्ञान का उपदेश ज्ञानोपलब्धि-सं० (स्त्री०) ज्ञान प्राप्त करना ज्ञाप सं० ( पु० ) जताना
ज्ञापक-सं० (वि० ) 1 ज्ञान प्राप्त करानेवाला 2 परिचय देनेवाला 3 सूचक
ज्ञापन सं० (पु० ) 1 जताना, बताना 2 प्रकट करना 3 याद दिलाने का परिपत्र, मेमेरेिंडम पत्र (पु० ) स्मरण पत्र ज्ञापित-सं० (वि०) जतलाया, बतलाया हुआ ज्ञाप्य सं० (वि०) ज्ञापन योग्य
ज्ञेय-सं० (वि०) 1 जो जानने योग्य हो 2 जो जाना जा सके ज्या सं० (स्त्री०) 1 चाप के सिरों को मिलानेवाली सीधी रेखा 2 वृत्त का व्यास 3 धनुष की डोरी, प्रत्यंचा
ज्यादती - अ० + फ़ा० (स्त्री०) 1 ज़बरदस्ती 2 अत्याचार, जुल्म 3 अधिकता
ज़्यादा - अ० (वि०) 1 आवश्यकता से अधिक, अतिरिक्त (जैसे- ज़्यादा बात करना मूर्खता है). 2 बहुत अधिक (जैसे- निकम्मी औरतें ज्यादा बातें करती हैं) ज्यादातर -अ० फ़ा० (वि०) अधिकतर ज्याफ़त - अ० (स्त्री०) दावत, भोज ज्या-मिति-सं० (स्त्री०) रेखागणित, ज्यामेट्री ज्यामितिक-सं० (वि०) रेखागणित से संबंधित ज्यामेट्री -अं० (स्त्री०) ज्यामिति
ज्यू- अ० बो० = ज्यों ज्यूरी-अं० (स्त्री०) जुरी II ज्येष्ठ - I सं० (वि०) 1 सबसे बड़ा (जैसे- ज्येष्ठ पुत्र) 2 श्रेष्ठ (पु० ) 1 बड़ा भाई 2 जेठ का महीना । ता (स्त्री०) 1 बड़प्पन, श्रेष्ठता 2 बड़े होने की अवस्था ज्येष्ठक - सं० ( पु० ) नगर का प्रधान अधिकारी ज्येष्ठा-सं० (स्त्री०) 1 एक नक्षत्र 2 पति की सर्वाधिक प्रिय पत्नी 3 सब से बड़ी उँगली ज्येष्ठी -सं० (स्त्री०) छिपकली ज्यों- (अ० ) 1 जिस प्रकार, जिस तरह (जैसे-ज्यों चाहा काम कर दिया) 2 जिस क्षण, जिस पल (जैसे-ज्यों ही मैं पहुँचा वह भाग गया)
ज्योति - सं० (स्त्री०) प्रकाश, रोशनी
ज्योतित-सं० (वि०) प्रकाशित
ज्योतिमान् -सं० (वि०)
ज्योतिष्मान
+
313
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=
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ज्वलन
ज्योतिमंडल - सं० ( पु०) आकाश में स्थित तारों, नक्षत्रों आदि का मंडल
ज्योतिष
ज्योतिर्मय - सं० (वि०) जगमगाता हुआ, अत्यंत प्रकाशमान् ज्योतिर्विज्ञान-सं० (पु० ) ज्योतिर्विद-सं० (पु० ) ज्योतिर्विद्या-सं० (स्त्री०) ज्योतिश्चक्र-सं० (पु० ) ज्योतिश्चुंबी -सं० (वि०) चूमनेवाला, गगनचुंबी ज्योतिष -सं० (पु० ) 1 ग्रह, नक्षत्रों की गति, स्थिति आदि का विचार करनेवाला शास्त्र 2 ग्रह, नक्षत्रों आदि के शुभाशुभ फल बतानेवाला शास्त्र । - शास्त्र ( पु० ) वह विद्या जिसके अंतर्गत ग्रह, नक्षत्र का सम्यक ज्ञान किया जाय ज्योतिषाचार्य-सं० (पु० ) ज्योतिष का ज्ञाता ज्योतिषिक-सं० (वि०) ज्योतिष से संबंध रखनेवाला ज्योतिषी - I सं० ( पु० ) 1 ज्योतिष शास्त्र का विद्वान, दैवज्ञ 2 आधुनिक फलित ज्योतिष का ज्ञाता जो ग्रहों की गतिविधियों के अनुसार भविष्यवाणी करता है एवं पर्व आदि का समय स्थिर करता है II (स्त्री०) तारा ज्योतिष्क-सं० (पु० ) 1 ग्रह, तारे, नक्षत्र आदि आकाश में रहनेवाले पिंड 2 देवताओं का वर्ग
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=
ज्योतिषी
ज्योतिष ज्योतिमंडल
आकाश स्थित ज्योति को
ज्योतिष्पिंड-सं० (पु० ) नक्षत्र, तारा, ग्रह ज्योतिष्मान् - I सं० (वि०) 1 ज्योतिवाला 2 प्रकाशमान II (पु० ) सूर्य
ज्योत्स्ना -सं० (स्त्री०) 1 चंद्रमा का प्रकाश 2 पृथ्वी पर छिटकी हुई चाँदनी 3 चाँदनी रात। वृक्ष (पु० ) दीपाधार, दीवट ज्योत्स्त्री-सं० (स्त्री०) पूर्णिमा ज्योत्स्नेश-सं० ( पु० ) चंद्रमा ज्योनार - (स्त्री०) 1 पका हुआ
भोजन 2 भोज दावत । -बैठना भोजन करने बैठना ~लगाना खाना परोसना ज्योरी-बो० (स्त्री०) डोरी, रस्सी
ज्यौतिष सं० (वि०) ज्योतिष संबंधी
ज्यौतिषिक सं० (पु० ) ज्योतिषी ज्यौनार - (स्त्री०) ज्योनार
ज्वर-सं० (पु०) बुखार (जैसे- ज्वर आना, ज्वर उतरना ) । ~कुटुंब (पु०) चि० ज्वर के कारण होनेवाले अन्य उपद्रव; ~ग्रस्त (वि०) बुखार से पीड़ित; -नाशक (वि०) ज्वर को दूर करनेवाला (जैसे- ज्वर नाशक दवाएँ ) ज्वरघ्न-सं० (वि० ) ज्वर नाशक
ज्वरांतक - सं० (वि०) ज्वर का अंत करनेवाला ज्वराक्रांत-सं० (वि०) - ज्वर-ग्रस्त ज्वरित -सं० (वि०) जिसे बुखार चढ़ा हो ज्वरी-सं० (वि०) ज्वर से पीड़ित ज्वलंत - सं० (वि०) 1 जलता और चमकता हुआ. देदीप्यमान् 2 स्पष्ट रूप से दिखाई देनेवाला (जैसे ज्वलंत प्रमाण ) ज्वल-सं० ( पु० ) 1 ज्वाला, अग्नि 2 दीप्ति, प्रकाश ज्वलका सं० (स्त्री० ) आग की लपट, अग्निशिखा ज्वलन - सं० ( पु० ) 1 जलना, दहन 2 जलन, दाह 3 अग्नि. आग। ~शील (वि०) 1 जो आसानी से जल उठे (जैसे- ज्वलनशील पदार्थ) 2 ज्वलनीय, दहनशील