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तुल्यांक
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तृण
अन्न
~व्यंग्य (पु०) ऐसा व्यंग्य जिसमें वाच्यार्थ और व्यंग्यार्थ | तून-(पु०) 1 तुन का पेड़ 2 तूल नामक लाल रंग का कपड़ा समान हों
तूना-(अ० क्रि०) 1 बूंद-बूंद करके गिरना, टपकना 2 गिरना तुल्यांक-सं० (वि०) रसायन समसंयोजक.
3 गर्भपात होना तुवर-I सं० (वि०) 1कसैला 2 बिना दाढ़ी-मूंछ का | तूनी-(स्त्री०) पेडू में उठनेवाली पीड़ा II (पु०) 1 कषाय रस, कसैला स्वाद 2 अरहर
तूफ़ान-अ० (पु०) 1 ज़ोर की बाढ़, सैलाब 2 अत्यंत वेगमयी तुष-सं० (पु०) 1 अन्न कण के ऊपर का छिलका, भूसी 2 अंडे आँधी जिसमें वर्षा भी हो 3 भारी आपत्ति, कहर (जैसे-तूफ़ान के ऊपर का छिलका 3 बहेड़े का पेड़
खड़ा करना) 4 हंगामा 5 दंगा-फसाद। गाड़ी + हिं० तुषार-I सं० (पु०) 1 हवा में मिली हुई भाप जो जमकर श्वेत (स्त्री०) बहुत तेज़.चलनेवाली गाड़ी; ~ग्रस्त, पीड़ित + कणों के रूप में दिखाई देते हैं, पाला 2 बर्फ़, हिम II (वि०) सं० (वि०) आपदा में फँसा हुआ, मुसीबत का मारा हुआ। बर्फ़ की तरह ठंडा। ऋतु (स्त्री०) शरद ऋतु: गिरी, ~खड़ा करना उपद्रव मचाना; ~बाँधना झूठा कलंक
पर्वत (पु०) हिमालय पहाड़; ~पाषाण (पु०) ओला; लगाना रेखा (स्त्री०) सीमा-रेखा जिसके ऊपर सदा बर्फ जमी तूफ़ानी-अ० (वि०) 1 तूफ़ान का 2 तूफान जैसा प्रचंड रहती है; ~शैल (पु०) हिमालय
3 उपद्रवी 4 फ़सादी तुषारापात-सं० (पु०) पाला गिरना (जैसे-आशाओं पर तूमड़ी-(स्त्री०) 1 तूंबी 2 लँबी से बनाया गया एक बाजा तुषारापात होना)
(जैसे-सपेरे की तूमड़ी) तुषारावृत्त-सं० (वि०) पाले से घिरा हुआ।
तूम-तड़ाक-(स्त्री०) 1 तड़क-भड़क 2 ठसक 3 आडंबर तुषोदक-सं० (पु०) छिलके समेत कुटे हुए जौ का पानी तूमना-(स० क्रि०) 1 रेशे नोच-नोच कर अलग करना 2 भद्दी तुष्ट-सं० (वि०) 1 तृप्त, संतुष्ट 2 प्रसन्न, खुश
गालियाँ देना 3 टुकड़े-टुकड़े करना 4 धज्जियाँ उड़ाना, दुर्दशा तुष्टि-सं० (स्त्री०) 1 संतोष, प्रसन्नता 2 तुष्ट होने की अवस्था करना 4 मसलना 5 सारा रहस्य खोलना तुष्टिकरण-सं० (पु०) 1 प्रसन्न रखना 2 संतुष्ट रखना तूमार-अ० (पु०) 1 बात का बतंगड़ 2 व्यर्थ का विस्तार तुस-(पु०) तुसी (स्त्री०) = तुष
(जैसे-तूमार बाँधना) तुहमत-अ० (स्त्री०) तोहमत
तूर-I सं० (पु०) 1 नगाड़ा 2 तुरही तुहिन सं० (पु०) 1 तुषार, पाला 2 बर्फ़, हिम; -गिरि | तूर-II (स्त्री०) 1 अरहर का पौधा और उसका बीज 2 अनाज,
(पु०) हिमालय तूं-बो० (सर्व०) = तू
तूरा-(पु०) तुरही तूंगी-बो० (स्त्री०) 1 पृथ्वी, भूमि 2 नौका, नाव तूरान-फा० (पु०) मध्य एशिया जहाँ मंगोल, तुर्क, तातरी आदि तूंबड़ा-(पु.) = तूंबा
जातियाँ रहती हैं तूंबा-(पु०) 1 कडुआ गोल कद्दू, तितलौकी : कद्द को | तूर्ण-सं० (वि०) वेगवान्
खोखला कर बनाया गया पात्र। ~फेरी (स्त्री०) इधर-उधर | तूर्य-सं० (पु०) 1 मृदंग 2 तुरही। ~घोष (पु०) मृदंग की करना, चोरों, उचक्कों का लक्षण
आवाज़ तूंबी-(स्त्री०) 1 छोटा तूंबा 2 तूंबे का बना छोटा पात्र तूल-I अ० (पु०) लंबाई। ~कलाम (पु०) लंबी चौड़ी तू-I (सर्व०) 1 संबोधित किए जानेवाले व्यक्ति के लिए प्रयोग बात; तवील (पु०) लंबा चौड़ा। -खींचना किया जानेवाला सर्वनाम 2 'तुम' का एकवचन रूप II (पु०) आवश्यकता से बहुत अधिक बढ़ जाना; देना व्यर्थ का कुत्तों आदि को बुलाने का शब्द। -तू मैं मैं करना बढ़ाना कहा-सुनी करना, गाली-गलौज़ करना
तूल-II (पु०) 1 सूती वस्त्र, सूती कपड़ा 2 रूई तूण-सं० (पु०) तीर रखने का चोंगा, तरकश
तूल-अ० (पु०) 1 लबाई 2 विलंब तूणक-सं० (पु०) एक छंद जिसके प्रत्येक चरण में 25 वर्ण तूलना-(स० क्रि०) आँगना, तेल डालना (जैसे-गाड़ी का होते हैं
पहिया तूलना) तुणीर-सं० (पु०) तरकश, निषंग, भाथा
तूलम-तूल- (अ) 1लंबाई के बल 2 आमने-सामने तूत-(पु०) 1 एक पेड़ जिसके पत्ते पान की तरह अनीदार होते हैं। तूलि, तूलिका-सं० (स्त्री०) फॅची (जैसे-तूलिका से चित्रित 2 उक्त पेड़ की मीठी फलियाँ, शहतूत
करना) तू-तड़ाक-(स्त्री०) 1 तड़क-भड़क 2 हल्ला-गुल्ला तूवर, तूवरक-सं० (पु०) बिना सींग का बैल, डूंडा ततिया-(पु०) गंधक के अम्ल के योग से बना ताँबे का क्षार, | तूष्णी-सं० (स्त्री०) मौन नीला थोथा
तूष्णीक-सं० (वि०) मौनावलंबी . . तती-फा० (स्त्री०) 1 बाँसुरी जैसा एक बाजा 2 छोटी जाति का तूस-I (पु०) = तुष तोता 3 मधुर बोल बोलनेवाली एक चिड़िया 4 टोंटीदारतूस-II (पु०) 1बढ़िया और मुलायम ऊन, पशम 2 उक्त ऊन घरिया। -बोलना धाक जमना
का जमाया हुआ उम्दा कंबल 3 पशमीना तू-तुकार-हिं० + सं० (पु०) = तू-तड़ाक
तूसदान- + फ्रा० (पु०) कारतूस सदा-फा० (पु०) 1 ढेर, राशि 2 हदबंदी का निशान 3 वह तृण-सं० (पु०) 1 तिनका 2 घास 3 खर-पात, खर-पतवार टीला जिस पर से तीरंदाज़ निशाना लगाते हैं। | . (जैसे-तृण अलग करना)। कांड (पु०) तृण समूह;