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दृष्टमान्
1 एकटक देखना 2 प्रीति लगाना दृष्टमान्सं० (वि०) 1 आँखवाला 2 समझदार 3 ज्ञानी,
ज्ञानवान्
दृष्टिवंत सं० + हिं० (वि० ) 1 जिसे दिखाई पड़े 2 बुद्धिमान्, ज्ञानी 3 जानकार
देई - (स्त्री०) 1 देवी 2 'देवी' का विकृत रूप (जैसे- हीरादेई, बालदेई)
देउ-बो० (पु० ) देव देखना,
देख - (स्त्री०)
=
अवलोकना
(जैसे- देख-भाल,
देख-रेख )
देखन - (स्त्री०) 1 देखने का ढंग 2 चितवन, विलोकन । ~हारा I बो० (पु० ) दर्शक II (वि०) देखनेवाला देखना- (स० क्रि. ० ) 1 अवलोकन करना, निहारना (जैसे-पहाड़ पर का दृश्य देखना) 2 बुद्धि से समझना एवं सोचना (जैसे आपने इस सिद्धांत को देखा है) 3 ध्यान से पढ़ना (जैसे- पुस्तक का पहला अध्याय देखना) 4 निरीक्षण करना 5 भेंट करना, मिलना (जैसे-मैं उन्हें देखने गया था) 6 अनुभव प्राप्त करना (जैसे- मैंने जीवन में बहुत उतार-चढ़ाव देखे हैं) 7 भोगना (जैसे-युद्ध का परिणाम देखना) 8 ढूंढ़ना, तलाश करना 9 मुकाबला करने में समर्थ होना (जैसे-हम तुम्हें भी देख लेंगे) 10 सहन करना (जैसे कोई अत्याचार कहाँ तक देखेंगा) 11 ध्यान रखना (जैसे-मेरे न रहने पर ज़रा मकान देखते रहिएगा)। ~भालना (स० क्रि०) देख भाल करना सुनना (स० क्रि०) अनुभव करना देख-भाल - (स्त्री०) 1 देखना. निगरानी (जैसे-देख-भाल करनेवाला) 2 परवरिश (जैसे- बच्चों की देख-भाल ) देख-रेख - (स्त्री०) 1 देख-भाल (जैसे-क़ैदियों की देख-रेख ) 2 सेवा सुश्रुषा (जैसे- रोगी की देख-रेख ) देखवैया - (पु० ) 1 दिखानेवाला 2 देखनेवाला देखा-देखी-I (स्त्री० ) 1 देखने की अवस्था 2 दर्शन 3 साक्षात्कार II ( क्रि० वि०) अनुकरणवश देखा-भाली - (स्त्री०) देख-भाल
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देखाव - (पु० )
देग - फा० (पु० ) चौड़े मुँह एवं छोटे पेट का एक बड़ा बर्तन (जैसे-देग में से चावल निकाल लो) । चा (पु० ) छोटा देग; ची हिं० (स्त्री०) छोटा देगचा देदीप्यमान-सं० (वि०) चमकता-दमकता हुआ, जाज्वल्यमान देन - (स्त्री०) 1 देना 2 दी जानेवाली वस्तु 3 दी गई महत्त्वपूर्ण वस्तु (जैसे- साहित्यकार की देन सदैव स्मरणीय है, संतान तो ईश्वर की देन है) 4 ऐसी दी गई वस्तु जिसका परिणाम व्यापक हो (जैसे- रिश्वत तो ब्रिटिश सम्राज्य की देन हैं) 5 चुकाने का दायित्व, भार, लायबिलिटी । -दार फ़ा० (पु० ) 1 ऋणी, कर्ज़दार 2 आभारी दारी + फा० (स्त्री०) देनदार होने की अवस्था; ~लेन (पु० ) 1 देने और लेने की क्रिया, लेना-देना (जैसे-आपस की देन लेन) 2 विनिमय 3 महाजनी व्यवसाय; हार, हारा (वि०) देनेवाला
देना - 1 (स० क्रि०) 1 सुपुर्द करना, हवाले करना (जैसे-दहेज़ में मकान देना) 2 हस्तांतरित करना (जैसे-प्रसाद देना) 3 अर्पित करना (जैसे- दक्षिणा देना) 4 थमाना, पकड़ाना (जैसे- भिखारी को रोटी देना) 5 पाने में सहायक होना
= दिखाव
+
देव
(जैसे- उपाधि पत्र देना) 6 प्रदान करना (जैसे- शिक्षण संस्था को अपनी सारी संपत्ति देना) 7 दुष्परिणाम भोगना (जैसे-दंड देना) 8 मारना, प्रहार करना (जैसे-घोड़े को चाबुक देना, नौकर को थप्पड़ देना) 9 धारण करना, पहनना (जैसे-टोपी देना, मुकुट देना) 10 बंद करना (जैसे किवाड़ देना, बटन देना) 11 अंकित करना (जैसे- बिंदी देना) II (पु० ) 1 कर्ज़, ऋण 2 देय धन देन
देय-सं० (वि०) देने योग्य, दातव्य । ~ता (स्त्री०) देने का उत्तरदायित्व ~ राशि (स्त्री०) दिया जानेवाला धन देयादेय - ( पु० ) आय-व्यय। फलक (पु० ) आय-व्यय; फलक, बैलेंस शीट
देयादेश-सं० (पु० ) अमुक व्यक्ति को दिए गए धन से संबंधित पत्र, पे आर्डर
देयासी - बो० (पु० ) झाड़-फूँक करनेवाला ओझा देर - फ़ा० (स्त्री०) 1 विलंब (जैसे लड़का देर से स्कूल जाता
है) 2 वक्त, समय (जैसे यह काम कितनी देर चलेगा) देरपा -फ़ा० (वि०) बहुत देर तक रहनेवाला, पायदार देरी-फ़ा० (स्त्री०) = टेर देवक - (स्त्री० ) = दीमक देव-सं० (पु० ) 1 स्वर्ग का दिव्य शक्ति संपन्न अमर प्राणी. देवता, सुर 2 परमात्मा 3 सम्मानित लोगों के लिए आदर सूचक शब्द (जैसे- गुरुदेव, पित्र देव) । ~ कन्या ( स्त्री० ) 1 देवता की कन्या, पुत्री 2 देवी; कर्म, कार्य (पु० ) देवताओं को प्रसन्न करने हेतु किया गया कर्म (जैसे-यज्ञ आदि); -कुंड (पु० ) 1 प्राकृतिक जलाशय 2 देव मंदिर, तीर्थ आदि के पास का पवित्र कुंड, जलाशयः -गंगा (स्त्री०) स्वर्गगंगा, आकाश गंगा; -गण ( पु० ) 1 देव समूह 2 देवता का अनुचरः -- गति (स्त्री०) मृत्योपरांत उत्तम गति, स्वर्ग-प्राप्ति; ~गुरु ( पु० ) 1 बृहस्पति 2 देवताओं के पिता कश्यप; ~ गिरा (स्त्री०) देववाणी: गृह (पु० ) 1 देवालय, मंदिर 2 देवताओं का घर ज (वि०) देवता से उत्पन्न, देव संभूतः ता (पु० ) 1 स्वर्ग में रहनेवाले अमर प्राणी 2 देव - प्रतिमा ता-गण (पु० ) देवगण -ता- गार (पु० ) = देवालय: ~ता गृह (पु० ) ~ता-प्रतिमा ( स्त्री०) देव-मूर्ति तीर्थ (पु० ) पूजन का स्थान 2 देव पूजन का उपयुक्त समय (स्त्री०) ब्रह्मा, विष्णु और महेश इन तीन देवताओं का समूह; दत्त I ( वि०) 1 देवता का दिया हुआ, देवता से प्राप्त 2 देवता के निमित्त निकाला गया II देवता के निमित्त निकाला गया धन दार + हिं०. दारु ( पु० ) एक प्रसिद्ध पहाड़ी पेड़ जिसकी लकड़ी कड़ी, हल्की और पीले रंग की होती है; -दारा (स्त्री०) अप्सरा; - दास (पु० ) देवालय में काम करनेवाला नौकर दासी (स्त्री०) 1 देव मंदिर की नर्तकी 2 वेश्या, रंडी; दूत (पु०) 1 देवता का दूत 2 ईश्वर का दूत 3 फरिश्ता दूती (स्त्री०) स्वर्ग की अप्सरा, देवांगना; दृष्टि ( स्त्री०) देवता की निगाह नदी (स्त्री०) गंगा नदी नागरी (स्त्री०) भारत की प्रसिद्ध राष्ट्रीय लिपि (जैसे-हिन्दी देवनागरी लिपि की भाषा है); निकाय (पु० ) 1 देवताओं का समूह 2 देवताओं के रहने का स्थान, स्वर्ग; ~पथ (पु० ) 1 आकाश 2 देव मंदिर का मार्ग
देव गृह; 1 देव त्रयी