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दूना
दूना - (वि०) दूब - ( स्त्री०)
दुगुना
एक प्रसिद्ध लंबी एवं नर्म घास, दूर्वा
दू-बदू-फा० ( क्रि० वि०) 1 आमने-सामने 2 मुकाबले में दूबरा - (वि०) दुबला
दूबे - ( पु० ) द्विवेदी ब्राह्मण
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दूधर - (वि) 1 भारी, बोझिल 2 कठिन, मुश्किल 3 असह्य (जैसे- आज की ठंड कटना बहुत दूभर है) दूमना - (अ० क्रि०) बो० हिलना-डुलना दूरंदेश - फ़ा० (वि०) दूरदर्शी, अग्र-सोची दूरंदेशी फा० (स्त्री०) दूरदर्शिता
-प्रसार
दूर - 1 सं० (वि०) पास न होनेवाला, पास न रहनेवाला, असमीपस्थ II ( क्रि० वि०) 1 बहुत फ़ासले पर, बहुत अंतर पर 2 अलग, पृथक् । गामी (वि०) दूर तक जानेवाला (जैसे- दूरगामी दृष्टि); चित्र (पु० ) विद्युत की मदद से दूरी पर प्रस्तुत किया जानेवाला चित्र चित्रण (पु०) विद्युत की सहायता से दूर चित्र प्रस्तुत करना, टेलिफोटोग्राफी; ता (स्त्री०) - दूरी; दर्श (पु०) दूर-दर्शन, टेलीविज़न दर्शक 1 (वि०) 1 दूरदर्शी 2 बुद्धिमान II (पु० ) दूरबीन, दूर- वीक्षक; - दर्शक यंत्र ( पु० ) दूरबीन, -दर्शन (पु० ) 1 दूर की चीज़ देखना 2 दूर की बात सोचना 3 विद्युत तरंगों की मदद से अत्यधिक दूर के दृश्य को प्रत्यक्ष रूप से देखने की प्रणाली 4 दे० दूर दर्श; -दर्शन यंत्र (पु० ) टेलीविज़न: दर्शिता (स्त्री०) दूरदेशी; दर्शितापूर्ण, दर्शी | (वि०) दूर की बात सोचनेवाला, दूरंदेश II (पु० ) 1 पंडित, विद्वान 2 गिद्ध दृष्टि ( स्त्री०) पहले से सोचने-समझने की शक्ति देश (पु०) परदेश, विदेश - धावक (पु० ) दूर तक दौड़नेवाला, धावन (पु०) दूर तक दौड़ना; नियंत्रण (पु० ) दूर से यंत्र द्वारा नियंत्रण निरीक्षण (पु० ) दूर से यंत्र द्वारा निरीक्षण; ~पार हिं० (क्रि० वि०) जिसका किनारा दूर हो; (वि०) दूर तक फैलनेवाला - प्रहारी (वि०) दूरमार, ~बोध (५०) दूसरे के मन की बात को जानने की विद्या; ~बोधी । (वि०) दूर बांध की कला जाननेवाला | (पु) दूर-बोध की कला जाननेवाला व्यक्ति, टेलिपॅथिस्ट भाष - भाषक (पु० ) टेलिफोन; भाषिक (वि०) दूर भाषक यंत्र संबंधी, टेलिफोनिक (जैसे-दूर भाषिक संवाद); मार हिंο. -मारक (वि०) दूर तक मार करनेवाला (जैसे-दूर मारक राकेट, दूरमारक तोप ); मुद्र (पु०) दूर लेख. टेलिप्रिंट, मुद्रक, -मुद्रक यंत्र ( पु० ) दूर लेख छापनेवाला यंत्र, टेलिप्रिंटर, मुद्रण (पु०) दूर लेख छापना, टेलिप्रिंटिंग, मुद्रण यंत्र ( पु० ) दूर मुद्रक यंत्र; लेख (पु०) दूर लेखक यंत्र से छपा हुआ समाचार भेजने का यंत्र, टेलिग्राफ, टेलिग्राम - लेखक (पु० ) 1 तार द्वारा समाचार भेजने का यंत्र, टेलिग्राफक 2 टेलिग्राफ जाननेवाला व्यक्ति, टेलिग्राफिस्ट; लेखकतः ( क्रि० वि०) दूर लेखक यंत्र की सहायता से लेखी (वि०) दूर लेख से संबंध रखनेवाला; ~वर्ती (वि०) दूर का वीक्षक (पु० ) - दूरबीन; ~वीक्षण (पु०) दूर वीक्षक यंत्र से दूर की वस्तुएँ देखना; ~ वीक्षण यंत्र दूर वीक्षक समाचार भेजने का कार्य
संचार (पु०) दूर तक संदेश, करना 1 हटाना 2 अलग करना;
दृगंचल --की कहना बड़े सूझ की बात कहना की बात 1 असंभव बात 2 सूक्ष्म बात; की सोचना दूरंदेशी की बात सोचना क्यों जायँ दूर के विचार एवं दृश्य को छोड़कर निकट के दृष्टांत पर विचार करें; ~ भागना बहुत बचना, अलग रखना; होना 1 मिट जाना 2 हट जाना दूरत्व-सं० (पु० )
दूरता
दूरबीन - फ़ा० I (वि०) दूर तक देखनेवाला II (स्त्री०) दे० दूरवीक्षक (यंत्र)
दूरस्थ-सं० (वि०) 1 दूर रहनेवाला 2 (घटना) जो वर्तमान में न घट सके
दूरांतरित-सं० (वि०) 1 दूर किया हुआ 2 दूरस्थ दूरागत-सं० (वि०) दूर से आया हुआ
दूरापात -सं० (पु०) दूर से फेंककर चलाया जानेवाला अस् दूरारूढ़ -सं० (वि०) 1 बहुत आगे बढ़ा हुआ 2 तीव्र 3 बद्धमूल
4 प्रगाढ़
दूरी - फ़ा० (स्त्री०) 1 अंतर, फ़ासला (जैसे-दो खंभों के बीच की दूरी) 2 दो वस्तुओं आदि के बीच का अवकाश, विस्तार (जैसे-दो मकानों की दूरी नापना) । करण सं० (पु०) दूर करना, दूर हटाना कृत • सं० (वि०) दूर किया हुआ. हटाया हुआ भूत सं० (वि०) जो दूर हो गया; -मापक + सं० (५०) दूरी नापनेवाला यंत्र दूर्वा-सं० (स्त्री० ) दुब
दूलह, दूल्हा - (पु० ) 1 वर, नौशा 2 पति, स्वामि 3 बहुत बना-ठना आदमी
+
दूषक-सं० (वि०) 1 दोष लगानेवाला 2 आक्षेप करनेवाला 3. विकार उत्पन्न करनेवाला
दूषण - 1 सं० (पु० ) 1 दोष लगाना 2 आक्षेप करना 3 अवगुण, बुराई II (वि) विनाशक, संहारक दूषणीय-सं० (वि०) दोषारोपण योग्य दूषन खो० (५०) = दूषण
दूषित -सं० (वि०) 1 दोषयुक्त 2 बुरा, खराब दीप लगाया. हुआ, आरोपित
दूषिता-सं० (स्त्री०) विवाह से पहले दूषित कन्या दूज्य-सं० (वि०) 1 दोष लगाने योग्य 2 बुरा, निंदनीय 3 तुच्छ, हीन
दूसरा - 1 (वि०) 1 पहले के बाद का (जैसे- दूसरा मकान ) 2 दो में से कोई एक (जैसे-एक किताब यहाँ है और दूसरी वहाँ) 3 प्रस्तुत से भिन्न 4 अन्य अतिरिक्त II (सर्व०) 1 बचा हुआ 2 दोनों पक्षों में से किसी के साथ जिसका संबंध न हो (जैसे- पारस्परिक बात-चीत में दूसरों को नहीं पड़ना चाहिए) दूसरे - अ० अन्य बात यह है कि दूहना- (स० क्रि०) दुहना दूहा बो० (पु० ) = दोहा दृक्-सं० (पु० ) छेद, छिद्र ।
-पात (१०)
दृक्, दृग्-सं० (पु० ) आंख, नयन, नेत्र अवलोकन पथ (पु० ) दृष्टि पथ: दुक्क्षेप शक्ति (स्त्री०) 1 देखने की शक्ति प्रकाश रूप, चैतन्य 3 आत्मा दुर्गंचल - सं०
(५०) नयनपट, पलक
क्षेप (पु)