________________
दौड़ा-दौड़ी
410
ग
दौड़ा-दौड़ी-(स्त्री) 1 जल्दबाज़ी 2 दौड़-धूप
द्रवत्व; ~पदार्थ (पु०) पानी जैसी वस्तु, तरल पदार्थ; दौड़ान-(स्त्री) 1 दौड़ 2 गति की तीव्रता, झोंक 3 सिलसिला, ~रूप (पु०) = द्रव-स्थिति; स्थिति विज्ञान (पु०) जल क्रम 4 लंबाई, विस्तार
आदि के ठहराव से संबंधित विज्ञान दौड़ाना-(स० क्रि०) । दौड़ने में प्रवृत्त करना (जैस-घोड़ा द्रवक-सं० (वि०) 1 बहनेवाला 2 द्रवित होनेवाला 3 दौड़ाना) 2 तुरंत काम हेतु भेजना 3 आनाकानी करना रसनेवाला (जैसे-काम के लिए बार-बार दौड़ाना) 4 जल्दी-जल्दी आगे द्रवण-सं० (पु०) 1 बहना 2 रसना 3 पिघलना 4 चित्त का
बढ़ने में प्रवृत्त कराना (जैसे-कापी पर क़लम दौड़ाना) द्रवित होना। -शील (वि०) 1 पिघलनेवाला दौत्य-[ सं० (वि०) दूत संबंधी II (पु०) दूतत्व 2 पसीजनेवाला दोना-I (पु०) कटावदार तेज़ सुगंधवाला पत्ता || दोना। द्रवणांक-सं० (पु०) ताप की वह मात्रा जिसपर वस्तु पिघलती दौर-अ० (पु०) 1 चक्कर, फेरा 2 क्रम, व्यवस्था 3 सौभाग्य __ है (मेल्टिंग प्वाइंट)
एवं दुर्भाग्य का चक्र 4 आतंक, दबदबा। ~दौरा (प०) द्रवत्व-सं० (वि०) द्रव का 1प्रधानता 2 प्रबलता
द्रविक-सं० (वि०) द्रव का दौरा-अ० (पु.) 1 चक्कर, भ्रमण 2 बराबर इधर-उधर द्रविड-1 सं० (पु०) 1 दक्षिण भारत का एक प्रदेश ? द्रविड घूमना-फिरना 3 सामयिक आगमन, फेरा 4 जाँच-पड़ताल हेत् प्रदेश का निवासी II (वि०) द्रविड प्रदेश से संबंध आना-जाना (जैसे-अधिकारी का दौरा) 5 रोग का आक्रमण रखनेवाला, द्राविड़ (जैसे-पागलपन का दौरा)। - जज + अं० दौरे पर द्रवित-सं० (वि०) पिघला हुआ, पसीजा हुआ जगह-जगह न्यायालय लगानेवाला न्यायाधीश
द्रवीकरण-सं० (पु०) द्रव में परिवर्तित करना दौरा-बो० (पु०) बाँस की पट्टियों का बना टोकरा द्रवीकृत-सं० (वि०) द्रव रूप में लाया हुआ दौरात्म्य-सं० (पु०) 1 दुर्जनता 2 दुरात्मता
द्रवीभूत-सं० (वि०) 1 पिघला हुआ 2 द्रव रूप में आया दौरान-अ० (प०) 1 दौर, चक्र 2 काल का चक्र, दिनों का फेर ___हुआ, तरलित 3 दयार्द्र
3 भोगकाल (जैसे-बुखार के दौरान खाना मना है) 4 फेरा. द्रवीय-सं० (वि०) द्रव संबंधी बारी
द्रव्य-सं० (पु०) 1 चीज़, वस्त. पदार्थ 2 सामान (जैसे-सोना. दौरी-बो० (स्त्री०) 1 छोटा दौरा 2 छोटी टोकरी, चंगेरी लोहा आदि द्रव्य हैं) 3 धन-दौलत, रुपया-पैसा (जैसे-व्यापार दौर्जन्य-सं० (पु०) दुर्जनता
में बहुत द्रव्य लगाना) 4 उपादान 5 ठोस, द्रव, गैस द्रव्य की दौर्बल्य-सं० (पु०) दुर्बलता
तीन अवस्था। ~मान (पु०) पिंड पर लगनेवाले बल और दौर्भाग्य-स० (पु०) दुर्भाग्य
त्वरण का अनुपात अर्थात बल त्वरण; ~वाचक (वि०) दौर्मद्य-सं० (पु०) 1 मस्ती 2 अभिमान
जिससे द्रव्य का बोध हो; ~ वान् (वि०) द्रव्यवाला दौर्य-सं० (पु०) दूरता, दूरी
द्रव्यत्व-सं० (पु०) द्रव्यता दौर्दि-सं० (पु०) 1 बुरे हृदय का व्यक्ति 2 दुष्ट स्वभाव | द्रव्यार्जन-सं० (पु०) धन कमाना, धनोपार्जर 3 दुर्भाव, द्वेष
द्रष्टव्य-सं० (वि०) 1 दिखाई पड़नेवाला, दृष्टिगोचर 2 दर्शनीय दौलत-अ० (स्त्री०) धन-संपत्ति। खाना + फ़ा० (पु०) | 3 निरीक्षण किए जाने योग्य 4 कर्तव्य
1 संपत्ति गृह 2 निवास स्थान; ~मंद + फ़ा० (वि०) द्रष्टा-I सं० (वि०) 1 देखनेवाला 2 दिखलानेवाला II (पु०) मालदार, धनवानः ~मंदी + फ़ा० (स्त्री०) धनाढ्यता । साक्षी दौहित्र-सं० (पु०) = दुहता (स्त्री०-दौहित्री)
द्राक्षा-सं० (स्त्री०) अंगूर। ~शर्करा (स्त्री०) अंगूर के रस धु-सं० (पु०) 1 दिन, दिवस 2 आकाश
से बनी चीनी, ग्लूकोज धुति-सं० (स्त्री०) 1 चमक 2 कांति 3 लावण्य, सुंदरता, छवि | द्राक्षासव-सं० (पु०) अंगूर का अर्क द्युतिमा-सं० (स्त्री०) 1 प्रकाश, रोशनी 2 चमक 3 तेज । द्राधिमा-सं० (स्त्री०) दीर्घता, लंबाई द्युतिमान्-सं० (वि०) 1 प्रकाशवाला 2 चमकदार द्राण-[ सं० (वि०) 1 भागा हुआ 2 सोया हुआ II (पु०) धूत-सं० (पु०) जुआ। ~कार (वि०) जुआरी
1 भागना, पलायन 2 सपना, स्वप्न द्योतक-सं० (वि०) 1 द्योतन करनेवाला 2 प्रकाश करनेवाला
द्राव-सं० (पु०) 1 बहना 2 रसना 3 पिघलना, गलना 3 प्रकट करनेवाला 4 व्यक्त करनेवाला
4 अनुताप, पछतावा द्योतन-[ सं० (पु.) 1 प्रकाश करना 2 दिग्दर्शन 3 व्यक्त द्रावक-सं० (वि०) 1 द्रवीभूत करनेवाला 2 पिघलानेवाला करना 4 प्रकट करना II (वि०) चमकीला, प्रकाशमान
3 दया-भाव उत्पन्न करनेवाला धोतनिका-सं० (स्त्री०) ग्रंथ की टीका, व्याख्या द्रावण-सं० (पु०) 1 द्रवीभूत करना 2 गलाना, पिघलाना घोतित-सं० (वि.) 1 प्रकाशित 2 व्यक्त किया हुआ
द्राविड-सं० (वि०) = द्रविड़ द्रमिल-सं० (पु०) तमिल देश का पुराना नाम
द्राविडी-[सं० (वि०) द्रविड़ संबंधी II (स्त्री०) द्रविड़ प्रदेश द्रव-[सं० (वि०) 1 तरल 2 गीला, आर्द्र, तर 3 पिघला हुआ
की स्त्री II (पु०) 1 द्रव पदार्थ 2 आसव 3 रस। ~गति विज्ञान द्रावित-सं० (वि०) 1 द्रव किया हुआ 2 गलाया हुआ 3 दयाई (पु०) जल आदि की गति से संबंधित विज्ञान; ~चालित | किया हुआ (वि०) पानी आदि से चलाया जानेवाला; ता (स्त्री०) = | द्रुत -I सं० (वि०) 1 शीघ्रतापूर्वक आगे बढ़नेवाला, पिघला
किया आ