________________
दहरे-दहरे
388
नाव
दहरे-दहरे-(क्रि० वि०) दहड़-दहड़
ओर III (पु०) 1 टीला 2 पर्वत श्रेणी, शिखर IV (पु०) दहल-(स्त्री) 1 डर से काँपना 2 थर्राना (जैसे-शेर की दहाड नगाड़ा, डंका से जी दहलना)
दाँज-(स्त्री०) बो० 1 तुलना, बराबरी 2 स्पर्धा, होड़ दहलना-(अ० क्रि०) 1 डर से काँपना 2 थर्राना (जैसे-शेर की दाड़ना-(स० क्रि०) 1 सज़ा देना 2 अर्थ दंड लगाना दहाड़ से जी दहलना)
दाँडा-मेड़ा-(पु०) 1 परस्पर अत्यंत समीप 2 अनबन, झगड़ा दहला-I (पु०) दस रंगीन चिह्नोंवाला ताश का पत्ता (जैसे-पान दांडिक-I सं० (पु०) जल्लाद II (वि०) दंड देनेवाला का दहला) II बो० (पु०) थाँवला, थाला
दाँत-(पु०) 1 रीढ़वाले प्राणियों के मुख में अर्धचंद्राकार रूप में दहलाना-(स० क्रि०) डराकर कँपा देना
पंक्तिबद्ध छोटे-छोटे अस्थिखंड, दंत (जैसे-दाँत से काटना, दहलीज़-फा० (स्त्री०) देहरी, डेहरी, देहली (जैसे-दहलीज़ पर | दाँत से दबाना) 2 आरी, कंघी आदि का दाँता। ~(घनी कदम रखना)
(स्त्री०) पहला दाँत निकलने पर बाँटी जानेवाली पोस्ते की दहशत-अ० (स्त्री०) आतंक, भय। ~गर्द + फ़ा० (वि०) घुघनी; दर्द + फ़ा० (पु०) दंत पीड़ा; दार + फ़ा० डरावना, भयानक; ~गर्दी + फ़ा० (स्त्री०) भयानकता; (वि०) आरीदार, कांटेदार (जैसे-दाँतदार पहिया, दाँतदार
-ज़दा + फ़ा० (वि०) डरा हुआ, भयभीत; नाक + कंघा); पीड़ा + सं० (स्त्री०) = दाँत दर्द; विज्ञान + फ्रा० (वि०) भयानक, डरावना
सं० (पु०) दंत चिकित्सा शास्त्र साज़ + फ़ा० (पु०) दहसनी-फा० + अ० + फ़ा० (स्त्री०) ऐसी बही जिसमें कृत्रिम दाँत बनानेवाला डाक्टर; काटी रोटी प्रगाढ़ मित्रता, दस-दस संवतों का हिसाब अलग-अलग किया जाता गाढ़ी दोस्ती; काढ़ना गिड़गिड़ाना; किरकिरे होना हार
मानना; ~कुरदने को तिनका न रहना पास में कुछ भी न दहा-फा० (पु०) 1 ताजिया 2 मुहर्रम का समय
रहना; खट्टे करना 1परास्त करना, हराना 2 नाक में दम दहाई-(स्त्री०) दाहिनी ओर से दूसरा स्थान (जैसे-बीस में दहाई करना, बहुत तंग करना; ~गड़ना बहुत लालायित होना; का अंक दो है)
-चबाना दे० दाँत पीसना; तले उँगली दबाना दे० दाँतों दहाड़-(स्त्री०) 1 गर्जन (जैसे-सिंह की दहाड़) 2 ज़ोर की उँगली काटना; तोड़ना परास्त करना; दिखाना घुड़कना; चिल्लाहट (जैसे-दहाड़ मार कर रोना)। ~मारकर रोना
--निकालना, निपोरना 1 गिड़गिड़ाना 2 व्यर्थ हँसना ज़ोर-ज़ोर से रोना
32 बोल देना; पर मैल न होना अत्यंत दरिद्र होना, दहाड़ना-(अ० क्रि०) 1 गरजना 2 चिल्ला-चिल्लाकर रोना अकिंचन होना; -पीसना अत्यधिक क्रुद्ध होना; -बैठना 3 डपटकर बोलना (जैसे-दारोगा का दहाड़ना सुनकर चोर भाग
बेहोशी के कारण दाँतों का सट जाना, मुँह न खुल पाना; निकला)
लगाना हड़पने की ताक में रहना; दाँतों उँगली काटना दहाना-फा० (पु०) 1 बड़ा और चौड़ा मुँह 2 मशक का मुँह आश्चर्य में पड़ जाना, दंग रहना; दाँतों पसीना आना 3 पनाला, मोरी 4 नदी का मुहाना
अत्यधिक श्रम पड़ना; दाँतों में जीभ-सा होना प्रतिपल दहार-I बो० (पु०) 1 प्रांत, प्रदेश 2 गाँव के आस-पास की शत्रओं के बीच रहना; दाँतों में तिनका गहना दीन भाव से ज़मीन II (स्त्री०) दहाड़
प्रार्थना करना; से उठाना कंजूसी से एकत्र करना दहिजरा-(वि०) तनजला (गाली)
दांत-[सं० (वि०) 1 दबाया हआ 2 वश में किया हुआ दहिने-(क्रि० वि०) 1 दाहिने हाथ की ओर (जैसे-इस मकान | 3 जितेन्द्रिय II 1 दाँत का बना हआ 2 दाँत का
के दहिने एक कूआँ है) 2 अनुकूल रहकर (जैसे-अधिकारी दाँता-(पु०) दाँत सा बड़ा एवं नुकीला सिरा, दंदाना । के दहिने रहना)
__-किटकिट, किलकिल (स्त्री०) तकरार, तू-तू-मैं मैं दहियल-बो० (पु०) - दहला |
दाँती-I (स्त्री०) हँसियाँ || नाव बाँधने का बँटा III दंतावली, दही-(पु०) जामन डालकर जमाया दूध (जैसे-दही जमाना, । बत्तीसी दही जमना)। बड़ा (१०) दही में पड़ा हआ बडा: दही दॉना-(स० क्रि०) फसल के बीज अलग करना. दाने अलग करना बेचने हेतु प्रचार करना
करना दहेंगर-(पु०) दही का मटका
दांपतिक, दांपत्य-[ सं० (वि०) दंपती-संबंधी (जैसे-दांपत्य दहेज़-अ० (पु०) विवाह के अवसर पर कन्या पक्ष द्वारा वर प्रेम, दांपत्य कहा-सुनी) II (प.) 1 दंपती होने की अवस्था
पक्ष को दिया जानेवाला धन, रुपया आदि, दायज़ा, दाय 2 पति-पत्नी का संबंध। -जीवन (पु०) पति-पत्नी का दहेला-1 (वि०) जला हुआ, दग्ध 2 दुखी. संतप्त
जीवन; संबंध (पु०) पति-पत्नी का रिश्ता; दहेला-II (वि०) 1 भीगा हुआ, आई 2 भोग किया हुआ, ~~संबंध-विच्छेद (पु०) तलाक, डाइवोर्स भोगा हुआ
दांभिक-सं० (वि०) 1 दंभवाला, घमंडी 2 पाखंडी 3 वंचक, दहोतरसौ-(पु०) सौ से दम ऊपर की संख्या, एक सौ दस की ठग संख्या, 110
दाँय-[ (स्त्री०) बो० बंदूक, तोप आदि छूटने का शब्द दह्य-मं० (वि०) जल सकने योग्य
__ II (स्त्री०) =वरी दह्यमान-सं० (वि०) जलता हुआ
दाँव-(पु०) 1 दफ़ा, बार, मर्तबा (जैसे-दो दाँव का खेल) दाँ-बो० (पु०) दफा, बार, बारी
2 पारी, बारी (जैसे-हम दो दाँव से जीत गए) 3 खेलने की दाँग-I फ़ा० (स्त्री०) छः रत्ती की तौल II फ़ा० (स्त्री०) दिशा, | पारी, अवसर (जैसे-अब हमारा दाँव है) 4 हाथ (जैसे-जए में