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तक़दीरी
भाग्यवान्। -आज़माना भाग्य के ~ का खेल भाग्य का करिश्मा -जागना भाग्य का उदय होना; होना
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तक़दीरी - अ० (वि०) भाग्य संबंधी तकना-I बो० (स० क्रि०) 1 ताकना, देखना 2 ताक में रहना 3 आसरा देखना, प्रतीक्षा करना 4 बुरी दृष्टि से देखना 5 शरण लेना Il ( पु० ) बुरी दृष्टि से देखनेवाला व्यक्ति तकनीक -अं (स्त्री०) प्रविधि शिल्प विज्ञान तकनीकी-अंग हिं० (वि०) प्राविधिक, शिल्पक तकबीर - अ० ईश्वर की प्रशंसा
भरोसे कोई काम करना; का धनी भाग्यवान्; फूटना किस्मत खराब
तकब्बुर - अ० ( पु० ) अभिमान
तकमील - अ० (स्त्री०) समाप्ति 2 पूर्णता (जैसे तकमील को
पहुँचना )
तकरार - अ० (स्त्री०) 1 झगड़ा 2 विवाद 3 कहा-सुनी तकरारी - अ० (वि०) 1 तकरार संबंधी 2 तकरार करनेवाला,
झगड़ालू
तक़रीब - अ० (स्त्री०) 1 समीपता 2 वजह 3 विवाह आदि संबंधी जलसा, उत्सव
+
तक़रीबन-अ (अ०) करीब-करीब, लगभग
तक़रीर - अ० (स्त्री०) 1 बातचीत, बोलना 2 भाषण, वक्तृता तकरीरी-अ हिं० (वि०) मौखिक तक़र्रुरी -अ० तकला - (पु० ) सूत कातने और लपेटने के काम आनेवाली चर्खे से लगी लोहे की सलाई, टेकुआ
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फ़ा० (स्त्री०) नियुक्ति
तकली - (स्त्री०) 1 छोटा तकला 2 बिना चर्खे के सूत कातने और लपेटने का एक आला
तक़लीद-अ० (स्त्री०) नकल, अनुकरण. तकलीफ़ - अ० (स्त्री०) 1 दुःख, कष्ट 2 विपत्ति, संकट (जैसे- तकलीफ़ में परेशान होना) । देह फ़ा० (वि०) कष्ट दायक
+
तकल्लुफ़ - अ० (पु० ) 1 शिष्टाचार, बनावट, औपचारिकता तकल्लुफ़ाना-अ फ़ा० (वि०) औपचारिक तकवा - (पु० ) तकला तक़सीम-अ० (स्त्री०) 1 बाँटने की क्रिया, बँटाई, बँटवारा
2 ग० भाग देना। नामा + फ़ा० (पु० ) विभाजन पत्र तक़सीमी-अ + फ़ा० (वि०) 1 बँटवारे का 2 भाग देने का तक़सीर- अ० (स्त्री० ) 1 अपराध, कसूर 2 चूक, भूल । ~मंद (वि०) अपराधी, दोषी
तकाई - (स्त्री०) ताकने की क्रिया
तक़ाज़ा - अ० (पु० ) 1 तगादा, पावना, माँगना 2 इच्छा 3 आवश्यकता 4 आदेश 5 अनुरोध
तकाना - 1 (स० क्रि०) दिखाना तक़ावी- अ० (स्त्री०) किसानों को सरकार द्वारा दिया जानेवाला
ऋण
तकिया - फ़ा० ( पु० ) 1 रुई से भरी बड़े मुँह की थैली, बालिश 2 छज्जे में रोक के लिए लगाई जानेवाली पत्थर की पटिया 3 विश्राम स्थान 4 आश्रय, सहारा 5 फकीर का डेरा। ~कलाम + अ० (पु०) सखुन तकिया; ~गाह (स्त्री० ) फकीर के रहने की जगह; ~दार (पु० ) तकिया में रहनेवाला
फकीर, तकियानशीन तकुआ, तकुला, तकुवा - तक्र-सं० (पु० ) छाछ मट्ठा,
= तकला
पिंड (पु० ) छेना; प्रमेह
(पु० ) छाछ की तरह पेशाब आने का रोग तक्षक-सं० 1 (पु० ) सर्प, साँप II (वि०) 1 तक्षण करनेवाला 2 लकड़ी आदि की मूर्ति बनाना
तक्षण-सं० (पु० ) लकड़ी काटना। कृति (स्त्री०) काटकर बनाई गई मूर्ति
तक्षणी - (स्त्री०) रंदा
तक्षित सं० (वि०) काटा हुआ
तक्षी - सं० ( पु० ) 1 बढ़ई 2 हलका होना तख़फ़ीफ़ - अ० (स्त्री०) 1 कमी, न्यूनता तखमीनन-अ ( क्रि० वि०) अंदाज़ से अटकल से,
तग़ाफ़ुल
(पु० )
अनुमानतः तख़मीना-अ० (पु० ) 1 अंदाज़ा 2 खर्च का अंदाज़ा
3 अटकल
तख़लिया-अं० (पु० ) 1 निर्जन स्थान 2 तनहाई 3 खाली
करना
तख़ल्लुस - फ़ा० (पु० ) कवि या लेखक का उपनाम तखान - ( पु० ) तक्षण, बढ़ई
तख़ैयुल - अ० (पु० ) कल्पना तख़्त-फ़ा० (पु०) 1 राजसिंहासन 2 तख़्तों की बनी बड़ी चौकी। गाह (स्त्री०) राजधानी; ताऊस अ० (पु० ) मोर के आकार का बना हुआ प्रसिद्ध सिंहासन नशीन (वि०) जो राजसिंहासन पर बैठा हो, सिंहासनारूढ़ ~नशीनी (स्त्री०) राज सिंहासन पर बैठना, राज्यारोहण; पोश (पु०) तख़्त पर बिछाने की चादर बंदी (स्त्री०) तख़्त की बनी दीवार: -बख़्त (पु० ) राज्य और सौभाग्य (आशीर्वाद); खाँ (पु० ) 1 बड़ी चौकी 2 उड़न खटोला 3 वह तख़्त जिसपर बादशाह सवार होकर निकलता था; - उलटना एक राजा को गद्दी से हटाकर दूसरे को बैठाना; --की रात वधू की सुहागरात
तख़्ता- फा० (पु० ) 1 ऊँची चौकी 2 लकड़ी का लंबा और कम मोटा चौकोर टुकड़ा, पल्ला 3 अरथी टिकटी। ए नर्द (पु० ) शतरंज खेलने का तख्ता; पुल (पु० ) काठ की पटरियों को बिछाकर बनाया गया पुल, स्याह (पु० ) श्यामपट, ब्लेक बोर्ड- -उलटना बना काम बिगाडना तख़्ती-फा० + हिं० (स्त्री०) 1 छोटा तख़्ता 2 काठ की छोटी पटिया
तख़्तोताज - फ़ा० (पु० ) राज सिंहासन और राजमुकुट, राज्य तगड़ा - (वि०) 1 मज़बूत एवं हट्टा-कट्टा 2 अच्छा, बड़ा और भारी 3 अधिक प्रबल, सशक्त
तगण-सं० (पु० ) गुरु और लघु मात्रा का गण, 55 1 तगना- (अ० क्रि०) तागों से भरा जाना, तागा जाना तगमा-तु० (पु०) दे० तमग्रा
तगाई - (स्त्री०) 1 तागने की क्रिया 2 तागने की मज़दूरी (जैसे-लिहाफ की तगाई)
=
तगाड़ - फ़ा० (पु० ) तगार तगादा - अ० (पु० ) - तक़ाज़ा
तग़ाफ़ुल - अ० ( पु० ) ध्यान न देना, उपेक्षा, गफ़लत