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ताक्र
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तात्त्विक
3 अचल दृष्टि 4 खोज, टोह। झाँक (स्त्री०) 1 छिपकर ताज़ीर-अ० (स्त्री०) दंड, सज़ा बुरी नियत से ताकने की क्रिया 2 रह-रहकर ताकने की क्रिया ताज़ीरात-अ० (पु०) दंडविधियों का संग्रह, दंडसंहिता ताक़-I अ० (पु०) ताखा, आला
ताज़ीरी-अ० + फ़ा० (वि०) 1 दंड विधान संबंधी ताक-II अ० (वि०) 1 अकेला 2 अद्वितीय, निरुपम 3 जो दो 2 दंडस्वरूप। पुलिस (स्त्री०) उपद्रवग्रस्त स्थान पर तैनात से अविभाज्य हो, विषम। चा +फा० (पु०), जुपत +
पुलिस फ्रा० (पु०) कौड़ियों से खेला जानेवाला जूस नामक खेल ताजुब-अ० (पु०) तअज्जुब ताकत-अ० (स्त्री०) 1 बल, शक्ति (जैसे-ताक़त आ जाने ताटंक-सं० (पु०) 1 कान का एक आभूषण 2 एक छंद जिसमें पर) 2 साहस (जैसे-फ़ौजी ताक़त)। ~आज़माई + फ़ा० ___ 30 मात्राएं होती हैं अंत में भगण (जा) (स्त्री०) बल परीक्षण; ~वर + फा० (वि०) बलवान्, ताटस्थ्य-सं० (पु०) तटस्थता शक्तिशाली;
ताड़-(पु०) एक बहुत ऊँचा और लंबा पेड़ जिसमें शाखाएँ नहीं ताकना-(स० क्रि०) 1 देखना 2 ध्यानपूर्वक देखना 3 कुदृष्टि होती तथा इसी का मादक रस ताड़ी कहलाता है डालना 4 अवसर की प्रतीक्षा में रहना 5 समझना 6 रखवाली | ताड़-(स्त्री०) भाँप। बाज़ + फ़ा० (वि०) ताड़नेवाला भाँप करना
लेने वाला ताका-(वि०) तिरछे ताकनेवाला। ~झाँकी (स्त्री०) = ताड़क-(वि०) ताड़ना करनेवाला ताक-झाँक
ताड़न-सं० (पु०) 1 मारना-पीटना 2 डाँट-डपट 3 दंड, सज़ा ताकि-फ़ा० (अ०) इसलिए कि
4 गुणा करना ताकीद-अ० (स्त्री०) बार-बार चेताने की क्रिया, आग्रह ताड़ना-I (स० क्रि०) 1 मारना-पीटना 2 डाँटना-डपटना ताग-(पु०) तागा
ताड़ना-II (स० क्रि०) भाँपना, समझना तागड़ी-(स्त्री०) करधनी, क्षुद्रघंटिका
ताड़ना-III सं० (स्त्री०) 1 मार 2 आघात 3 मारने-पीटने की तागना-(स० क्रि०) 1 सीना (जैसे-गद्दा तागना) 2 पिरोना, क्रिया 4 डाँट-डपट बखिया करना
ताड़नीय-सं० (वि०) दंडनीय ताग-पाट-(पु०) विवाह के समय पहना जानेवाला एक गहना ताडूय-सं० (वि०) जिसे डॉटा या पीटा जा सके जिसे वर का बड़ा भाई वधू को पहनाता है
ताड़ित-सं० (वि०) 1 जिसे मार पड़ी हो 2 जिसे दंड मिला हो. तागा-(पु०) सूत, डोरा
___ दंडित 3 जिसे डाँटा गया हो ताज-फा० (पु०) । राजा का मुकुट 2 कलगी 3 ताजमहल का ताड़ी-I (स्त्री०) ताड़ के वृक्ष से निकलनेवाला सफेद मादक
संक्षिप्त नाम 4 छज्जा 5 बुर्जी 6 कलगी, शिखा। - दार I । रस। खाना + फ़ा० (पु०) देशी शराब घर (वि०) 1 ताज के ढंग का 2 जिसमें ताज की सी आकृति हो | ताड़ी-II (स्त्री) 1 समाधि, ध्यान 2 तारी (जैसे-ताजदार कँगूरा) II (पु०) बादशाह; --पोशी तात-[सं० (पु) 1 पिता 2 आदरणीय व्यक्ति 3 प्रयोग किया (स्त्री०) 1 राज्याभिषेक 2 ताज धारण करते समय का उत्सव: जानेवाला संबोधन II (वि०) 1 पूज्य 2 प्रशस्त ~महल + अ० (पु०) शाहजहाँ की बेगम मुमताजमहल का तात-(वि०) तप्त, गरम आगरा में बना भव्य एवं विशाल मकबरा
तातगु-सं० (पु०) चाचा ताजक-फ़ा० (पु०) । ज्योतिष का अरबी में लिखित एक ग्रंथ ताता-बोठ (वि०) 1 तपा हुआ 2 तपाया हुआ 2 एक ईरानी जाति
ताताथेई-(स्त्री) 1 नृत्य में विशेष प्रकार से पैर रखने के बोल ताज़गी-फ़ा० (स्त्री०) 1 ताज़ा होने का भाव 2 नयापन 2 नाच, नृत्य ताज़न-(पु०) 1 उत्तेजन देनेवाली वस्तु 2 दे० ताज़ियाना । तातार-फा० (पु०) मध्य एशिया का एक प्रदेश ताज़ा-फ़ा० (वि०) 1 हरा-भरा 2 जो माया न हो 3 तुरंत का तातारी-I फ़ा० (वि०) 1 तातार प्रदेश में होनेवाला तैयार किया हुआ (जैसे-ठंडा एवं ताज़ा शर्बत) 4 तुरंत का
2 तातार-प्रदेश संबंधी || (पु०) तातार प्रदेश का निवासी निकाला हुआ (जैसे-ताज़ा दूध) 5 तुरंत का तोड़ा हुआ III (स्त्री०) तातार प्रदेश की भाषा (जैसे-ताज़ा आम)। दम (क्रि० वि०) नए उत्साह के | तातील-अ० (स्त्री०) छुट्टी का दिन साथ
तात्कालिक-सं० (वि०) 1 तत्काल का, तरंत का ताजिंदगो-फ़ा० (क्रि० वि०) आजीवन
(जैसे-तात्कालिक आवश्यकता) 2 उसी समय का ताज़िया-अ० (पु०) मकबरे का वह ढाँचा जिसमें इमाम हुसैन । (जैसे-तात्कालिक समस्या) की कब्र दिखाई जाती है
तात्क्षणिक-सं० (वि०) 1 उस पल का, उस काल का 2 तुरंत ताज़ियाना-फा० (पु०) कोड़ा, चाबुक ताजिर-अ० (पु०) सौदागर, व्यापारी
तात्पर्य-सं० (पु०) अभिप्राय, आशय, मंशा (जैसे-तात्पर्य ज्ञात ताज़ी-[फा० (वि०) अरबी, अरब का II (पु०) 1 अरबी करना)
घोड़ा 2 शिकारी कुत्ता ।। (स्त्री०) अरबी भाषा तात्पर्यक-सं० (वि०) आशयवाला, अभिप्राय वाला ताजीक-फा० (वि०) ताजिक
तात्पर्यार्थ-सं० (पु०) वाक्यार्थ एवं शब्दार्थ से भिन्न अभिप्रेत ताज़ीम-अ० (स्त्री०) 1 दूसरे को बड़ा समझना 2 आदर भाव __ अर्थ 3 सलाम
| तात्त्विक-सं० (वि०) ! तत्त्व संबंधी 2 वास्तविक, यथार्थ