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तस्करी
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ताक
व्यापार (पु०) अवैध रूप से माल मँगाने एवं भेजने का अधीन रहता है 2 तहसीलदार का कार्यालय 3 मालगुजारी व्यापार; व्यापारी (पु०) तस्करी करनेवाला
वसूल करना। दार + फ़ा० (पु०) 1 तहसील का प्रधान तस्करी-सं० + हिं० (स्त्री०) 1 चोरी 2 टैक्स की चोरी 3 चोरी अधिकारी 2 लगान वसूल करनेवाला अधिकारी; दारी +
से सीमा पर माल ले जाने की क्रिया (वि०) 1 तस्कर संबंधी फ़ा० (स्त्री०) तहसीलदार का पद व काम 2 चोरी से लाया हुआ (जैसे-तस्करी का माल) तहसीलना-अ० - हिं० (स० क्रि०) वसूल करना, उगाहना तस्करी-|| सं० (स्त्री०) 1 चोर की स्त्री 2 चोरी करनेवाली स्त्री, | तहाँ-(क्रि० वि०) उस स्थान पर, वहाँ (जैसे-जहाँ-तहाँ घूमना) चोरनी
तहाना-(स० क्रि०) तह करना, परतें लगाना तस्फिया-अ० (पु०) 1 फैसला 2 सुलह । नामा । फ़ा० तहाशा-अं० (पु०) 1 परवाह 2 डर, भय (पु०) निर्णय पत्र
तहियाना-बो० (स० क्रि०) - तहाना तह-फा० (स्त्री०) । परत (जैसे-चादर की चार तह लगाना) | तहेदिल-फ़ा० (वि०) अंतर्मन 2 नीचेवाला भाग, स्तर (जैसे-गिलास की तह में मिट्टी जमी । तहैया-अ० (पु०) दृढ़ निश्चय है) 3 पानी के नीचे की ज़मीन, तल । खाना (पु०) ज़मीन तहोबाला-फ़ा० (पु०) उलट-पलट के नीचे बना कमरा; दरज़ (वि०) जिसकी तह न खुली हो, ताँगा-(पु०) पीछे की ओर लटकी एक प्रकार की गाड़ी जिसमें बिल्कुल नया; दार (वि०) तहवाला (जैसे-तहदार कोट); ___ एक घोड़ा जोता जाता है
देगी (स्त्री०) खरचन; - नशीन (वि०) नीचे बैठनेवाली; ताँगेवाला-(पु०) ताँगा रखनेवाला निशाँ (पु०) तलवार के कब्जे पर होनेवाला सोने आदि | तांडव-सं० (पु०) 1 शिव का उग्र नृत्य 2 उग्र तथा औद्धत्यपूर्ण का काम; ~पेंच (पु०) पगड़ी के नीचे सिर में लपेटा क्रिया कलाप 3 पुरुषों का नृत्य। नृत्य (पु०) 1 शिव का जानेवाला कपड़ा; ~पोश (पु०) पेटीकोट, साया; बंद उग्र नाच 2 रौद्र रूप
पु०) लुंगी; बाज़ारी (स्त्री०) हाट, बाज़ार, सट्टी आदि में तांडवी-सं (स्त्री०) संगीत का एक ताल दुकान लगानेवालों से लिया जानेवाला कर; ~करना चौपरत | ताँत-(स्त्री०) 1 पशुओं के चमड़े या नसों को बटकर बनाई गई करना; चढ़ाना, ~देना स्तर चढ़ाना, लेप लगाना; | डोरी 2 धनुष की डोरी 3 जुलाहों का राछ नामक औज़ार
तोड़ना मूल आधार नष्ट करना; ~की बात 1 दिल की ताँतड़ी-(स्त्री०) ताँत बात 2 तत्व की बात तहे दिल से सच्चे दिल से (जैसे-तहे ताँता-(पु०) 1 लगातार चलते रहनेवाला क्रम (जैसे-वर्षा का दिल से चाहना)
ताँता लगना) 2 सिलसिला, अट्रट 3 कतार (जैसे-ताँता तहक़ीक़-अ० (स्त्री०) 1 असलियत, सत्यता 2 यथार्थता की | बाँधना) जाँच-पड़ताल 3 जिज्ञासा, पूछ-ताछ
ताँतिया-(वि०) 1 ताँत संबंधी 2 ताँत की तरह क्षीणकाय एवं तहक़ीक़ात-अ० (स्त्री०) जाँच-पड़ताल
लंबा तहज़ीब-अ० (स्त्री०) सभ्यता, शिष्टता। ~याफ्ता +फ़ा० । ताँती-I (स्त्री०) 1 कतार, पंक्ति 2 सिलसिला (वि०) सभ्य, शिष्ट
ताँती-II (पु०) 1 जुलाहा 2 जुलाहों की राछ तहज्जी-अ० (स्त्री०) वर्तनी, अक्षर उच्चारण
तांत्रिक-सं० (वि०) 1 तंत्र शास्त्र का ज्ञाता तहत-अ० (पु०) 1 अधीनता, मातहती 2 अधिकार, वश तांबरा-(पु०) जाड़ा देकर आनेवाला एक बुखार तहमद-फ़ा० (पु०) - तहबंद
ताँबा-(पु०) लाल रंग की एक प्रसिद्ध धातु । तहमैदानी-फ़ा० (पु०) मैदान की सतह
ताँबिया-(वि०) 1 ताँबे का बना हआ 2 ताँबे के रंग का 3 ताँबे तहम्मुल-अं० (पु०) सहनशीलता
से संबंध रखनेवाला तहरी-(स्त्री०) चने, मटर, पेठे आदि मिलाकर बनाई गई | ताँबी-(स्त्री०) 1 छोटी ताँबिया 2 ताँब की बनी करछी खिचड़ी (जैसे-तहरी पकाना)
तांबूल-सं० (पु०) = तंबोल, पान तहरीक-अं० (स्त्री०) 1 प्रस्ताव 2 उत्तेजन, उकसाना तांबूली-सं० + हिं० (पु०) तँबोली 3 आंदोलन
ताँवरना-(अ० क्रि०) 1 तप्त होना 2 ज्वर के कारण शारीरिक तहरीर-अं० (स्त्री०) 1 लिखावट, लिखाई 2 लिखी हुई बात तापमान अधिक होना, बुखार होना 3 बिगड़ना, नाराज़ होना
3 लिखा हुआ काग़ज़, लेख्य 4 लिखने की उजरत, पारिश्रमिक ____4 बेसुध होना तहरीरी-अ० + फ़ा० (वि०) लिखा हुआ, लिखित ताँसना-बो० (स० क्रि०) 1 डराना 2 डाँटना 3 धमकाना 4 तंग तहलका-अ० (पु०) 1 उत्पात, उपद्रव 2 खलबली, हलचल ___ करना, दुःखी करना
(जैसे-हत्या हो जाने से नगर में तहलका मच गया) ताई-(स्त्री०) पिता के बड़े भाई की पत्नी तहलील-अ० (स्त्री०) अभिशोषण, हज़म
ताईद-I अ० (स्त्री०) 1 पक्षपात, तरफ़दारी 2 समर्थन, पुष्टि तहवील-अ० (स्त्री०). 1 बदलना 2 हवाले करना 3 अमानत, ___II (पु०) 1 मुंशी 2 नायब धरोहर 4 रकम रखने की जगह । ~दार +फ़ा० (पु०) ताऊ (पु०) पिता का बड़ा भाई। -बछिया का ताऊ अत्यंत खजांची; ~दारी + फ़ा० (स्त्री०) खजांची का काम मूर्ख व्यक्ति तहस-नहस-(वि०) नष्ट-भ्रष्ट, बर्बाद (जैसे-तहस-नहस | ताऊन-अ० (पु०) प्लेग ।
ताऊस-अ० (पु०) मोर, मयूर (जैसे-तख़्तताऊस) तहसील-अ० (स्त्री०) 1 ज़िले का वह भाग जो तहसीलदार के | ताक-(स्त्री०) 1 अवसर की प्रतीक्षा, घात 2 ताकने की क्रिय
करना)