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भाव
ताबीज़ तात्स्थ्य
359 3 तत्व से युक्त (जैसे-तात्विक पदार्थ)। विज्ञान (पु०) | तीन प्रकार के दुःख आधिभौतिक आधिदैविक, आध्यात्मिक = तत्व मीमांसा
दायक (वि०) गर्मी पहुँचानेवाला 2 दुःख देनेवाला तास्थ्य-सं० (पु०) एक वस्तु में दूसरी वस्तु के स्थित रहने का | -दीप्त (वि०) गर्मी से चमकता हुआ; नाभिकीय
(वि०) 1ऊष्मा केंद्रीय 2 परमाणवीय; पारमाणविक ताथेई-(स्त्री०) दे० ताताथेई
(वि०) = ताप नाभिकीय; बिजलीघर + हिं० (पु.) नादर्थ्य-सं० (पु०) 1 समानार्थ होने की अवस्था 2 अर्थ की। ईंधन की गर्मी से बिजली उत्पन्न करने का स्थान; ~मान
एक-रूपता 3 उद्देश्य की समानता 4 उद्देश्य, प्रयोजन (१०) थर्मामीटर द्वारा मापी गई ताप की मात्रा (जैसे-शरीर का तादात्मय-सं० (पु०) 1 तल्लीनता 2 एक जान होना तापमान 98.6° है); ~मानयंत्र (पु०) थर्मामीटर; तादाद-अ० (स्त्री०) संख्या, जोड़ (जैसे-आदमियों की तादाद मापक, ~मापी (वि०) ताप नापनेवाला (जैसे-ताप ज्यादा है)
मापक यंत्र); ~रोधक (वि०) = ताप अवरोधक; लहरी तादृश-सं० (वि०) उसके समान, वैसा
+ हिं० (स्त्री०) = ताप तरंग; लेखी (पु०) वह ताप ताधर्म्य-सं० (पु०) वैसा ही गुण-धर्म
मापक यंत्र जिसमें ताप का घटना-बढ़ना स्वयं अंकित हो जाता ताधा-(स्त्री०) दे० ताताथेई
है; विकिरण (पु०) ताप लहरियों का एक केंद्र से चारों तान-सं० (स्त्री०) 1 संगीत में स्वर का विस्तार 2 तानने की ओर फैलना; वियत स्टेशन + अंक (पु०) = ताप क्रिया, खिंचाव 3 समुद्र की तरंग, लहर। ~कर्म (पु०) बिजलीघर; ~शक्ति (स्त्री०) ईंधन आदि से उत्पत्र बिजली%B 1 स्वरसाधना 2 आलाप तरंग (स्त्री०) अनेक प्रकार की ~सह (वि०) जिसमें अधिक ताप सहने की क्षमता तानों का संगीत तानना-(स० क्रि०) 1 फैलाना 2 खींचकर कड़ा करना 3 खड़ा तापक-I सं० (वि०) 1 ताप उत्पन्न करनेवाला, तापोत्पादक
करना 4 खिंचाव पैदा करना 5 मारने के लिए अस्त्र आदि । 2 कष्ट देनेवाला II (पु०) 1 ज्वर, बुखार 2 गर्मी उत्पत्र उठाना (जैसे-धनुष तानना, हाथ तानना) । तानकर सोना करनेवाला यंत्र निश्चिंत होकर सोना
तापकी-सं० (वि०) ताप उत्पन्न करनेवाला तानपूरा-(पु०) सितार की तरह का एक बाजा
तापन-[ सं० (वि०) 1 गर्मी देनेवाला 2 दुःख देनेवाला तानव-सं० (पु०) कृशता, दुबलापन
II (पु०) 1 तपाने की क्रिया 2 सूर्य, सूरज ताना-I अ० (पु०) व्यंग्यपूर्ण चुटीली बात (जैसे-ताना मारना, - तापना-I (अ० क्रि०) आँच से शरीर गरमाना II (स० क्रि०)
ताना देना)। ~मेहना + हिं० (पु०) उपालंभ, शिकायत 1 धूनी आदि के सामने बैठकर ताप सहना 2 जलाना 3 नष्ट ताना-II (स० क्रि०) 1 तपाना 2 परीक्षा के लिए तपाना करना 3 संतप्त करना
तापस-सं० (पु०) साधु, तपस्वी ताना-III (पु०) 1 करघे में लंबाई के बल फैलाया गया स्त तापसिक-सं० (वि०) तप से संबंधित 2 तानी हुई वस्तु 3 तानने की क्रिया 4 कालीन दरी आदि बनने तापसी-I सं० (वि०) 1 तापस संबंधी 2 तपस्या संबंधी का करघा। ~पाई (स्त्री०) घूम-फिरकर आते-जाते रहना; II (स्त्री०) 1 तपस्विनी 2 तपस्वी की स्त्री। स्वेद (पु०)
बाना (पु०) लंबाई के बल ताने और चौड़ाई के बुने गरमी पहुंचाकर उत्पन्न पसीना जानेवाले तागे। ~मारना चुटीली बात कहना
तापस्य-सं० (पु०) 1 तापस धर्म 2 संन्यास, वैराग्य ताना-रीरी- (स्त्री०) 1 साधारण गाना 2 नौसिखिये का गाना तापाणविक-सं० (वि०) - ताप नाभिकीय तानाशाह-हिं० + फ़ा० (पु.) 1 स्वेच्छाचारी 2 निरंकुश तापावरोध-सं० (पु०) ताप सहने की शक्ति शासक
तापित-सं० (वि०) 1 तपाया गया, तप्त 2 जिसे कष्ट पहँचाया तानाशाही-हिं० + फ़ा० (स्त्री०) 1 स्वेच्छाचारिता | गया हो, संतापित 2 अधिनायकत्व
तापी-सं० (वि०) 1 ताप देनेवाला 2 ताप से युक्त, तप्त । तानी-(स्त्री०) = ताना। ताना (पु०) ताना-बाना ~करण (पु०) ताप देना तानूर-सं० (पु०) 1 जल भँवर 2 चक्रवात, बवंडर तापीय-सं० (वि०) ताप का तानेज़नी-अ० + फ़ा० (स्त्री०) व्यंग्य करना
तापेन्द्र-सं० (पु०) सूर्य तानेबाज़ी-अ० + फ़ा० (वि०) कटाक्ष करना
तापोपचार-सं०(पु०) गरमी पहँचाकर प्रभाव उत्पन्न करने की ताप-सं० (पु०) 1 गर्मी, तपिश 2 आँच 3 ज्वर, बुखार विधि 4 मानसिक कष्ट। ~अवरोधक (वि०) ताप को ताफ़्ता-फ़ा० (पु०) धूप-छाँह का रेशमी कपड़ा रोकनेवाला; -कक्ष (पु०) ऊष्मा प्रवाहित करने का कमरा; ताब-I फ़ा० (स्त्री०) 1 ताप, गर्मी 2 चमक, दीप्ति
| ताब-II फ़ा० (स्त्री०) 1 मजाल 2 हिम्मत 3 धैर्य 4 शक्ति, सूचित करनेवाली संख्या (जैसे-शरीर का तापक्रम 98.6 ° | सामर्थ्य (जैसे-ताब न रहना) है); चालक (पु०) ऐसा पदार्थ जिसमें ताप एक सिरे से | ताबड़-तोड़- (अ०) 1 लगातार (जैसे-ताबड़तोड़ जवाब दूसरे सिरे तक पहुँच जाय; चालकता (स्त्री०) वस्तुओं के | देना) 2 तुरंत तापचालक होने का गुण; ~तरंग (स्त्री०) अत्यंत गर्म हवा | ताबा-अ० (वि०) = ताबे की लहर, लू; तिल्ली (स्त्री०) प्लीहा रोग; त्रय (पु०) | ताबीज़-अ० (पु०) = तावीज़