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तग़ार
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तडिद्दाम
देना
तग़ार-फा० (पु०) 1 मिट्टी का फँडा, नाँद 2 चूना, सुरखी आदि | तटावरोध-सं० (पु०) तट पर बाधा खड़ी करना का गारा बनाने हेतु बनाया गड्ढा 3 तसला
तटिनी-सं० (स्त्री०) नदी, दरिया तग़ारा- + फ़ा० + हिं० (पु०) 1 मिट्टी की नांद 2 पीतल का तटी-सं० (स्त्री०) 1 नदी का किनारा, कूल, तट 2 नदी . बड़ा बर्तन
तटीय-सं० (वि०) तटवर्ती तग़ारी-फ़ा० + हिं० (स्त्रो०) छोटा तगार
तड़-I (पु०) 1 थप्पड़ 2 गुट । -बंदी + फा० (स्त्री०) तगीर-अ० (स्त्री०) बदलने की अवस्था, परिवर्तन, तबदीली __ 1 गुट बनाने की क्रिया 2 दलबंदी। तगीरी-अ० + फ़ा० (स्त्री०) स्थिति-परिवर्तन
तड़-II (पु०) टूटने, फटने, फूटने आदि से होनेवाला शब्द तचना-बो० (अ० क्रि०) 1 तप्त होना. तपना 2 संतप्त होना, तड़क-(स्त्री०) 1 तड़कने की क्रिया 2 चमकने की क्रिया जलना, कुढ़ना
3 तड़कने का चिह्न । ~भड़क (पु०) 1 ठाट-बाट 2 दिखावा तचाना- (स० क्रि०) 1 तपाना 2 संतप्त करना, मानसिक कष्ट 3 आडंबर
तड़कना- (अ० क्रि०) 1 तड़ शब्द करते हुए टूटना, चटकना तज- (पु०) दारचीनी का जाति की एक वृक्ष जिसकी छाल दवा (जैसे-शीशा तड़कना) 2 दरार पड़ना 3 ज़ोर का तड़ शब्द के काम आती है
होना 4 क्रोधपूर्ण व्यवहार करना 5 कर्कश स्वर में बोलना तजकिरा-अ० (पु०) 1 चर्चा. ज़िक्र 2 जीवन-चरित तड़का-I (पु०) प्रभात, सबेरा (जैसे-तड़के पाँच बजे चलेंगे) तजदीद-अ० (पु०) 1 नया करना 2 पट्टे आदि बदलना तड़का-II (पु०) 1 छोड़ने की क्रिया, बघार 2 छौंकने का तजना- (स० क्रि०) छोड़ना, त्यागना
मसाला तजरबा-अ० (पु०) 1 अनुभव परीक्षण, प्रयोग। -कार + | तड़काना- (स० क्रि०) 1 तड़ शब्द के साथ तोड़ना फ़ा० (पु०) (वि०) अनुभवी: कारी • फ़ा० (स्त्री०) | 2 खिजाना, चटकाना अनुभव से प्राप्त हुई जानकारी
तड़के- (क्रि० वि०) सबेरे, भोर में (जैसे-तड़के जागना) तजवीज़-अ० (स्त्री०) 1सलाह. राय 2 फैसला निर्णय तड़-तड़- (पु०) - तड़ II 3निर्देश, विचार। आखिर फ़ा० । अ० (स्त्री०) तड़तड़ाना-I (अ० क्रि०) तड़-तड़ शब्द होना || (स० क्रि०)
अंतिम निर्णयः -सानी • फ़ा० . अ० (स्त्री०) किसी तड़-तड़ शब्द उत्पन्न करना। फ़ैसले, का उसी अदालत में पुनर्विचार
तड़प- (स्त्री०) 1 तड़पने की अवस्था, छटपटाहट 2 बेचैनी तजुर्बा-अ० (पु०) 1 अनुभवी 2 जानकारी
3 बिजली की चमक। झड़प (स्त्री०) तड़क-भड़क; तजुर्बेकार-अ० । फा० (वि०) - तजरबाकार
~दार (वि०) भड़कीला, चमकीला तजुर्बेकारी-अ० . फ़ा० (स्त्री०) . तजरबाकारी तड़पना-(अ० क्रि०) 1 अत्यंत दुःखी होना, कलपना, तजनित, तज्जन्य-सं० (वि०) उसके द्वारा उत्पन्न
छटपटाना (जैसे-दर्द से तड़पना) 2 बेचैन होना 3 आवेश के तज्ञ-सं० (वि०) 1 तत्व जाननेवाला. तत्वज्ञ 2 ज्ञानी 3 अच्छा कारण ज़ोर से बोलना जानकार
तड़पाना-(स० क्रि०) 1 अत्यधिक कष्ट पहुँचाना, कलपाना, तट-| सं० (पु०) 1 किनारा, कल 2 नदी के किनारे की भूमि सताना 2 बेचैन करना il (क्रि० वि०) निकट, पास। कर (पु०) जलमार्ग द्वारा तड़फड़ाना -I(अ० क्रि०) - तड़पना ||(स० क्रि०) - आयात-निर्यात वस्तुओं पर लगनेवाला कर. महसूल; प्रदेश तडपाना (पु०) तटवर्ती प्रदेश; बंध (पु०) बाँध; वर्ती (वि०) तड़फना -(अ० क्रि०) - तड़पना तट के पास होनेवाला
तड़ाक-I (पु०) तड़ाग, तालाब II (स्त्री०) = तड़ III तटक-सं० (पु०) नदी
(क्रि० वि०) । तड़-तड़ शब्द करते हए 2 जल्दी-जल्दी, तटस्थ-I (वि०) 1 जो समीप रहता हो, निकटस्थ 2 तीर पर चटपट 3 निरंतर, लगातार । ~फड़ाक (क्रि० वि०) चटपट, रहनेवाला 3 किसी का पक्ष न लेनेवाला, दलबंदी से दूर फ़ौरन रहनेवाला 4 उदासीन, निरपेक्ष II (प०) उदासीन व्यक्ति । | तड़ाका-I (पु०) चिटकने, टूटने, फटने से होनेवाला तड़ शब्द
ता (स्त्री०) 1 उदासीनता 2 नवलेखन में प्रचलित वह __ II (क्रि० वि०) चटपट, तुरंत स्थिति जिसमें साहित्यकार किसी मतवाद को स्वीकार न करे | तड़ाग-(पु०) 1 तालाब, सरोवर 2 हिरन फँसाने का फंदा 3 तटस्थ रहने की अवस्था; -ता-पूर्ण (वि०) जो तटस्थता | तड़ातड़ (क्रि० वि०) 1 तड़-तड़ शब्द करते हुए (जैसे-तड़ातड़ से भरा हो (जैसे-तटस्थतापूर्ण नीति); ता वादी (वि०) वो | थप्पड़ लगाना) 2 निरंतर लगातार (जैसे-तडातड़ जवाब देना) जो तटस्थ रहने में विश्वास करता है; वाद (पु०) किसी एक | तडातड़ी-(स्त्री०) 1 जल्दी 2 उतावलापन, व्यग्रता के पक्ष में न रहने का सिद्धांत, निष्पक्षता; वादी (वि०) | तड़ाना-(स० क्रि०) ताड़ने में प्रवृत्त करना निष्पक्ष; वृत्ति (स्त्री०) तटस्थ रहने का स्वभाव तड़ावा-(पु०) दिखावटी तड़क-भड़क तटस्थीकरण- (पु०) 1 किसी देश, स्थान आदि को तटस्थ तड़ित्-सं० (स्त्री०) 1 आकाशीय विद्युत् 2 बिजली। ~गर्भ बना देने, घोषित कर देने की क्रिया 2 प्रतिकूल गण, शक्ति | (पु०) बादल; रक्षक (पु०) ऊँचे मकानों आदि पर आदि द्वारा किसी के गुण या शक्ति का फल या प्रभाव बेकार | लगाया जानेवाला एक उपकरण जो बिजली को गिरने से कर देने की क्रिया, निराकरण
रोककर उन्हें नष्ट होने से बचाता है तटाक-सं० (पु०) तड़ाग, तालाब
| तडिद्दाम-सं० (स्त्री०) बिजली कौंधने की रेखा